Ram Mandir In Ayodhya: ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि फैजाबाद सर्किट हाउस में आयोजित इस बैठक में ट्रस्ट के सदस्यों ने सर्वसम्मति से यह फैसला किया कि राम जन्मभूमि परिसर में हिंदू धर्म से जुड़ी महान विभूतियों और साधु-संतों की प्रतिमाओं को भी स्थान दिया जाएगा।
Ram Mandir: आज ही के दिन 2 साल पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन किया था। 2 साल बाद हर राम भक्त ये जानना चाहता है कि आखिर भगवान राम के मंदिर का निर्माण कितना हुआ?
चंपत राय ने इंडिया टीवी से कहा कि 14 जनवरी 2024 को मकर संक्रांति पर भक्त गर्भगृह में भगवान राम के दर्शन कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद करोड़ लोगों की आस्था प्रभू श्रीराम में है और उन्हें बहुसंख्यक लोगों ने बुलाया है, इससे पहले उन्हें जब अल्पसंख्यकों ने इंदौर में मस्जिद में भव्य कार्यक्रम में तब भी पीएम नरेंद्र मोदी शामिल हुए थे।
चंपत राय ने बताया कि फिलहाल लार्सन एंड टुब्रो मिट्टी परीक्षण के लिए नमूने एकत्र कर रहा है। मंदिर की नींव का निर्माण मिट्टी की ताकत के आधार पर 60 मीटर नीचे किया जाएगा। ड्राइंग के आधार पर नींव डालने का काम शुरू होगा।
अयोध्या में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की बैठक 18 जुलाई (शनिवार) को होगी। बैठक शाम तीन बजे शुरू होगी।
ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय एवं इसके सदस्य विमलेन्द्र मोहन प्रताप मिश्र, डा.अनिल मिश्र की बृहस्पतिवार को ट्रस्ट के भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेन्द्र मिश्रा के साथ बैठक हुई जिसमें करीब डेढ़ घंटे तक प्रस्तावित मंदिर संबंधी विषयों पर चर्चा हुई।
भाजपा की सहयोगी पार्टी शिवसेना ने रविवार को कहा कि नरेंद्र मोदी नीत सरकार को साहस दिखाना चाहिए और अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर का निर्माण शुरू करना चाहिए।
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