भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 12 सितंबर को कहा था कि चलन से हटाए गए 2,000 रुपये मूल्य के कुल 93 प्रतिशत नोट बैंकों में वापस आ गए हैं।
आपको बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने 2,000 रुपये के नोटों को चलन से वापस लेने की घोषणा की थी। इन नोटों को बैंक खातों में जमा करने या बदलने के लिए जनता को 30 सितंबर तक का समय दिया था।
Temple Rs 2,000 Notes: RBI के 2,000 रुपये के नोट बैन करने के ऐलान के बाद से मंदिरों में इस नोट को तेजी से चढ़ाया जा रहा है। एक रिपोर्ट में हैरान करने वाली जानकारी सामने आई है।
कुछ स्थानीय कारोबारियों ने बताया कि 2000 रुपये के 100 नोट लेने के लिए उन्हें 2.2 लाख से लेकर 2.4 लाख रुपये तक देने पड़ रहे हैं।
आरबीआई ने बताया कि 2019-20 के दौरान कुल 2,96,695 नकली बैंक नोट पकड़े गए। इनमें से 4.6 प्रतिशत नकली नोट रिजर्व बैंक ने पकड़े, जबकि 95.4 प्रतिशत नकली नोटों की पहचान अन्य बैंकों द्वारा की गई। पिछले साल की तुलना में नकली नोटों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है।
खुद वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने संसद को बताया कि सरकार ने दो सार्वजनिक बैंकों भारतीय स्टेट बैंक और इंडियन बैंक को अपने एटीएम को 500 रुपए और 200 रुपए के बैंक नोट के लिए रिकन्फीगर करने के लिए कहा है।
मोदी सरकार ने शुक्रवार को संकेत दिया है कि 2,000 रुपए के नोटों की छपाई को फिलहाल के लिए रोक दिया गया है क्योंकि चलन में यह नोट पर्याप्त मात्रा में हैं।
देश में इस समय जनता के हाथ में मुद्रा का स्तर 18.5 लाख करोड़ रुपये से ऊपर पहुंच गया है जो इसका अब तक अधिकतम स्तर है। यह नोटबंदी के दौर की तुलना में दोगुने से अधिक है। नोटबंदी के बाद जनता के हाथ में मुद्रा सिमट कर करीब 7.8 लाख करोड़ रुपये रह गयी थी। भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़ों से यह जानकारी सामने आयी है।
एटीएम मशीनों से 200 रुपए का नोट हासिल करने के लिए अभी आपको 5 से 6 महीने का और इंतजार करना होगा।
2000 रुपए के नोट की कम उपलब्धता को देखते हुए बैंकों ने अपनी एटीएम मशीनों को छोटे नोट निकालने के लिए अपग्रेड करना शुरू कर दिया है ताकि ज्यादा कैश भरा जा सके
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