कोलकाता: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से पीड़ित एक 51 साल का मरीज ठीक हो गया। उसे मंगलवार को अस्पताल से छुट्टी दे गई है। इस शख्स को मधुमेह और उच्च रक्तचाप की भी बीमारी थी, लेकिन उसने कहा कि पूरे ट्रीटमेंट के दौरान उसने खुद को सकारात्मक रखा। साथ ही मधुमेह को लेकर तब तक चिंतिंत होने की जरूरत नहीं, जब तक शुगर लेवल कंट्रोल में है।
कोरोना से ठीक होने वाले गोपी कृष्ण अग्रवाल ने पीटीआई से कहा, 'मधुमेह रोगियों को डर नहीं होना चाहिए, क्योंकि वो भी कोविड-19 से ठीक हो सकते हैं। मेरा शुगर लेवल ज्यादा नहीं था, इसलिए मुझे कोई दिक्कत नहीं हुई। मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर वो मधुमेह नियंत्रित है तो उसका भी अन्य कोरोना से पीड़ित मरीजों की तरह ही इलाज होगा। एडमिट होने के दो दिन बाद ही मुझे पता चल गया कि मैं कोरोना पॉजिटिव हूं।'
गोपी कृष्ण अग्रवाल ने अस्पताल में पूरे आठ दिन बिताए हैं। उन्होंने कहा कि सोमवार को कोरोना वायरस की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद उन्हें मलेरिया की दवाई पिलाई गई।
उन्होंने आगे कहा, 'डॉक्टर बहुत अच्छी तरीके से अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। गोपी कृष्ण अग्रवाल को बीते 29 मार्च को बुखार, खांसी के लक्षण दिखने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।