अंतरिम बजट केन्द्र सरकार द्वारा आम चुनावों से ठीक पहले प्रस्तुत किया जाने वाला बजट होता है। जबकि केंद्रीय बजट केंद्र सरकार द्वारा संसद में प्रस्तुत किया जाने वाला वार्षिक बजट होता है।
Image Source : FILE लोकसभा में लेखानुदान बिना चर्चा के अंतरिम बजट पारित हो जाता है, जबकि लोकसभा में पूर्ण चर्चा के बाद केंद्रीय बजट पारित होता है।
Image Source : FILE अंतरिम बजट चुनावी वर्ष के दौरान, वित्तीय वर्ष के लगभग 2 से 4 महीने की अवधि के लिए होता है। जबकि केन्द्रीय बजट सम्पूर्ण वित्तीय वर्ष के लिए होता है।
Image Source : FILE अंतरिम बजट में पिछले वर्ष के व्यय और आय का सारांश होता है। जबकि केंद्रीय बजट में पिछले वर्ष की आय और व्यय का विस्तृत ब्योरा होता है।
Image Source : FILE अंतरिम बजट में टैक्स कलेक्शन से हासिल आय का घटक शामिल नहीं होता है। जबकि केंद्रीय बजट में देश के विकास के लिए विभिन्न सामाजिक कल्याण उपायों के लिए धन खर्च करने पर एक घटक होगा और टैक्स के माध्यम से धन जुटाने के तरीकों की चर्चा होगी।
Image Source : FILE अंतरिम बजट में पिछले साल की आय और व्यय का उल्लेख किया जाएगा। अंतरिम बजट में आय के स्रोतों का विवरण नहीं दिया जाएगा। जबकि, केंद्रीय बजट के दो अलग-अलग भाग होते हैं, एक भाग पिछले वर्ष के व्यय और आय से संबंधित होता है और दूसरा भाग सरकार द्वारा धन जुटाने की योजना और राष्ट्र के विकास के लिए इसका उपयोग कैसे किया जाएगा, इस पर आधारित होता है।
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