

मां लक्ष्मी की हम सभी दीपावली के दिन विशेष रूप से पूजा करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं मां लक्ष्मी के आठ रूप हैं जिन्हें अष्टलक्षमी कहा जाता हैं। आज हम उनके बारे में आपको बताने जा रहे हैं।
Image Source : INDIA TVआदिलक्ष्मी: मां लक्ष्मी का आदि रूप है। यह रूप लक्ष्मी मां के सभी रूपों की उत्पत्ति का स्रोत है। आदिलक्ष्मी ने अपने हाथों में कमल,तलवार धनुष और अमृत कलश धारण किया है।
Image Source : INDIA TVधनलक्ष्मी: यह लक्ष्मी मां का सबसे दिव्य रूप है। ये रूप धन और समृद्धि प्रदान करता है। धनलक्ष्मी मां के इस रूप में उनके हाथों में कमल,मोती, अमृत कलश और मुद्रा है।
Image Source : INDIA TVधान्यलक्ष्मी: मां लक्ष्मी का ये रूप फसलों और अन्न की समृद्धि का आशीर्वाद देने वाला है। मां के हाथों में कमल,गेहूं धान, और फल सुशोभित हैं।
Image Source : INDIA TVगजलक्ष्मी: मां गजलक्ष्मी का रूप सफेद है। मां ने इंद्र देव के खोए हुए धन को प्राप्त कराया था। गजलक्ष्मी मां का वाहन सफेद हाथी है।
Image Source : INDIA TVसंतानलक्ष्मी: देवी मां का यह रूप संतान और परिवार की सुख समृद्धि का आशीर्वाद देता है। उनके हाथों में कमल,बच्चे, अमृत कलश, और फल सुशोभित हैं।
Image Source : INDIA TVवीरलक्ष्मी: लक्ष्मी मां का यह रूप शक्ति और साहस प्रदान करने वाला है। युद्ध में विजय प्राप्ति के लिए वीरलक्ष्मी मां के स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।
Image Source : File Imageभाग्यलक्ष्मी: मां लक्ष्मी का यह रूप भाग्य को प्रदान करने वाला है। भाग्यलक्ष्मी मां की पूजा करने से बंद रास्ते खुल जाते हैं और धन की वर्षा होती है।
Image Source : File Imageविजयलक्ष्मी: लक्ष्मी जी का यह रूप विजय और सफलता प्रदान करने वाला है। धन की देवी का यह रूप सर्वश्रेष्ठ माना जाता है।
Image Source : File Imageइस प्रकार मां लक्ष्मी के आठ रूपों की महिमा संपूर्ण हुई।
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