Driving License: भारतीय कानून के मुताबिक बिना ड्राइविंग लाइसेंस के कोई भी व्यक्ति किसी भी तरह का मोटर वाहन नहीं चला सकता है। अगर आप ऐसा करते हुए पाए जाते हैं तो आपके खिलाफ MV-Act के तहत कार्रवाई की जा सकती है। जिसमें आपके वाहन की जब्ती के साथ-साथ आपके ऊपर भारी भरकम रुपयों का जुर्माना भी लगाया जा सकता है।
सरकारी दफ्तर में जाए बगैर इस तरह की सेवाओं को संपर्करहित तरीके से उपलब्ध करवाने से नागरिकों का बहुमूल्य वक्त बचेगा और इस काम में लगने वाला पैसा भी बचेगा।
MP News: आरटीओ अफसर के घर से उसकी आमदनी से 650 गुना ज्यादा संपत्ति मिली।
कोरोना महामारी के कारण फिलहाल स्कूलों की कक्षाएं ऑनलाइन चल रही हैं। लेकिन भविष्य में स्कूल खुलने की संभावनाओं के बीच स्कूल लाने ले जाने वाले वाहनों की फिटनेस चेक की जाएगी। दरअसल, स्कूल बस और वैन में बच्चों की सुरक्षा के लिए करीब दर्जनभर मानक तय किए जा चुके हैं।
सरकार के मुताबिक यह स्कीम भारत के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में वाहनों की मुक्त आवाजाही को सुगम बनाएगी।
मंत्रालय की तरफ से बुधवार को जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार इस नई सुविधा के साथ क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों (RTO) द्वारा ड्राइविंग लाइसेंस जारी करने की प्रक्रिया भी जारी रहेगी।
अगले साल से स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस के इच्छुक लोग हफ्ते के सातों दिन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक कभी भी अपनी सुविधा के अनुसार ड्राइविंग टेस्ट दे सकेगें। ये सुविधा दिल्ली के सबसे व्यस्त 5 आरटीओ ऑफिस में शुरू की जायेगी।
दिल्ली में प्राइवेट वाहन खरीदने वालों के लिए अच्छी खबर है। अब उन्हें रजिस्ट्रेशना सर्टिफिकेट(आरसी)के लिए आरटीओ दफ्तर में भटकने की जरूरत नहीं है।
मंत्री ने बताया कि उपर्युक्त प्रावधान के अनुसार, ड्राइविंग स्किल टेस्ट आयोजित करने का उद्देश्य योग्य/प्रतिभाशाली ड्राइवरों को तैयार करना है।
दिल्लीवासियों के लिए डीटीसी के डिपो और टर्मिनलों में चल रहे जांच केंद्रों को भी जनता के लिए खोल दिया है।
दीपावली पर्व के नजदीक आने के साथ प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुये परिवहन विभाग अपनी कार्रवाई जारी रखेगा।
संसद की एक समिति ने सड़क सुरक्षा को मजबूत बनाने लिए मोटर वाहन अधिनियम लागू कराने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मियों तथा आरटीओ कार्यालय के अधिकारियों को वियरएबल कैमरों से लैस करने का सुझाव दिया है।
सरकार ऐसी योजना बना रही है जिसके तहत कार मालिकों से रसोई गैर की सब्सिडी का हक छीना जा सकता है
दिल्ली में 0009 नंबर सबसे महंगा बिका। आपको शायद ही यकीन होगा कि इस नंबर को हासिल करने वाले कार मालिक ने 9.90 लाख रुपए खर्च कर दिए। जो कि एक रिकॉर्ड है।
देश के हर राज्य में डीएल बनवाने के लिए अगल अलग फीस अदा करनी होती है। जैसा दिल्ली में डीएल बनवाने के लिए महज 60 रुपए अदा करने होते हैं उसी तरह हर राज्य ने अपने हिसाब से इसकी फीस निर्धारित कर रखी है। जानिए डीएल बनवाने की राज्यवार फीस क्या है?
एक्स शोरूम और ऑनरोड प्राइस में अन्तर आपको बताने जा रहे हैं साथ ही कि वे कौन से खर्चे हैं, आपको अपनी कार या बाइक घर लाने से पहले कीमत में जोड़ लेने चाहिए।
प्रॉपर्टी के कागजात और गाड़ी की आरसी एवं डीएल का खोना काफी परेशानियों का सबब बन जाता है। घर और व्हिकल के कागजात खो जाने के बाद भी दोबारा बनवाए जा सकते हैं।
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