छह राज्यों एव केंद्र शासित प्रदेशों राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और लद्दाख में पेट्रोल का खुदरा मूल्य 100 रुपये लीटर से ऊपर पहुंच गया है।
एक महीने के दौरान पेट्रोल की कीमत 4.71 रुपये प्रति लीटर और डीजल की कीमत 5.17 रुपये प्रति लीटर बढ़ गयी है।
पेट्रोल के दाम को लेकर आम लोगों के लिए एकबार फिर चिंता की खबर है। पेट्रोल डीजल दोनों के दाम में एकबार फिर बढोत्तरी हुई है। लोगों का पहले ही कोरोना वायरस महामारी से बुरा हाल है ऐसे में इस समय तेल के दाम फिर बढ़ना आम लोगों के लिए चिंता की बात है।
सार्वजनिक क्षेत्र की ईंधन खुदरा कंपनियों की अधिसूचना के अनुसार पेट्रोल के दाम में 17 पैसे लीटर और डीजल में 29 पैसे लीटर की वृद्धि की गयी है। इस महीने में ईंधन के दाम में यह 12वीं बार वृद्धि की गयी है।
महंगे पेट्रोल डीजल को लेकर आज लगातार दूसरे दिन अच्छी खबर आई है। पेट्रोलियम कंपनियों ने बुधवार के बाद गुरुवार यानि 20 मई को भी कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
Petrol Diesel Price Today: राजस्थान के श्रीगंगानगर, मध्य प्रदेश के इंदौर, भोपाल, रीवा, अनूपपुर और महाराष्ट्र के परभणी में पेट्रोल के दाम 100 रुपये के पार चले गए हैं। मुंबई में पेट्रोल के दाम ₹98.88 प्रति लीटर और डीजल के दाम ₹90.40 प्रति लीटर हैं।
शुक्रवार को लगातार चौथा दिन रहा है जब तेल कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ाये हैं। चार दिन की वृद्धि में पेट्रोल के दाम 88 पैसे और डीजल के दाम में एक रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हो चुकी है।
शुक्रवार की वृद्धि के साथ राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल अब 91.27 रुपये लीटर और डीजल 81.73 रुपये लीटर पर बेचा जा रहा है।
लॉकडाउन के लागू रहने की वजह से अप्रैल 2020 में ईंधन की बिक्री बेहद कम रही थी इसलिए इस वर्ष अप्रैल माह में ईंधन बिक्री की तुलना वर्ष 2019 से की गई है।
देश इस समय कोरोना के गंभीर संकट से जूझ रही है। वहीं पेट्रोल डीजल की कीमतों ने भी आम लोगों की कमर तोड़ रखी है।
तेल कंपनियों ने सोमवार को लगातार चौथे दिन पेट्रोल-डीज़ल की कीमत में कोई बदलाव नहीं किया है। इसके पहले रविवार को पेट्रोल और डीज़ल का भाव स्थिर था।
वर्तमान में राष्ट्रीय राजधानी में पेट्रोल 90.40 रुपये प्रति लीटर और डीजल 80.73 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है।
ईंधन की कीमतों में कटौती पर लगातार चर्चा की जा रही है और जहां तक मेरा मानना है कि जब उचित समय आएगा, तब सरकार पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी घटाने का निर्णय लेगी।
विदेशी बाजारों में कच्चे तेल में एक बार फिर बढ़त देखने को मिल रही है। ब्रेंट क्रूड के लिए जून 2021 कॉन्ट्रैक्ट एक बार फिर बढ़त के साथ 63 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर निकल गया है।
विदेशी बाजारों में क्रूड की कीमतें में गिरावट देखने को मिल रही है। ब्रेंट क्रूड 17 मार्च के बाद से 65 डॉलर प्रति बैरल से नीचे चल रहा है। फिलहाल कीमतें 63 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे आ गई है।
राजस्थान में लगभग 7,000 पेट्रोल पंपों पर हड़ताल के कारण शनिवार को लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा और अनेक जगह लोग पेट्रोल, डीजल के लिए घूमते दिखे।
गुरुवार के कारोबार में ब्रेंट क्रूड 62.52 के निचले स्तरों तक पहुंच गया। बुधवार को ब्रेंट 63.16 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर बंद हुआ था। 17 मार्च से ब्रेंट क्रूड 65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे बना हुआ है।
पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने रविवार को कहा कि पेट्रोल डीजल और रसोई गैस की कीमतों में अब कटौती की शुरुआत हो चुकी है। आने वाले समय में इसमें और कटौती होगी।
बीते 10 दिनों से ब्रेंट क्रूड की कीमतें 65 डॉलर प्रति बैरल के स्तर से नीचे चल रही हैं। हालांकि बीते महीने कीमतें 71 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गई थीं। आने वाले समय में उत्पादन बढ़ने से कीमतों में और गिरावट दर्ज हो सकती है।
पाकिस्तान में पिछले चार माह के दौरान पहली बार पेट्रोलियम उत्पादों की कीमत में कटौती की गई है।
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