Tuesday, April 23, 2024
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sabarimala temple verdict News in Hindi

सबरीमला में मंगलवार को 32000 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, 12 वर्षीय युवती को वापस भेजा गया

सबरीमला में मंगलवार को 32000 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन, 12 वर्षीय युवती को वापस भेजा गया

राष्ट्रीय | Nov 19, 2019, 11:51 PM IST

केरल के सबरीमला मंदिर में मंगलवार को करीब 32,000 श्रद्धालुओं ने भगवान अयप्पा के दर्शन किए।

सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर देवस्वओम बोर्ड का यू टर्न, कहा- महिलाओं के प्रवेश का करता है समर्थन

सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश पर देवस्वओम बोर्ड का यू टर्न, कहा- महिलाओं के प्रवेश का करता है समर्थन

राष्ट्रीय | Feb 06, 2019, 03:45 PM IST

केरल के सबरीमला मंदिर का संचालन करने वाले त्रावणकोर देवस्वओम बोर्ड ने बुधवार को उच्चतम न्यायालय में अपना रुख बदलते हुये कहा कि वह मंदिर में सभी आयु वर्ग की महिलाओं को प्रवेश की अनुमति देने संबंधी फैसले का समर्थन करता है।

‘अनुकूल माहौल’ मिलने पर सबरीमाला मंदिर जाने के लिए तैयार हैं तीन युवतियां

‘अनुकूल माहौल’ मिलने पर सबरीमाला मंदिर जाने के लिए तैयार हैं तीन युवतियां

राष्ट्रीय | Nov 19, 2018, 10:12 PM IST

रजस्वला आयु वर्ग की महिलाओं के सबरीमाला मंदिर में प्रवेश पर जारी गतिरोध के बीच तीन युवतियों ने सोमवर को अयप्पा मंदिर जाने की इच्छा जाहिर की।

सबरीमला फैसले पर पुनर्विचार की मांग वाली याचिकाओं पर आज विचार करेगी शीर्ष अदालत

सबरीमला फैसले पर पुनर्विचार की मांग वाली याचिकाओं पर आज विचार करेगी शीर्ष अदालत

राष्ट्रीय | Nov 13, 2018, 08:28 AM IST

उच्चतम न्यायालय आज उन याचिकाओं पर विचार कर सकता है जिनमें केरल के सबरीमला मंदिर में सभी आयुवर्ग की महिलाओं के प्रवेश की अनुमति वाले उसके 28 सितंबर के फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग की गई है।

केरल: सबरीमाला विरोध प्रदर्शन मामले में अब तक 3,345 से ज्यादा गिरफ्तार

केरल: सबरीमाला विरोध प्रदर्शन मामले में अब तक 3,345 से ज्यादा गिरफ्तार

राष्ट्रीय | Oct 28, 2018, 12:53 PM IST

केरल के सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ विरोध प्रदर्शन में शामिल 3,345 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

भागवत ने सबरीमाला पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की आलोचना की

भागवत ने सबरीमाला पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले की आलोचना की

राजनीति | Oct 18, 2018, 01:02 PM IST

भागवत ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के 28 सितंबर के फैसले की वजह से सबरीमाला में बुधवार को जो स्थिति दिखाई दी, उसका कारण सिर्फ यह है कि समाज ने उस परंपरा को स्वीकार किया था और लगातार कई सालों से पालन होती आ रही परंपरा पर विचार नहीं किया गया।

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