कथावाचक मोरारी बापू इंडिया टीवी के सर्वधर्म सम्मेलन का हिस्सा बनें। जहां उन्होंने कहा-धैर्य और हिम्मत रखिए जल्द ही आपको समाधान मिलेगा।
चुनौतियां कई अवसर लेकर आती हैं, इसलिए इस समय का सदुपयोग करें। ये कहना है स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज का।
इस संकट की घड़ी में सिख समुदाय ने लोगों की काफी मदद की है। जरुरतमंदों को भोजन उपलब्ध कराया है।
स्वामी रामदेव ने लोगों को शास्त्रों और वेदों का पाठ पढ़ने की सलाह दी। बच्चों को गायत्री मंत्र पढ़ाने की अपील की।
आध्यात्म गुरु श्री श्री रविशंकर ने इंडिया टीवी के सर्वधर्म सम्मेलन में बताया कि हल्दी कोरोना के असर को कम करने में मददगार है।
स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि अपना पूरा ध्यान रखना है। अब सावधानी से आगे बढ़ना है।
ब्रह्मकुमारी सिस्टर शिवानी ने बताया हमे अब सोचना है कि बेहतर देश को बनाने के लिए क्या करना है। साथ ही बताया मेडिटेशन से कैसे तनाव दूर किया जा सकता है।
बिशप सेबेस्टियन कल्लुपुरा ने बताया कि इस संकट की घड़ी का सामना खुद में बदलाव लाकर करना होगा।
मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना सैय्यद वासिफ हसन उर रहमान ने लॉकडाउन का पालन करने वालों का शुक्रिया। साथ ही लोगों से लॉकडाउन के नियमों का पालन करने की अपील भी की।
ज्ञानी रंजीत सिंह ने कहा कि इस वक्त सबसे बड़ी चीज है जागरुकता फैलाना। अभी भी कई लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि कोरोना क्या है।
इंडिया टीवी के सर्वधर्म सम्मेलन में आचार्य विवेक मुनि शामिल हुए। जहां उन्होंने बताया कैसे इस मुश्किल समय में खुद को कोरोना वायरस से बचाने के लिए कौन से तरीके अपनाने चाहिए।
जैन मुनि आचार्य पुलक सागर ने कहा कि कोरोना वायरस इसलिए आया है, क्योंकि हमने प्रकृति से छेड़छाड़ की है।
शेख अबु बकर इंडिया टीवी के सर्वधर्म सम्मेलन में शामिल हुए। जहां उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा लगाई गई पाबंदियों से जनता को फायदा हुआ है।
रमेश भाई ओझा ने कहा कि सुख और दुख दोनों का ही अंत होना निश्चित है, लेकिन ईश्वर पर भरोसा रखकर सकारात्मक रहिए। कोरोना काल में मानवता दिखी है।
जैन साध्वी आचार्य श्री चंदना ने बताया दि धर्म के अनुसार मानव के लिए वो क्या नियम है, जिसके जरिए इस वैश्विक महामारी को हराया जा सकता है।
जैन मुनि आचार्च लोकेश ने कहा- कोरोना से डरने की बजाय इसका समाधान ढूंढने की जरुरत है। अपना इम्यून सिस्टम मजबूत रखकर इससे बचा जा सकता है।
मौलाना सैयद मोहम्मद अशरफ ने कहा इस महामारी से निकलने के लिए खुद को लॉकडाउन करें।
धार्मिक स्थलों के खुलने को लेकर मौलाना ने कहा- असली खतरा अब शुरू हुआ है।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य महाराज 80 से ज्यादा किताब और ग्रंथ लिख चुके हैं। रामायण और भागवत कथा वाचक भी हैं।
इंडिया टीवी के खास शो सर्वधर्म सम्मेलन में 20 प्रतिष्ठित धर्म गुरुओं से जानें कैसे अध्यात्म के द्वारा कोरोनो की जंग को जीता जा सकता है।
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