करीबी से विरोधी बने रणजीत रावत ने सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री पर पार्टी टिकट बेचने का आरोप लगाया था। हरीश रावत और रणजीत रावत दोनों को ही 14 फरवरी को हाल में हुए विधानसभा चुनावों में लालकुआं और सल्ट सीटों पर हार का सामना करना पड़ा।
उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में हालिया विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद राज्यों में जीते दल सरकार बनाने की कवायदों में जुटे हैं, वहीं हारने वाली पार्टियां नतीजों पर मंथन और आने वाले चुनाव की रणनीतियां बनाने में लगी हैं।
हाल ही में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए। इनमें 5 में से 4 राज्यों में भारतीय जनता पार्टी ने जीत हासिल की। वहीं पंजाब में आम आदमी पार्टी ने स्पष्ट बहुमत हासिल कर लिया।
उत्तराखंड कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष भुवनचंद्र कापड़ी ने निवर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को 6579 वोटों के अंतर से शिकस्त दी।
पिछले कुछ वर्षों की भांति इस बार भी मतगणना के दौरान राजनीतिक दलों से लेकर आम जनता की दिलचस्पी गंगोत्री सीट का परिणाम जानने में अधिक थी और भाजपा प्रत्याशी सुरेश चौहान के जीतने की सूचना मिलते ही मान लिया गया कि अब प्रदेश में भाजपा की ही सरकार बनेगी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माने जाने वाले राज्य उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में अपनी सत्ता बरकरार रखी, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) ने तीन चौथाई बहुमत के साथ पंजाब में प्रचंड जीत हासिल की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता के रथ पर सवार होकर भाजपा ने गुरुवार को दो तिहाई बहुमत के साथ उत्तराखंड में सत्ता में वापसी कर एक नया इतिहास रच दिया।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद खटीमा विधानसभा सीट (khatima Seat Result 2022) पर करीब 6 हजार वोटों के अंतर से हार गए हैं। पुष्कर सिंह धामी अपनी विधानसभा सीट नहीं बचा पाए और अब मुख्यमंत्री की कुर्सी बचा पाते हैं या नहीं ये देखने लायक होगा।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में उत्तरकाशी जिले की गंगोत्री सीट काफी दिलचस्प है। एक ऐसा मिथक भी है कि यहां से जो भी चुनाव जीत जाता है तो उसकी सरकार बनना तय रहता है।
उत्तराखंड में कांग्रेस महासचिव और प्रदेश चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत लालकुआं सीट पर भाजपा के मोहन सिंह बिष्ट से 7,085 मतों से पीछे चल रहे हैं। चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए यशपाल आर्य बाजपुर से भाजपा प्रत्याशी राजेश कुमार से 18587 मतों से पीछे चल रहे हैं ।
सभी 70 सीटों के रुझान सामने आ चुके हैं जिनमें बीजेपी 50 सीटों पर आगे चल रही है जबकि कांग्रेस पार्टी 20 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
प्रदेश की 70 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 14 फरवरी को हुए वोटिंग हुई थी। राज्य में 65 फीसदी से अधिक लोगों ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस साल 2017 के गोवा विधानसभा चुनाव में खंडित जनादेश के पैदा हुई स्थिति से सबक लेते हुए इस बार समय रहते पूरी तैयारी रखना चाहती है।
उत्तराखंड में कांग्रेस की वापसी होती दिख रही है, बीजेपी को झटका लगता दिख रहा है। CNX के EXIT POLL ने उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार बनाई।
चुनाव परिणाम आने से पहले ही विजयवर्गीय के प्रदेश में आगमन के राजनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं और नेताओं के बीच बैठकों और विचार विमर्श के बढ़ते दौर को भाजपा के 36 सीटों के जादुई आंकड़े से दूर रहने की स्थिति में बहुमत जुटाने का फार्मूला निकालने का प्रयास माना जा रहा है।
सटोरियों के मुताबिक, पंजाब की 117 सीटों में से 65 सीटों पर आप की जीत का अनुमान है। अगर सट्टा बाजार का अनुमान सही साबित होता है, तो पंजाब में कई साल बाद एक नई पार्टी सत्ता पर काबिज होगी।
अमित शाह ने कहा कि 4 राज्यों में जहां बीजेपी सत्ता में हैं, वहां बीजेपी फिर से वापसी करेगी और पंजाब में हमारी स्थिति मजबूत होगी।
उत्तराखंड विधानसभा की 70 सीटों के चुनाव के लिए सोमवार को सुबह मतदान शुरू हो गया, जहां प्रदेश के 82 लाख से ज्यादा मतदाता 632 प्रत्याशियों की किस्मत को ईवीएम में कैद कर देंगे। प्रदेश के पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने बताया कि निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव के लिए कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं।
विपक्षी नेताओं द्वारा उनकी और उनकी सरकार की आलोचना करने पर मोदी ने जवाब दिया, ‘सार्वजनिक जीवन में आलोचना होना और आरोप लगने स्वाभाविक है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया टीवी के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि पाचों चुनावी राज्यों से पॉजिटिव रिपोर्ट मिल रही है। यूपी में 2014 जैसा माहौल दिख रहा है। जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है। आलोचना को मैं खुद पर हावी नहीं होने देता, संसद में पूरी रिसर्च के बाद अपनी बात रखता हूं।
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