इमरान खान ने चुनाव में धांधली का आरोप लगाया। अमेरिका तक से जांच की बात कही, लेकिन कुछ नहीं हुआ। अब इमरान खान की पार्टी के नेताओं पर गाज गिरी है। 9 मई की हिंसा के मामले में कोर्ट ने कई नेताओं के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है।
इमरान खान की पीटीआई को तब एक झटका लगा था जब पेशावर उच्च न्यायालय ने गुरुवार को एसआईसी की याचिका पर सुनवाई करते हुए सर्वसम्मति से इसे खारिज कर दिया था।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के आह्वान पर आज फिर पूरे देश में पीटीआइ कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इमरान खान ने राष्ट्रपति चुनाव को भी असंवैधानिक करार दिया है। उन्होंने पाकिस्तान की मौजूदा सरकार पर जनादेश की चोरी का आरोप लगाया। इमरान ने कहा कि शहबाज और आसिफ जैसे भ्रष्टों को देश स्वीकार नहीं करेगा।
पाकिस्तान में राष्ट्रपति चुनाव के लिए आज वोट डाला गया है। सभी सांसदों ने अपने मतदान का इस्तेमाल किया। पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी पीएमएल-एन और पीपीपी पार्टी की ओर से संयुक्त राष्ट्रपति के उम्मीदवार हैं। उनका पलड़ा भारी है। जरदारी की जीत लगभग तय मानी जा रही है।
पीटीआई ने चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध को रोकने के लिए "क्रूरतापूर्ण" पुलिस कार्रवाई की निंदा की है। पीटीआई मध्य पंजाब के महासचिव हम्माद अज़हर ने कहा, "विवादास्पद और फर्जी मुख्यमंत्री मरयम नवाज़ ने शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ राज्य की मशीनरी का उपयोग करके फासीवाद किया है।
इमरान खान की पार्टी हालिया चुनाव में सबसे बड़ी जीत हासिल करने वाली बनी। लेकिन अब इमरान खान के इशारे पर उनकी पार्टी पीटीआई के अध्यक्ष गौहर खान को अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह एक नए उम्मीदवार का नाम सामने आया है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के जेल से निकलने का कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है। पाकिस्तान चुनावों में बतौर निर्दलीय उम्मीदवार सबसे ज्यादा सीटें जीतने वाली इमरान की पार्टी के नेताओं के खिलाफ फिर से कार्रवाई शुरू हो गई है। इमरान की ओर से पीएम उम्मीदवार घोषित होते ही उमर अयूब की भी गिरफ्तारी का प्रयास शुरू है।
पाकिस्तान में चुनावी नतीजों के बाद इमरान खान भी एक्टिव हो गए हैं। भले ही वे जेल में बंद हों, लेकिन उनकी पार्टी पीटीआई सरकार बनाने की दिशा में प्रयास कर रही है। केंद्र, पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा प्रांतों में सरकार बनाने के लिए नई रणनीतियां बनाई जा रही हैं।
पाकिस्तान चुनाव परिणामों को लेकर अब तक जारी असमंजस की स्थिति साफ हो गई है। अब पाकिस्तान चुनाव आयोग ने आधिकारिक रूप से घोषणा कर दी है कि किस पार्टी के खाते में कितनी सीट गई हैं। चुनाव आयोग के अनुसार निर्दलीय उम्मीदवारों ने सबसे ज्यादा 101 सीटों पर विजय हासिल की है। वहीं नवाज शरीफ की पार्टी के खाते में 75 सीटें मिली हैं।
चुनाव आयोग ने अब तक नेशनल असेंबली की 139 सीट के नतीजों की घोषणा की है, जिसमें से 55 सीट पर खान की पार्टी द्वारा समर्थित निर्दलीय उम्मीदवारों को जीत मिली है। पीएमएल-एन को 43 सीट पर जीत मिली है, जबकि पीपीपी के खाते में 35 सीट गई है। बहुमत हासिल करने के लिए 336 में से 169 सीट की आवश्यकता है।
पाकिस्तान में चुनावी नतीजों को लेकर कुछ भी साफ नहीं हो पा रहा है। इमरान खान के 154 उम्मीदवारों के आगे चलने का दावा किया जा रहा है। तो वहीं नवाज़ और बिलावल की पार्टी 47-47 सीटों पर आगे है। पाकिस्तान इलेक्शन कमीशन भी कोई बयान नहीं दे रहा है।
पाकिस्तान में जारी मतगणना के बीच शुरुआती रुझानों में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पीटीआई अब 140 सीटों पर लीड कर रही है। इमरान खान के एक्स हैंडल से एक पोस्ट भी शेयर किया गया है। यह सभी इमरान खान की पार्टी के हो सकते हैं। क्योंकि पीटीआई के सारे उम्मीदवार निर्दलीय ही मैदान में हैं।
पाकिस्तान में शाम 5 बजे मतदान खत्म हो गया है। इस दौरान कई जगहों से हिंसा और धांधली की खबरें भी सामने आई हैं। पाकिस्तान में चुनाव के दिन कई पोलिंग बूथों के पास गोलीबारी से आधा दर्जन से अधिक लोग मारे गए हैं। इमरान खान की पार्टी ने चुनाव में बड़ी धांधली का आरोप लगाया है। काउंटिंग शुरू हो गई है।
पाकिस्तान की जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने चुनाव में गड़बड़ी की आशंका जाहिर की है। इमरान ने कहा है कि देश में निष्पक्ष चुनाव नहीं होने और उनकी पार्टी को समान अवसर नहीं दिए जाने से अस्थिरता बढ़ेगी।
इमरान खान की पार्टी ने बड़ा दावा किया है। खुफिया एजेंसियों पर इमरान की पार्टी पीटीआई ने आरोप लगाया है कि वह उनकी पार्टी के प्रत्याशियों का अपहरण करवा रही है।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जेल में बंद इमरान खान पर बड़ा आरोप लगाया है। शहबाज ने कहा कि इमरान खान ने 9 मई को पाकिस्तान के पाक सेनाध्यक्ष असीम मुनीर का तख्तापलट करने की कोशिश की थी।
पाकिस्तान से इस वक्त बड़ी खबर सामने आ रही है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान चुनाव नहीं लड़ेंगे। उनकी पार्टी पीटीआइ के एक नेता ने यह ऐलान किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता शेर अफजल मारवात ने दावा किया था कि जेल में बंद इमरान पार्टी के आंतरिक चुनावों में अध्यक्ष पद का चुनाव नहीं लड़ेंगे।
नौ मई को रावलपिंडी में सेना के मुख्यालय और फैसलाबाद में आईएसआई भवन सहित राज्य सरकार और सेना के कई प्रतिष्ठानों पर कथित रूप से हमला करने और आग लगाने के आरोप में देश भर में कम से कम 10,000 पीटीआई नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था। इसमें कैद महिलाओं की व्यथा को पूर्व सेना प्रमुख की बेटी ने उजागर किया है।
पाकिस्तान में वर्ष 2024 में आम चुनाव होने हैं। पाकिस्तान चुनाव आयोग के मुताबिक जनवरी महीने में तारीखों का ऐलान किया जा सकता है। हालांकि इस चुनाव में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पार्टी पीटीआई के कंटेस्ट कर सकने की संभावनाओं पर संकट के बादल हैं। कार्यवाहक पीएम अनवारुल हक काकर ने इस पर सरकार का पक्ष स्पष्ट किया।
फिलहाल पाकिस्तान की मौजूदा शहबाज शरीफ सरकार का कार्याकाल पूरा होने से पहले ही राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने संसद को भंग कर दिया है। इसके बाद इमरान खान की मुख्य विपक्षी पार्टी पीटीआई ने ‘धन्यवाद एवं मुक्ति दिवस’ मनाना शुरू कर दिया है।
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