शहर के लोगों के लिए यह दशहरा पिछले साल के हादसे की खौफनाक यादें ले कर आया है जब रेलवे पटरियों पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे 61 लोगों को एक ट्रेन कुचलती चली गई थी। 19 अक्टूबर 2018 की शाम अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास एक डीएमयू (डीजल मल्टीपल यूनिट) रेलवे लाइन पर खड़ी भीड़ को कुचलती चली गई थी।
साल 2018 खत्म होने वाला है और कुछ ही दिनों में साल 2019 आ जाएगा। यह साल भी कई घटनाओं के लिए हमेशा याद किया जाएगा। 2018 भारत के लिए काफी घटनापूर्ण वर्ष रहा - आपदाजनक बाढ़ और भयानक रेल दुर्घटना और समलैंगिकता को कानूनी स्वीकृति से लेकर MeToo आंदोलन तक भारत ने देखा।
19 अक्तूबर को दशहरे के दिन अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे में 61 लोगों की मौत हो गई थी, लोग रेल ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे और तेज गति से आती हुई ट्रेन लोगों को कुचलकर निकल गई थी
पिछले महीने अमृतसर में हुए रेल हादसे के बाद भारतीय रेलवे ने रिहायशी इलाकों में रेलवे ट्रैक को सुरक्षित बनाने और लोगों को इसके नजदीक आने से रोकने के लिए 3000 किलोमीटर लंबी दीवार बनाने का फैसला किया है।
शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने शनिवार को कहा कि अमृतसर ट्रेन हादसे के पीड़ितों के साथ मृत्यु की घटना में भी धोखा किया गया है।
रेलवे ने शुक्रवार को कहा कि पंजाब के अमृतसर में हुए ट्रेन हादसे की जांच रेलवे के मुख्य संरक्षा आयुक्त करेंगे। लगभग दो हफ्ते पहले दशहरा पर हुए इस हादसे में 60 लोगों की मौत हो गयी थी। हादसे के बाद रेलवे ने जांच से इंकार किया था।
सिद्धू ने बुधवार को अमृतसर में 19 अक्टूबर को रेल हादसे में मारे गए कुछ लोगों के परिजनों को सहायता चेक प्रदान किया।
पंजाब मंत्रिमंडल के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर के करीबी सौरभ मदान मिट्ठू ने सोमवार को एक अज्ञात स्थान से वीडियो जारी किया जिसमें उसने दावा किया कि उसकी, उसकी पार्षद मां और अन्य आयोजकों की इस दुर्घटना में कोई गलती नहीं है।
पंजाब के अमृतसर में दशहरे का कार्यक्रम आयोजित करने वाले आयोजक ने इस वीडियो के जरिए दावा किया कि उसने कार्यक्रम कराने के लिए जरूरी अनुमति ली थी।
अमृतसर हादसे को लेकर आरोप-प्रत्यारोप के बीच दशहरा कार्यक्रम के आयोजकों और मुख्य अतिथि नवजोत कौर सिद्धू के खिलाफ बिहार की एक अदालत में सोमवार को एक मामला दायर किया गया।
अब इस संबंध में रावण दहन कार्यक्रम के आयोजक सौरभ मदान मीठू ने विडियो जारी करअपनी सफाई दी है।
महिला मीरा देवी ने कहा है कि वह आशा करती हैं कि बच्चे को कोई उसकी पहचान का मिल जाए, लेकिन अगर कोई नहीं मिलता है तो वह उसे गोद लेने के लिए तैयार हैं
पंजाब के अमृतसर में दशहरा पर रावण दहन देख रहे लोगों को ट्रेन रौंदती हुई चली गई। इसमें 60 लोगों की मौत हो गई। इस मामले पर ट्रेन के ड्राइवर ने अपना लिखित बयान दिया है।
आयोजक रेल ट्रैक तक भीड़ देख कर गदगद थे, वो तो नवजोत कौर को कह रहे थे, देखिए मैडम रेल की पटरियों पर पांच हज़ार लोग आपके साथ खड़े हैं, चाहे ट्रेन गुजर जाए ट्रैक पर।
जोड़ा फाटक के समीप एक इलाके के रहने वाले कमल ने कहा, मेरे इलाके में रहने वाले दो मजदूर अब भी लापता हैं। उसने आशंका जताई कि सरकार ने मृतकों की जो संख्या बताई है वह उससे अधिक हो सकती है।
अमृतसर में रेलवे लाइन के किनारे दशहरे का आयोजन करवाने वाला काउंसलर लापता हो गया है।
वीडियो में संचालक कहता है कि "मैडम देखिए इन लोगों को कोई तकलीफ नहीं है......आपके लिए रेलवे ट्रैक पर खड़े होने पर। अगर 500 ट्रेन भी यहां से गुजर जाए....5000 लोग आपके लिए खड़े रहेंगे।"
अमृतसर के जोड़ा फाटक के पास हुई ट्रेन दुर्घटना में मारे गये 59 लोगों में से अब तक 40 लोगों की पहचान कर ली गई है और 36 लोगों का अंतिम संस्कार कर दिया गया है।
पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने किसी भी हादसे को टालने के लिए शनिवार को गृह सचिव एन एस कलसी को राज्य में धार्मिक और समाजिक सभाओं के आयोजन के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश तैयार करने का निर्देश दिया।
दशहरा कार्यक्रम को अच्छी तरह से प्रचारित किया गया था तो फिर अमृतसर स्थित रेल अधिकारियों को इसकी सूचना क्यों नहीं दी गई थी कि कार्यक्रम खत्म होने तक ट्रेनों की आवाजाही रोकी जाए या रफ्तार बेहद धीमी रखी जाए?
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