कोरोना के बाद से ही देश भर में हार्ट अटैक के मामलों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। हंसते, नाचते, बात करते, चलते, काम करते, सफर करते, योगा या जिम करते कब किसको हार्ट अटैक आ जाए, कुछ पता नहीं। अब हार्ट अटैक कम उम्र के युवाओं में भी तेजी से हो रहा है। अक्सर युवाओं में हार्ट अटैक के वीडियो सोशलमीडिया पर वायरल होते रहते हैं।
Covishield Vaccine:कोरोना के खिलाफ बनी कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर अब तक की सबसे बड़ी और चौंकाने वाली खबर सामने आई है। इससे कोविशील्ड लगवाने वाले लोगों में हलचल मच गई है।
सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा बनाई कैंसर की इस वैक्सीन का आज परीक्षण होना है। अगर परीक्षण में ये वैक्सीन पास होती है तो देश के लिए राहत की खबर होगी।
कोरोना हर नए दिन के साथ देश से सिमटता जा रहा है। इसी बीच वैक्सीन को लेकर एक रिसर्च में यह सामने आया है कि ओमिक्रॉन से मुकाबला करने के लिए बूस्टर डोज की जरूरत है। पढ़िए वैक्सीन की मिक्स डोज पर क्या कहती है रिसर्च?
सीएमसी वेल्लोर ने प्रारंभिक डेटा प्रस्तुत किया है जिसकी समीक्षा की जा रही है। कार्य समूह बैठक के दौरान इसे उठाएगा। सीडीएससीओ (CDSCO) द्वारा प्रारंभिक समीक्षा के बाद डेटा ड्रग रेगुलेटर के तहत विषय विशेज्ञ समिति (SEC) को भेजा जाएगा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने गुरुवार को कहा कि नि:शुल्क टीकाकरण का सरकारी अभियान जारी रहेगा। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने वयस्कों के लिए अब कोवैक्सीन (Covaxin) और कोविशील्ड (Covishield) को कुछ शर्तों के साथ आपातकालीन परिस्थितियों में प्रतिबंधित इस्तेमाल की अनुमति को नई सामान्य दवा में अपग्रेड कर दिया है।
एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, NPPA को टीकों की कीमत सीमित रखने की दिशा में काम करने को कहा गया है।
पीतरवार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सक अलबेला केरकेट्टा ने कहा, ‘‘एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने चार जनवरी को मुंडा के आवास पर उन्हें कोविशील्ड का टीका लगाया। अगले दिन, परिवार वाले मुंडा को चलते/बोलते देख हैरान हो गए।’’
टेस्टिंग के सैंपल्स का अलग से विश्लेषण करने पर ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ भी एंटीबॉडी तेजी से बनने की बात सामने आई।
भार्गव ने कहा कि संकर प्रतिरक्षा, जो टीकाकरण और प्राकृतिक संक्रमण के परिणामस्वरूप विकसित होती है, दूसरी खुराक के बाद एक मजबूत प्रतिक्रिया और मजबूत एंटीबॉडी अनुमापांक तैयार करती है।
जिन 96 देशों ने टीकाकरण प्रमाणपत्रों की परस्पर मान्यता के लिए सहमति व्यक्त की है- उनमें कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, बेल्जियम, आयरलैंड, नीदरलैंड, स्पेन, बांग्लादेश, फिनलैंड, माली, घाना, सिएरा लियोन, नाइजीरिया, सर्बिया, पोलैंड, स्लोवाक रिपब्लिक, क्रोएशिया, बुल्गारिया, तुर्की, चेक गणराज्य, स्विट्जरलैंड, स्वीडन, ऑस्ट्रिया, रूस, कुवैत, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, कतर आदि देश शामिल हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि पुणे स्थित एसआईआई ने कोविशील्ड के वास्ते नियमित विपणन की अनुमति के लिए अपने आवेदन के साथ भारत से संबंधित अंतिम चरण 2/3 की चिकित्सीय अध्ययन रिपोर्ट जमा कर दी है।
भारत में ब्रिटेन (United Kingdom) के राजदूत एलेक्स एलिस ने गुरुवार को कहा कि भारत में कोविशील्ड की दोनों डोज ले चुके किसी भी भारतीय यात्री को 11 अक्तूबर से उनके देश में क्वारंटीन नहीं रहना होगा।
शाहिद ने शुक्रवार को यहां अपनी पहली प्रेस वार्ता में कहा, "टीकों के बारे में, यह एक बहुत ही तकनीकी प्रश्न है जो आपने मुझसे पूछा है। मुझे भारत में बना कोविशील्ड टीका लगा है, मुझे दोनों खुराकें मिल गई हैं। मुझे नहीं पता कि कितने देश कहेंगे कि कोविशील्ड स्वीकार्य है या नहीं, लेकिन दुनिया के कई देशों को कोविशील्ड मिला है।"
बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटों में 19 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गई है। इसमें कहा गया है कि मृतकों की संख्या 25,085 पर बनी हुई है और संक्रमण दर 1.74 प्रतिशत है।
ब्रिटेन ने सोमवार को कहा था कि वह भारतीय प्राधिकारियों द्वारा जारी कोविड-19 रोधी टीकाकरण प्रमाणपत्र की स्वीकार्यता को विस्तार देने पर भारत के साथ चर्चा कर रहा है।
कोवैक्सीन को डब्लूएचओ की मंजूरी मिलने की खबरें पहले भी आई हैं। जुलाई में ही बताया गया था कि कोवैक्सीन को अगले कुछ हफ्तों में हरी झंडी मिलने वाली है। हालांकि, तब ऐसा नहीं हुआ।
केंद्र ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को असली कोरोना वैक्सीन की पहचान के लिए मापदंड भेजा है, जिसे देखकर पहचान की जा सकती है कि वैक्सीन असली है या नकली? इस मापदंड में अंतर पहचानने के लिए कोविशील्ड, कोवैक्सिन और स्पुतनिक V तीनों वैक्सीन पर लेबल, उसके कलर, ब्रांड का नाम क्या होता है, इन सब की जानकारी साझा की गई है।
सूत्रों के मुताबिक, कोविशिल्ड वैक्सीन के दोनों डोज़ के बीच समय अंतराल कम हो सकता है। आने वाले दिनों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इस पर फ़ैसला ले सकता है।
टीके अब भी सबसे अधिक गंभीर कोविड-19 खासकर बहुत अधिक संक्रामक डेल्टा स्वरूप के विरूद्ध कड़ी सुरक्षा देते हैं।
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