रिश्तेदार की परीक्षा तब करें जब आप मुसीबत मे घिरें हों-
आमतौर पर सुख और दुख हर किसी के जीवन में आते रहते हैं। सुख में तो हर कोई आपके साथ रहना पसंद करता है, लेकिन मुसीबत के वक्त चंद लोग ही होते हैं जो आपके पास होते हैं। चाणक्य का कहना था कि आपको मुसीबत के वक्त उन रिश्तेदारों की परीक्षा करनी चाहिए जो हर वक्त मदद के लिए आपके इर्द-गिर्द घूमा करते हैं।
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