

म्हारो रंगीलो राजस्थान यानी यहां विभिन्न तरह के रीति-रिवाज, संस्कृति, खान-पान, बोलियां और पहनावा है।
Image Source : pixabayराजस्थान का नाम सुनते ही बड़े-बड़े महल और पैलेस का ख्याल आता है लेकिन यहां एक ऐसा गांव भी है, जिसके बारे में सुनते ही लोगों की रूह कांप जाती है।
Image Source : pixabayइस गांव का नाम कुलधरा है, जो जैसलमेर शहर से लगभग 20 किमी की दूरी पर मौजूद है।
Image Source : file photoकुलधरा गांव से एक नहीं बल्कि कई रहस्यमयी और डरावनी घटनाएं जुड़ी हुई हैं।
Image Source : file photoमाना जाता है कि प्राचीन काल में इस गांव को ब्राह्मणों द्वारा बसाया गया था। कधान नमक पाली के एक ब्राह्मण ने इस गांव को बसाया था।
Image Source : file photoहैरानी वाली बात ये है कि ये गांव रातों-रात ही खाली हो गया, जिसके बारे में आजतक किसी को नहीं पता चला।
Image Source : file photoयह गांव 50-100 साल से नहीं बल्कि 200 सालों से भी अधिक समय से यह वीरान पड़ा हुआ है।
Image Source : file photoलोककथा के अनुसार यह का जमीनदार सलीम सिंह आम लोगों से गलत तरीके से ब्याज या कर वसूलता था। गांव की महिलाओं और बेटियों पर भी सलीम की गंदी नजर थी।
Image Source : file photoऐसा माना जाता है कि एक रात गांव के प्रधान की बेटी के साथ उसने घिनौना काम किया। उसने गांव वालों को धमकी दी कि अगर उन्होंने इस बात का विरोध करने की कोशिश की या रास्ते में आए तो वो और ज्यादा कर वसूल करेगा।
Image Source : file photoगांव के प्रधान ने अपने गांव वालों की जान बचाने के साथ-साथ अपनी बेटी की इज्जत बचाने की ठानी। मुखिया सहित हजारों लोग रातों-रात गांव छोड़कर चले गए।
Image Source : file photoगांव खाली होने से पहले ब्राह्मणों ने श्राप दिया कि यहां जो कोई भी घर बनाना चाहेगा वो नहीं बना पाएगा।
Image Source : file photoकुलधरा गांव देखने के लिए दिन में हजारों पर्यटक घूमते फिरते दिखते हैं, लेकिन शाम होते ही यह भूतिया गांव वीरान हो जाता है।
Image Source : file photoNext : ये है देश का सबसे अमीर हिंदू मंदिर, अरबों में आता है दान और दक्षिणा