उत्तर प्रदेश के हाथरस में कथित गैंगरेप व हत्या की घटना के खिलाफ जहां पूरे देश भर में विरोध-प्रदर्शन जारी है वहीं इस मामले में राजनीति भी जोर पकड़ रही है।
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हाथरस में पीड़िता के गांव के बाहर हंगामा किया। जिसके बाद पुलिस को स्थिति कंट्रोल करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
शुक्रवार को, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस के एसपी विक्रांत वीर और चार अन्य पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। अधिकारियों ने कहा कि एसआईटी की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की गई है।
शनिवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 साल की लड़की से गैंगरेप मामले में अहम घटनाक्रम सामने आया। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की।
उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 साल की दलित युवती से कथित गैंगरेप और हत्या के मामले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इसके बाद से देश में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर फिर से सवाल खड़े होने लगे हैं।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस गैंगरेप और 19 वर्षीय लड़की की हत्या मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच के आदेश दिए हैं।
हाथरस के दलित युवती से गैंगरेप मामले पर योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी विक्रांत वीर, डीएसपी समेत कई पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का निर्देश दिया है। हाथरस के एसपी विक्रांत वीर और डीएसपी समेत 7 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है। सीओ राम शब्द, इंस्पेक्टर दिनेश कुमार वर्मा, सब इंस्पेक्टर जगवीर सिंह और हेड कॉन्सटेबल महेश पाल को सस्पेंड किया गया है।
हाथरस मामले को लेकर इस समय पूरे देश में उबाल है, और साथ ही प्रशासन का रवैया भी कई सवाल खड़े कर रहा है। इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने भी मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए यूपी सरकार के उच्च अधिकारियों को नोटिस जारी किए हैं। इस बीच बेंच ने इंडिया
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