पाकिस्तान के विदेश मंत्री इसहाक डार ने 23 मार्च को लंदन में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान भारत के साथ व्यापार गतिविधियों को बहाल करने के लिए पाकिस्तान के व्यापारिक समुदाय की इच्छा के बारे में बताया था। उन्होंने भारत के साथ व्यापारिक संबंधों को बहाल करने की बात की थी।
गोयल ने कहा कि धीरे-धीरे देशों को यह एहसास हो रहा है कि घरेलू मुद्रा में व्यापार करने के कई फायदे हैं। कई देश इस व्यवस्था के लिए आगे आए हैं। भारत ने नेपाल और भूटान समेत पड़ोसी देशों के साथ रुपये में व्यापार शुरू कर दिया है।
संयुक्त अरब अमीरात में पहला हिंदू मंदिर स्थापित होने के बाद दोनों देशों के रिश्ते नई ऊंचाई पर हैं। अब भारत और यूएई ने 100 अरब अमेरिकी डॉलर के नए व्यापार का लक्ष्य तय किया है। इससे कई सेक्टरों में पैसों की बारिश होने की उम्मीद की जा रही है।
ताई ने अबू धाबी में विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की बैठक में अपने संबोधन में कहा कि चीन का आर्थिक विकास दुनिया भर में कई प्रतिस्पर्धी दबाव पैदा कर रहा है और संस्था में अब सुधार की जरूरत है।
भारतीय रुपया ज्यादातर अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के मुकाबले स्थिर रहा है। सीतारमण ने कहा कि रुपये के व्यापार में शुरुआती समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन इससे डॉलर की कमी वाले देशों को मदद मिल रही है।
पाकिस्तान और ईरान में तनाव के बावजूद व्यापार गतिविधियों को जारी रखने का फैसला लिया गया है। पाकिस्तान ने ईरान पर जवाबी स्ट्राइक करके 9 लोगों को मार दिया था। इसके बाद दोनों देशों के संबंध काफी बिगड़ गए हैं। मगर इस बीच पाकिस्तान ने व्यापार के लिए 100 ट्रकों को ईरान भेजा है।
भारत वॉशिंग मशीन, डिशवॉशर के लिए सबसे बड़ा बाजार बन जाएगा। भारत वस्तुओं और सेवाओं के लिए सबसे बड़ा बाजार बन जाएगा।'' उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि महिलाओं के नेतृत्व वाला विकास भारत को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।
रूस से तेल खरीदने में भुगतान की कोई समस्या नहीं है और इस खरीद में हाल में आई गिरावट उसकी तरफ से दी जाने वाली कम छूट का नतीजा है।
IPL 2024 : आईपीएल के मिनी ऑक्शन के बाद अभी भी अगले सीजन के शुरू होने से पहले खिलाड़ी इधर से उधर जा सकते हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें ट्रेड विंडो का इस्तेमाल करना होगा।
पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) 2024 का ड्राफ्ट पांच घंटे के बाद समाप्त हुआ और सभी छह टीमें खुश होकर लौटीं। अधिकांश टीमों की कोर बरकरार रही और कराची किंग्स, क्वेटा ग्लेडियेटर्स जैसी टीमों ने कुछ ट्रेड किए।
भारत और ब्रिटेन के बीच निवेश पर एक अलग समझौते (द्विपक्षीय निवेश संधि) के तहत बातचीत की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘अब केवल कुछ ही मुद्दे बचे हैं। व्यापार एवं निवेश कार्यसमूह (टीआईडब्ल्यूजी) की बैठक (जयपुर में) के दौरान ब्रिटेन की टीम भारत आ रही है और हम उम्मीद कर रहे हैं कि हम बाकी मुद्दों को पूरा कर लेंगे।
भारत और बांग्लादेश ने रुपये में व्यापार करने का फैसला किया है। इससे दोनों देशों के बीच व्यापार में बढ़ावा होने की उम्मीद है। वहीं भारत-बांग्लादेश के इस फैसले से चीन के बाजार को झटका लगा है।
भारत भले ही चीन पर अपनी निर्भरता अगल-अलग क्षेत्रों में धीरे-धीरे कम कर रहा है, लेकिन वह अभी भी दवाओं पर चीन से अपना पीछा नहीं छुड़ा पाया है। एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन से दवाओं का भारत ने 75 फीसद तक आयात किया है। यह रिपोर्ट निश्चित ही आत्मनिर्भर भारत के लिए चिंताजनक है।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने एक ऐसा ऐलान किया है, जिससे भारत को सीधे तौर पर नुकसान उठाना पड़ सकता है। देश के व्यापारियों और व्यवसायियों ने भी यह आशंका जाहिर की है। दरअसल ब्रिटेन शुल्क लाभ योजना (जीएसपी) वापस लेने जा रहा है। इसका असर भारतीय निर्यातकों पर पड़ सकता है।
भारत और अमेरिका के बीच रिकॉर्ड व्यापार हुआ है। 2022-23 में दोनों देशों में 128.8 अरब डॉलर का कारोबार किया है। इसमें भारत का 78 अरब डॉलर से अधिक का निर्यात शामिल है। अब दोनों देश शीघ्र सीमा शुल्क समझौता करने जा रहे हैं। ताकि व्यापार को और बढ़ावा मिल सके।
दोनों देशों के बीच 2022-23 में व्यापार 8.9 अरब डॉलर का था जो 2021-22 में 11 अरब डॉलर का था।
अमेरिका और ताइवान के बीच होने वाले व्यापार समझौते को लेकर चीन की सरकार आग बबूला है। चीन ने ताइवान पर दबाव बनाने के लिए द्वीप पर बमवर्षक विमान और फाइटर जेट उतार दिए हैं। मगर अमेरिका इसे नजरअंदाज कर समझौते पर अडिग है।
रूसी उप प्रधानमंत्री ने कहा कि 'यह मंच एक ऐसा स्थान बन गया है जहां इकट्ठा हुए मुस्लिम देश हमारा समर्थन करते हैं। मुस्लिम जगत के देश किसी भी रूस पर लगाए गए किसी भी प्रतिबंध के खिलाफ हैं।
रूस भारत के साथ दगाबाजी करने पर उतर रहा है। भारत के दुश्मन देश पाकिस्तान के साथ नजदीकियां बढ़ा रहा है। पाकिस्तान के साथ रूस ने कारोबारी समझौता किया है। रूस से पाकिस्तान की करीबी भारत के लिए टेंशन बढ़ा सकती है।
रूसी विदेश मंत्री ने कहा कि रूस के पास अरबों की राशि का भारतीय रूपया जमा पड़ा हुआ है, लेकिन उसका उपयोग रूस नहीं कर पा रहा है। इस पर भारत ने दो टूक जवाब दिया है।
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