इंडिया टेक की फंडिंग में हर तिमाही में गिरावट देखी जा रही है, 2023 की तीसरी तिमाही में फंडिंग में लगातार तीसरी गिरावट के साथ यह सबसे कम फंड वाली तिमाही बन गई है और पिछले 5 वर्षों में सबसे कम वित्त पोषित तिमाही भी।
भारत में अधिकांश निवेश केवल सीसीपीएस मार्ग के माध्यम से किया जाता है। सीबीडीटी ने इस साल मई में गैर-सूचीबद्ध और गैर-मान्यता प्राप्त स्टार्टअप इकाइयों में वित्तपोषण के मूल्यांकन पर नियमों का मसौदा जारी किया था। सीबीडीटी ने यह मसौदा आयकर लगाने के मकसद से जारी किए थे। इसे ‘एंजल कर’ कहा जाता है।
ग्रोवर ने यह मुद्दा उठाया था कि ‘पिछले एक महीने में कई स्टार्टअप को टैक्स नोटिस मिले हैं, जिसमें उनके शेयरधारकों के बारे में जानकारी देने को कहा गया है।
अधिकारी ने कहा, अनुदान के लिए आवेदन करने को 10-15 दिन के भीतर एक ऑनलाइन पोर्टल तैयार किया जाएगा।
एमएसएमई मंत्रालय के पोर्टल पर रोजना करीब 30 हजार नए एंटरप्रेन्योर अपना रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं।
रिपोर्ट कहती है कि एक साल पहले देश में कुल यूनिकॉर्न कंपनियों की संख्या 84 थी लेकिन इस साल यह घटकर 83 रह गई।
10 में से लगभग 9 नियोक्ताओं ने कुशल पेशेवरों के महत्व को भर्ती के लिए एक प्रमुख क्राइटेरिया मानते हैं। हालांकि 10 में से केवल 6 नियोक्ताओं ने अपने संगठनों में अपस्किलिंग कार्यक्रमों को लागू किया है।
New India: भारत सरकार स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए हर स्तर पर कार्य कर रही है। कभी मुद्रा योजना के तहत नए स्टार्टअप्स को लोन प्रोवाइड कर रही तो किसी बिजनेस को सफल बनाने के लिए कुछ एनजीओ से बात कर फंडरेजिंग कराने में मदद कर रही है।
भारत 24 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दुग्ध उत्पादन में दुनिया में सबसे ऊपर है। 7.6 प्रतिशत वैश्विक हिस्सेदारी के साथ मछली उत्पादन में दूसरे स्थान पर, अंडा उत्पादन में तीसरे स्थान पर तथा मांस उत्पादन में आठवें स्थान पर आता है।
अमेरिका के 16वें सबसे बड़े बैंक कैलिफोर्निया स्थित सिलिकॉन वैली बैंक को कैलिफोर्निया के वित्तीय सुरक्षा एवं नवोन्मेष विभाग ने शुक्रवार को बंद कर दिया था।
मंत्री ने कहा कि वह अगले सप्ताह भारतीय स्टार्टअप्स के साथ बैठक करेंगे ताकि उन पर पड़ने वाले प्रभाव को समझ सकें और इस संकट के दौरान नरेंद्र मोदी सरकार उनकी मदद कैसे कर सकती है।
देश भर से आए हुए कृषि स्टार्टअप्स के फाउंडर ने निवेशकों और उद्योग विशेषज्ञों के सामने अपने बिजनेस आईडिया प्रस्तुत किए।
निवेशकों का मोह स्टार्टअप्स से भंग हुआ है। इसके चलते फंडिंग में बड़ी गिरावट देखी गई। गौरतलब है कि 2021 में बेंगलुरु स्थित स्टार्टअप्स ने 20.8 बिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई थी।
भारत में लगभग 100 यूनिकॉर्न और 170 सूनीकॉर्न हैं। फिनटेक, ईकॉमर्स और लॉजिस्टिक्स में 40 से अधिक स्टार्टअप ने वित्त वर्ष 2022 तक 100 मिलियन डॉलर राजस्व को पार कर लिया है।
Startups: यूनिकॉर्न पूंजी बाजार से अब तक 63 अरब डॉलर जुटाने में कामयाब रहे हैं। एक अरब डॉलर से अधिक मूल्यांकन वाले स्टार्टअप को यूनिकॉर्न कहा जाता है।
कांग्रेस की पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि देश में 1990 के दशक के दौरान सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) क्रांति से बने माहौल को भुनाया नहीं जा सका और बड़े घोटालों, नीतिगत लकवे तथा भाई-भतीजावाद के चलते युवाओं की एक समूची पीढ़ी के सपने तबाह हो गए थे।
जनवरी-मार्च 2022 के दौरान 14 स्टार्टअप कंपनियां शामिल होने में सफल रहीं। इस तरह देश में मौजूद यूनिकॉर्न इकाइयों की संख्या बढ़कर 84 हो चुकी है।
कोई निवेशक स्टार्टअप में परिवर्तनीय नोट के जरिये निवेश कर सकता है, जो एक प्रकार का बांड/ऋण उत्पाद होता है।
आइडिया को वास्तविक उत्पाद में बदलने का अभाव या किसी आइडिया को उद्यम में बदलने के लिए आवश्यक कौशल को एकत्रित करने की कमी अधिकांश स्टार्ट-अप्स के लिए एक बड़ी चुनौती है।
राजग सरकार ने विधानसभा चुनाव के समय बिहार में 19 लाख नौकरियों का वादा किया था और आईटी क्षेत्र में रोजगार सृजन की काफी संभावनाएं हैं।
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