लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश जीवन रक्षक दवाओं की कालाबाज़ारी और नकली दवाओं के विक्रय के सम्बंध में सख्ती बनाए हुए हैं। जिलाधिकारी ने नकली रेमडेसीवीर बेचने और कालाबाज़ारी करने वाले पर एनएसए लगाया है।
यदि इंदौर के डॉक्टरों ने वक्त रहते इन नकली रेमडेसिविर इंजेक्शनों को नहीं पहचाना होता, तो और भी कई लोगों की जानें जा सकती थीं।
दिल्ली पुलिस ने रेमडेसिविर इंजेक्शन के नाम पर ठगी करमे वाली छात्रा को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया है। साइकोलॉजी की इस छात्रा में करीब 11 लोगों को 2.25 लाख का चूना लगाया है।
सरकार ने अब तक राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को कोरोना वायरस के इलाज में काम आने वाली दवा रेमडेसिविर की 98.87 लाख शीशियां आवंटित की हैं।
गुजरात के कामरेज से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक विणुभाई झालावड़िया का एक वीडियो सामने आया है जिसमें वह मरीजों को इंजेक्शन लगाते नगर आए हैं।
रेमडेसिविर इंजेक्शनों की कालाबाजारी के आरोप में गिरफ्तार 27 वर्षीय ड्राइवर के सनसनीखेज दावे का वीडियो बुधवार को सोशल मीडिया पर फैलने के बाद सियासत गरमा गई।
कोरोना महामारी के इलाज के प्रोटोकॉल से प्लाज्मा थेरेपी को कुछ दिन पहले हटाने के बाद अब अब इस प्रोटोकॉल से एक अहम इंजेक्शन रेमडेसिविर (Remdesivir) को भी हटाने की संभावना है।
महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई के एक शख्स के साथ ऑनलाइन कम कीमत में रेमडेसिविर इंजेक्शन दिलवाने के नाम पर 40,000 रुपये की ठगी करने का मामला सामने आया है।
कोविड -19 उपचार के इंजेक्शन रीमेड्सविर का विपणन करने वाली कंपिनयों को 21 अप्रैल से 16 मई के बीच राज्यों व केन्द्र शासित क्षेत्रों को 53 लाख शीशी यह दवा उपलब्ध कराने को कहा गया है।
दिल्ली में दवाओं की ब्लैकमार्केटिंग और नकली इंजेक्शन के कालेधंधे में अस्पतालों के स्टाफ का भी कनेक्शन सामने आ रहा है।
कोरोना वायरस के उपचार के लिए देशभर में रेमडिसविर के टीकों की मांग है और हर राज्य सरकार केंद्र से सप्लाई उपलब्ध कराने की मांग कर रहा है।
कोरोना मरीजों की जान बचाने में रेमडेसीविर इंजेक्शन बड़ी भूमिका निभा रहे है और इन इंजेक्शनों को विभिन्न स्थानों से मध्य प्रदेश के प्रमुख नगरों तक हवाई मार्ग से पहुंचाया जा रहा है। एक विमान इन इंजेक्शनों को लेकर गुरुवार की रात को ग्वालियर पहुंचा तो वहां के रनवे पर फिसल कर पलट गया।
Remedisvir इंजेक्शन के विषय पर सीएम योगी आदित्नाथ ने कहा कि प्रदेश में रेमेडेसीवीर सहित जीवनरक्षक मानी जा रही सभी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। सरकारी कोविड अस्पतालों में यह इंजेक्शन पूर्णतः निःशुल्क है। निजी अस्पतालों को जरूरत के अनुसार डीएम/सीएमओ द्वारा इसकी उपलब्धता कराई जा रही है।
Remdesivir Injection की कमी का फायदा कुछ गलत लोग भी उठा रहे हैं जो लोगों को नकली दवाए बेच रहे हैं। ऐसे कई मामले देश के कई राज्यों से सामने भी आ चुके हैं।
देश में लाइसेंस प्राप्त सात घरेलू विनिर्माताओं की उत्पादन क्षमता 38 लाख शीशी प्रति माह से बढ़कर 1.03 करोड़ शीशी प्रति माह तक पहुंच गई है।
कोरोना महामार के इस दौर में कुछ लोग जरूरतमंदों को ऊंचे दामों पर नकली रेमेडिसविर बेच रहे हैं। ऐसे में ये जानना बेहद जरूरी है कि आखिर कैसे रेमडेसिविर इंजेक्शन के असली या नकली होने की पहचान की जाए।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने नकली रेमेडेसिविर इंजेक्शन बनाने और उन्हें बेचने वाले गैंग के 5 लोगों को कोटद्वार उत्तराखंड से गिरफ्तार किया। इन नकली इंजेक्शन को 25 हजार रुपये में ये जरूरतमंदों को बेचा करते थे।
ऐसा प्रतीत होता है कि केंद्र चाहता है कि ‘‘लोग मरते रहें’’ क्योंकि कोविड-19 के उपचार में रेमडेसिविर के इस्तेमाल को लेकर ‘परिवर्तित’ प्रोटोकॉल के मुताबिक केवल ऑक्सीजन पर आश्रित मरीजों को ही यह दवा दी जा सकती है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने कोविड उपचार प्रोटोकॉल में परिवर्तन पर आपत्ति जताते हुए यह टिप्पणी की।
सोशल मीडिया पर सामने आए वीडियो में दिख रहा है कि तीनों महिलाएं सीएमओ दीपक ओहरी के सामने हाथ जोड़कर मिन्नतें कर रही हैं और इंजेक्शन के लिए उनके पैर तक पकड़ रही हैं।
वर्धा की जेनटेक लाइफ साइंसेज को रेमडेसिविर इंजेक्शनन के विनिर्माण के लिए लाइसेंस मिला है।
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