कर्नाटक की मंड्या लोकसभा सीट से 2019 के चुनाव में सुमालता अंबरीश ने निर्दलीय चुनाव जीता था, लेकिन बाद में उन्होंने बीजेपी ज्वॉइन कर ली। वहीं, विधानसभा चुनाव में यहां की सभी सीटें बीजेपी हार गई थी।
पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा ने ऐलान करते हुए कहा कि वह अब आगामी लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि वह अपनी पार्टी के उम्मीदवारों के प्रचार अभियान में हिस्सा लेंगे।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के एक बयान पर निशाना साधते हुए कहा है कि JDS चीफ ने पहले भी अपने बेटे को मंत्री पद दिलाने के लिए BJP से हाथ मिलाया था।
पूर्व प्रधानमंत्री और JDS के नेता एचडी देवेगौड़ा के एक बयान ने सीपीएम को मुश्किल में डाल दिया है। देवेगौड़ा ने कहा था कि उन्होंने केरल के सीएम पिनाराई विजयन की सहमति के बाद ही BJP के साथ जाने का फैसला किया था।
कर्नाटक की प्रमुख क्षेत्रीय पार्टी जनता दल (सेक्युलर) में बीजेपी से गठबंधन करते ही बवाल शुरू हो गया है और पूर्व केंद्रीय मंत्री इब्राहिम ने हाईकमान के खिलाफ ही बगावत का झंडा बुलंद कर दिया है।
भाजपा के साथ गठबंधन को लेकर एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जेडीएस में टूट हो सकती है। कर्नाटक जेडीएस के प्रदेश अध्यक्ष सीएम इब्राहिम ने बागी तेवर दिखाते हुए कहा है कि उनकी पार्टी असली है। वे भाजपा के साथ गठबंधन नहीं करेंगे। हम I.N.D.I.A के साथ गठबंधन करेंगे।
जेडीएस के NDA में शामिल होने के बाद अब गठबंधन में कुल 39 दल हो गए हैं। इससे पहले देशभर के 38 दल इस गठबंधन का हिस्सा हैं। राजनीतिक पंडितों के अनुसार आगामी लोकसभा चुनावों में बीजेपी और जेडीएस दोनों पार्टियों के लिए यह कदम बेहद ही लाभदायक हो सकता है।
जनता दल (सेक्यूलर) के नेता कुमारस्वामी ने आज अमित शाह से मुलाकात की ओर एनडीए में शामिल होने का ऐलान कर दिया। मई में कर्नाटक में संपन्न विधानसभा चुनावों में जेडीएस तीसरे नंबर पर रही थी।
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान करते हुए साफ कर दिया कि जेडीए इस बार आगामी लोकसभा चुनाव में एनडीए के साथ रहने वाली है। इसके बाद अब राज्य में मुकाबला द्विपक्षीय हो गया है।
JDS सुप्रीमो और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा ने इस बात पर मुहर लगा दी है कि आने वाले लोकसभा चुनावों में BJP और JDS साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे।
JDS ने पूर्व मंत्री और वरिष्ठ विधायक जी टी देवेगौड़ा की अध्यक्षता में नई कोर कमेटी का गठन किया। इसका मकसद आगामी चुनावों का प्रभावी तरीके से सामना करना और पार्टी को मजबूत करना है।
पिछले कुछ अरसे से सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा चल रही थी कि बीजेपी और जेडीएस कर्नाटक में गठबंधन के करीब पहुंच गए हैं।
JDS नेता एचडी कुमारस्वामी को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। NDA में शामिल होने के लिए वह बीजेपी के न्यौते का इंतजार कर रहे हैं। लेकिन जेडीएस ने इसके लिए एक शर्त रखी है।
जेडीएस नेता एच डी कुमारस्वामी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस वोटरों को गुमराह कर सत्ता में आई। उन्होंने चुपचाप नहीं बैठने का संकल्प लिया।
जोरदार प्रचार के बाद कर्नाटक में 10 मई को बंपर वोटिंग हुई थी। पिछली बार से ज्यादा करीब 73 फीसदी वोटिंग हुई और आज नतीजे आ गए हैं। बॉम्बे कर्नाटक विधानसभा चुनाव पर किसे मिलीं कितनी सीटें-जानिए
एम.पी. रेणुकाचार्य ने कहा कि अगर राज्य में गठबंधन की जरूरत पड़ी तो हमारे राष्ट्रीय नेता तय करेंगे। यह स्थिति भी पैदा हो सकती है। इसका फैसला नतीजों के बाद किया जाएगा।
चुनाव आयोग की ओर से उपलब्ध कराए गए नवीनतम आंकड़ों के अनुसार 66.46 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शाम 6 बजे थम गया। इन चुनावों में जीत के लिए भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस और जेडीएस ने जमकर जंग लड़ी। नेताओं एन जमकर एक-दूसरे पर निजी हमले बोले। सभी पार्टियों ने कई जनसभाएं और रैलियां भी कीं। हालांकि परिणाम 13 मई को आएंगे, लेकिन उससे पहले जानिये कर्नाटक चुनाव का एग्जिट पोल-
224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा के चुनाव प्रचार के दौरान सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने लोगों से चुनाव में बहुमत देने की अपील की ताकि उनकी पार्टी एक मजबूत और स्थिर सरकार बना सके। कर्नाटक में वोटिंग से पहले पीएम मोदी ने भी वीडियो के जरिए अपील की है।
कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मतदान होने को अब कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। सभी राजनीतिक पार्टियों ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस के अलावा इस चुनाव में अबकी बार आम आदमी पार्टी की भी एंट्री हो गई है। आप पहली बार कर्नाटक विधानसभा चुनाव लड़ रही है।
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