यहां की लड़कियों को सिलाई-कढ़ाई की ट्रेनिंग दीजा रही है इसके साथ ही कंप्यूटर की भी ट्रेनिंग दी जा रही है। साउथ कश्मीर के लोगों का भी कहना है कि माहौल बदला है।
सरकार के इस फैसले को कुछ ऐसे राजनीतिक दलों का भी साथ मिला जो धुर विरोधी रहे। वहीं कांग्रेस समेत कुछ राजनीतिक दलों ने इसका जमकर विरोध भी किया।
मोदी सरकार के जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद कांग्रेस, टीएमसी और जेडीयू समेत कई दलों ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया था लेकिन भाजपा की धुर विरोधी अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी इस फैसले के साथ नजर आई थी।
कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष और मौजूदा सांसद राहुल गांधी ने जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को खत्म करने का पुरजोर विरोध किया था। उन्होंने इसे संविधान का उल्लंघन बताते हुए कहा था कि धारा 370 हटने से राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा।
ONE YEAR AFTER 370: जम्मू कश्मीर से ऐतिहासिक आर्टिकल 370 हटाए जाने का 5 अगस्त को एक साल पूरा हो गया है। वर्ष 2019 में 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 के प्रावधानों को हटा दिया गया था।
आइए, आपको बताते हैं कि 5 अगस्त 2019 को जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को खत्म किए जाने पर किस देश ने भारत का समर्थन किया था और कौन पाकिस्तान के पाले में खड़ा था।
अनुच्छेद के हटते ही वहां अब तेजी से विकास हो रहा है, केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पिछले एक साल के दौरान जम्मू-कश्मीर में हुए विकास के बारे में मंगलवार को जानकारी दी।