इंफाल अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट के नजदीक UFO दिखने के बाद वायु यातायात को रोक दिया गया था। वहीं वायुसेना ने भी इसकी तलाश के लिए ऑपरेशन लॉन्च कर दिया था।
भारतीय नौसेना के लिए राफेल एक बड़ा वरदान साबित हो सकता है, जो दुश्मनों के खिलाफ एक बड़ा हथियार भी होगा। इसके बेड़े में शामिल होने से दुश्मन हमला करने से पहले बार-बार सोचेगा।
भारत ने 26 और नए राफेल लड़ाकू विमान खरीदने का फैसला किया है। इसके लिए रक्षा मंत्रालय ने प्रस्ताव को मंजूरी भी दे दी है।
पीएम नरेंद्र मोदी फ्रांस की विजिट पर जाने वाले हैं। इस दौरान आईएनएस विक्रांत के लिए 26 राफेल 'एम' विमान को लेकर डील पक्की हो सकती है। ऐसी स्थिति में भारतीय नौसेना की ताकत में और इजाफा होगा। पीएम मोदी की इस यात्रा पर चीन और पाकिस्तान की भी नजर रहेगी।
भारतीय वायुसेना के चार राफेल और 2 सी-17 ग्लोबमास्टर्स विमान 14 जुलाई को पेरिस में चैंप्स एलिसीज़ के ऊपर ‘बैस्टिल डे फ्लाईपास्ट’ में हिस्सा लेने के लिए फ्रांस पहुंच गए हैं। इस बीच फ्रांस के रास्ते में, राफेल में IAF के IL-78 टैंकरों द्वारा ईंधन भरा गया।
भारत और फ्रांस की दोस्ती लगातार प्रगाढ़ होती जा रही है। 14 जुलाई को फ्रांस ने अपने बैस्टिल डे परेड में पीएम मोदी को विशिष्ट अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया है। इस दौरान भारत और फ्रांस की वायुसेनाएं अपने राफेल विमानों से आसमान में भयंकर गर्जना से दुश्मन को ताकत का एहसास कराएंगी।
इस समय भारतीय वायुसेना के बेड़े में 36 राफेल जेट हैं। वायुसेना में शामिल होने के बाद राफेल 26 जनवरी की कर्तव्य पथ पर होने वाली परेड में भी अपनी शक्ति का प्रदर्शन कर चुका है।
अन्नामलाई ने दावा किया कि उन्होंने यह घड़ी अपनी मेहनत की कमाई से और प्रदेश अध्यक्ष बनने से पहले खरीदी है तथा इसका बिल पेश करने को तैयार हैं।
बयान में कहा गया, ग्रैंड फिनाले और परेड के सर्वाधिक प्रतीक्षित खंड फ्लाई-पास्ट में पहली बार भारतीय वायुसेना के 75 विमान 'आजादी का अमृत महोत्सव' के हिस्से के रूप में दिखेंगे।
पिछले साल जे-10सी विमान पाकिस्तान-चीन संयुक्त सैन्य अभ्यास का हिस्सा था, जहां पाकिस्तान के विशेषज्ञों को युद्धक विमान को करीब से देखने का अवसर मिला।
कांग्रेस ने फ्रांस के प्राधिकारों द्वारा राफेल सौदे में ‘‘भ्रष्टाचार और तरफदारी’’ की जांच का आदेश दिए जाने के बाद भारत सरकार की ‘चुप्पी’ पर रविवार को सवाल उठाया।
साल 2016 में भारत और फ्रांस के बीच 36 राफेल विमानों की खरीद को लेकर करार हुआ था, यह दोनों सरकारों के बीच का कॉन्ट्रेक्ट है और दोनों सरकारों के बीच 59000 करोड़ रुपए में यह सौदा हुआ है।
राफेल लड़ाकू विमान का पांचवां बैच भारत पहुंच गया है। बुधवार को 4 राफेल लड़ाकू विमान भारत पहुंचे। यह विमान करीब 8000 किलोमीटर की हवाई यात्रा तय करके भारत पहुंचे हैं।
राफेल विमानों की अगली खेप मध्य अप्रैल तक भारत पहुंचेगी। भारतीय वायुसेना राफेल विमानों की दूसरी squadron बनाएगी, जिसे पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस पर तैनात किया जाएगा। एक स्क्वैड्रन में 18 विमान होते हैं।
एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने गुरुवार को कहा कि एलएसी पर राफेल विमानों की तैनाती से चीन की चिंता बढ़ गई है। उन्होनें बताया कि जब चीन के भारतीय सीमा के करीब अपने जे-20 फाइटर जेट्स को तैनात किया था उनके बाद भारत ने भी राफेल को उसके जवाब में सीमा पर तैनात कर दिया था।
भारतीय वायुसेना की ताकत बढ़ाने के लिए 3 और राफेल लड़ाकू विमानों का तीसरा जत्था भारत पहुंच चुका हैं। ये जानकारी भारतीय वायुसेना (आईएएफ) ने ट्वीट करके दी है।
इस प्रीमियर इंटनेशनल शो में विदेशी लड़ाकू विमान और रक्षा उपकरण सबसे बड़ा आकर्षण होते हैं। इस बार भी कई विदेशी कम्पनियां अपनी अपडेटेड डिफेंस टेक्नोलॉजी का प्रदर्शन करेंगी लेकिन भारतीय वायु सेना का हिस्सा बन रहे स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस और राफेल एयरो शो में चार चांद लगाएंगे, सूर्य किरण और सारंग के कंबाइंड एयर डिस्प्ले के साथ साथ चिनुक और अपाचे भी डिसप्ले में शामिल होंगे।
राफेल विमानों का पहला बेड़ा फ्रांस से 28 जुलाई को भारत आया था। इस बेड़े में पांच राफेल विमान थे। इन विमानों ने फ्रांस से उड़ान भरने के बाद संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में हाल्ट किया था।
भारतीय वायुसेना और ताकतवर होने जा रही है। दरअसल, आज तीन और राफेल लड़ाकू विमान भारत पहुंच रहे हैं। यह विमान आज (4 नवंबर) शाम तक भारत पहुंच जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने 11 ऐसे मौके गिनाए जब देश हित की बात होते हुए भी कांग्रेस पार्टी ने विरोध प्रदर्शन किया। इन 11 मौकों में सर्जिकल स्ट्राइक, वन रैंक वन पेंशन (OROP), योग दिवस जैसे मौकों पर कांग्रेस पार्टी की प्रतिक्रिया और हाल में पास हो रहे कृषि बिल को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन शामिल हैं
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