
अटारी: तीर्थयात्रा पर पाकिस्तान जाकर लापता हुए एक भारतीय नागरिक को पाकिस्तानी अधिकारियों ने आज भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया। व्यक्ति जिस समूह के साथ पाकिस्तान में तीर्थयात्रा करने गया था, वह समूह शनिवार को ही वहां से लौट आया था। सिख जत्था 10 दिन की पाकिस्तान में तीर्थयात्रा के बाद 21 अप्रैल को भारत लौट आया लेकिन अमृतसर जिले के निरंजनपुरा का रहनेवाला 24 वर्षीय एक अमरजीत सिंह नाम का युवक नहीं लौटा था।
पाकिस्तान के अधिकारियों को बाद में पता चला कि सिंह शेखुपूरा में अपने ‘फेसबुक दोस्त’ आमिर रज्जाक के घर चला गया था। सिंह ने अधिकारियों को बताया कि वह 16 अप्रैल को रज्जाक के यहां रहने चला गया। रज्जाक ने अपने मेजबान को बताया था कि उसके पास एक महीने से ज्यादा समय तक पाकिस्तान में रुकने का वीजा है। भारत वापसी पर भारतीय अधिकारियों को दिए गए सिंह के बयान के अनुसार जब सिंह के दोस्त ने उससे पासपोर्ट दिखाने को कहा तो उसने बताया था कि उसका पासपोर्ट पाकिस्तानी अधिकारियों के पास जमा है। सिख तीर्थयात्री बैशाखी त्योहार मनाने के लिए पाकिस्तान गए हुए थे। अमरजीत सिंह का पासपोर्ट अन्य तीर्थयात्रियों की तरह ही पाकिस्तान के इवेक्यू ट्रस्ट प्रोपर्टी बोर्ड के अधिकारियों के पास जमा था।
सिंह जब निर्धारित समय पर अपना पासपोर्ट लेने नहीं आया तो बोर्ड के कर्मियों ने अपने शीर्ष अधिकारी को इस बारे में जानकारी दी। खबरों के अनुसार पाकिस्तानी पुलिस ने ननकाना साहिब में सिंह के लिए तलाश अभियान शुरू किया था। इस क्षेत्र में कई सिख परिवार रहते हैं। इसी तीर्थ समूह की अन्य सदस्य किरण बाला भी जत्थे के साथ वापस नहीं लौटी क्योंकि उसने कथित तौर पर इस्लाम स्वीकार करके पाकिस्तान के एक व्यक्ति से शादी कर ली।