इस साल सामान्य से कम बारिश होगी और देश में सूखा पड़ने के आसार हैं। स्काईमेट वेदर ने ये जानकारी दी है और कहा है कि मानसून के दौरान देश में बारिश कम देखने को मिलेगी। जानिए क्या बताई वजह-
दिल्ली एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई इलाकों में तापमान 15 जनवरी के बाद और गिरने की खबरें आई हैं। खबरों में ये भी कहा गया कि आगामी दिनों में दिल्ली सहित मैदानी इलाके के कुछ क्षेत्रों में न्यूनतम तापमान -4 डिग्री जा सकता है। इस पर निजी पूर्वानुमान मौसम सेवा एजेंसी 'स्काईमेट' ने अपनी ओर से 'हकीकत' बताई है।
इस बार मानसून सीजन यानि जून से सितंबर के दौरान सामान्य के मुकाबले 91 प्रतिशत बारिश रिकॉर्ड की गई है
पूरे मानसून सीजन यानि जून से सितंबर के दौरान अगर बारिश की कमी 10 प्रतिशत या इससे ज्यादा हो तो सीजन को सूखा घोषित कर दिया जाता है।
नेपाल की पहाड़ियों से आने वाले बारिश के पानी की वजह से भी जलस्तर में वृद्धि होगी। लगातार होने वाली इन बारिशों के चलते बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो सकते हैं।
दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे देशवासियों के लिए अच्छी खबर है। मानसून तय समय से पहले ही पूरे देश में दस्तक देने जा रहा है। मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली निजी एजेंसी स्काईमेट की मानें तो मानसून दिल्ली में 22 जून को आ रहा है।
मौसम विभाग से पहले निजी संस्था Skymet मानसून को लेकर अपना अनुमान जारी कर चुकी है, Skymet के मुताबिक इस साल देश में मानसून सामान्य रहने का अनुमान है
Skymet Weather के मुताबिक इस साल सूखा पड़ने की जरा भी संभावना नहीं है, अधिकतर संभावना सामान्य बरसात की है, मौसम विभाग भी इस महीने अपना पहला अनुमान जारी करेगा
हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग ने इस सप्ताहांत बर्फबारी की संभावना जताई है। मौसम विज्ञान विभाग द्वारा जारी बयान के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ शुक्रवार को हिमालय क्षेत्र को प्रभावित कर सकता
प्राइवेट वेदर एजेंसी स्काईमेट ने मानसून को लेकर अपना पहला अनुमान जारी कर दिया है। इसके मुताबिक 2014-15 की तरह इस साल भी देश में सामान्य से कम बारिश होगी।
संपादक की पसंद