जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काशी को अपनी कर्म भूमि माना है तब से अब तक रोजाना नए-नए परिवर्तन काशी में देखने को मिले है। इन्हीं परिवर्तन की कड़ी में अब काशी आने वाले श्रद्धालुओं के अलावा काशीवासियों के ट्रैफिक समस्या को ध्याम में रखते हुए वॉटर टैक्सी की शुरुआत की जा रही है।
यह घटना शनिवार, 17 जून को हुई, जब कलेक्टर ने तमिलनाडु के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राजा कन्नप्पन के समर्थकों और आईयूएमएल के रामनाथपुरम सांसद नवाज कानी के बीच झगड़े में हस्तक्षेप करने की कोशिश की।
भीड़ जमा कर आप आपदा को निमंत्रण दे रहे हैं। ये याद रखें कि कोरोना वायरस मंदिर और मस्जिद में फर्क नहीं करता। भीड़ हिंदू लगाएं या मुसलमान, कोरोना का वायरस कोई भेदभाव नहीं करता।
कोरोना से पहले के दौर में जब चुनावी रैलियां होती थीं तो भीड़ का सिर्फ अनुमान लगाया जा सकता था, मगर वर्चुअल रैलियों में एक-एक व्यक्ति का हिसाब रखना आसान हो गया है।
मध्य प्रदेश में भीड़ के हिंसक होने के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। बैतूल जिले में तो बच्चा चोर होने के शक में भीड़ ने कांग्रेस के दो नेताओं और एक सामाजिक कार्यकर्ता की ही पिटाई कर दी।
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