विदेशी निवेशक (FPI) लंबे समय बाद एक बार फिर बिकवाल से खरीदार बन गए हैं। दरअसल, विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में फिर निवेश बढ़ा रहे हैं। आपको बता दें कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 14 जून को समाप्त सप्ताह में भारतीय शेयर बाजारों में 11,730 करोड़ रुपये (1.4 अरब अमेरिकी डॉलर) का शुद्ध निवेश किया है। डिपॉजिटरी के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। इससे पिछले यानी तीन से सात जून के सप्ताह के दौरान एफपीआई ने शेयरों से शुद्ध रूप से 14,794 करोड़ रुपये (1.77 अरब डॉलर) निकाले थे। ताजा निवेश के बाद इस महीने अबतक एफपीआई की शेयरों से शुद्ध निकासी 3,064 करोड़ रुपये रही है।
एनडीए की सरकार बनने के बाद विश्वास बढ़ा
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, ‘‘जून के पहले सप्ताह में उतार-चढ़ाव के बाद बाजार में स्थिरता लौटी है।’’ मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के एसोसिएट निदेशक-प्रबंधक शोध हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘‘इस बार की सरकार सहयोगी दलों पर निर्भर है, लेकिन लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सत्ता में आने से नीतिगत सुधारों और आर्थिक वृद्धि के जारी रहने की उम्मीद बनी है।’’ उन्होंने कहा कि इसके अलावा वैश्विक मोर्चे पर अमेरिका में उम्मीद से कम मुद्रास्फीति के आंकड़ों ने भी इस साल दर कटौती की उम्मीद बढ़ा दी है।
मई में 25,586 करोड़ रुपये निकाले थे
इससे पहले मई में एफपीआई ने चुनावी नतीजों से पहले शेयरों से 25,586 करोड़ रुपये निकाले थे। वहीं मॉरीशस के साथ भारत की कर संधि में बदलाव और अमेरिका में बॉन्ड प्रतिफल में निरंतर वृद्धि की चिंताओं के कारण अप्रैल में उन्होंने 8,700 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की थी। वहीं एफपीआई ने मार्च में शेयरों में 35,098 करोड़ रुपये और फरवरी में 1,539 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था, जबकि जनवरी में उन्होंने 25,743 करोड़ रुपये निकाले थे।
इस महीने 14 जून तक एफपीआई ने ऋण या बॉन्ड बाजार में 5,700 करोड़ रुपये डाले हैं। कुल मिलाकर इस साल अबतक एफपीआई शेयरों से शुद्ध रूप से 26,428 करोड़ रुपये निकाले चुके हैं। इस दौरान उन्होंने बॉन्ड बाजार में 59,373 करोड़ रुपये डाले हैं।