उत्तराखंड के चमोली ज़िले की तपोवन टनल में बचाव कार्य जारी है। अब तक 48 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं।
चमोली जिले के तपोवन में छठे दिन भी बचाव अभियान जारी है। राज्य सरकार के अनुसार 36 शव बरामद किए गए हैं, 204 लोग अभी भी लापता हैं।
एजेंसियां तीन दिनों तक फंसे लोगों तक पहुंचने के लिए ड्रोन, रिमोट सेंसिंग उपकरण और ड्रिलिंग मशीन का इस्तेमाल कर रही हैं | ऑपरेशन 24x7 जारी है।
आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियां तीसरे दिन उत्तराखंड के तपोवन सुरंग के अंदर बचाव अभियान जारी रखी हुई हैं। सभी एजेंसियों की एक बैठक आईटीबीपी, एनडीआरएफ, सेना और स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाया गया ताकि आज आगे की कार्रवाई तय की जा सके।
उत्तराखंड के चमोली जिले में दो दिन पहले आई बाढ़ की वजह से एक लटकता ग्लेशियर गिर गया था। एक लटकता हुआ ग्लेशियर बर्फ का एक पिंड है जो एक अवक्षेप या खड़ी ढलान के किनारे पर अचानक टूट जाता है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह राज्यसभा में उत्तराखंड ग्लेशियर आपदा पर बोलते हुए बताया की ITBP के 450 जवान, NDRF की 5 टीमें, भारतीय सेना की 8 टीमें, एक नेवी टीम और 5 IAF हेलीकॉप्टर खोज और बचाव अभियान में लगे हुए हैं |
यहां से लगभग 295 किलोमीटर दूर जोशीमठ के निकट प्रभावित क्षेत्रों में बचाव के प्रयासों ने सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों के साथ बचाव के लिए समन्वय किया। तपोवन-विष्णुगढ़ परियोजना में एक सुरंग में 30-35 लोगों के फंसे होने की आशंका है।
तपोवन में एक बड़ी सुरंग के अंदर फंसे हुए एक अनुमान के मुताबिक 30-40 लोगों को बचाने के लिए एक मल्टी-एजेंसी ऑपरेशन किया गया, जिसके बाद एक ग्लेशियर के फटने के बाद उत्तराखंड के चमोली जिले में 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 203 लोग लापता हैं।
चमोली जिले में ग्लेशियर के फटने के बाद उत्तराखंड का तपोवन हाइड्रो-इलेक्ट्रिक पावर डैम पूरी तरह से धवस्त हो गया। धौली गंगा और ऋषि गंगा नदियों के संगम पर स्थित बांध पूरी तरह से नष्ट हो गया। यहां तक कि मलारी घाटी और तपोवन के पास के दो पुल बह गए हैं।
इंडिया टीवी के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में उत्तराखंड के सीएम टीएस रावत ने कहा कि वह स्थिति का आकलन करने के लिए जल्द ही चमोली पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ऋषिगंगा परियोजना और एनटीपीसी परियोजना को भारी क्षति हुई है।
तपोवन क्षेत्र में एक ग्लेशियर के टूटने से ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट क्षतिग्रस्त हो गया है। अलकनंदा नदी के किनारे रहने वाले लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी जाती है: चमोली पुलिस, उत्तराखंड
गरजते पानी में ज़िन्दगी की मौत से जंग
ITBP jawans worship 'Baba Barfani' in Chamoli, Uttarakhand
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