America News: अमेरिका अभी भी दुनिया का सबसे पॉवरफुल देश है। लेकिन इस ताकतवर देश की वायुसेना को भी एक बड़ी कमी का सामना करना पड़ रहा है। इस कारण अमेरिकी वायुसेना को मजबूर होना पड़ रहा है कि वह अपने पायलटों का कार्यकाल बढ़ाए। कई पायलटों का कार्यकाल बिना मंजूरी लिए जबरन बढ़ाया जा रहा है। अपनी सर्विस को मनमाने तरीके से बढ़ाए जाने को लेकर कई पायलटों ने शिकायत भी दर्ज कराई है। बताया जा रहा है कि कुछ पायलटों के कार्यकाल तीन साल तक के लिए बढ़ाया गया है। इस मुद्दे का खुलासा तब हुआ, जब कुछ एक्टिव ड्यूटी से रिटायर होने वाले पायलटों ने अपने कागजात जमा किए। तब उन्हें बताया गया कि उनकी सर्विस अभी काफी समय के लिए बची हुई है।
पायलटों ने यूएस कांग्रेस को लिखा खत
अमेरिका की ह्यूमन रिसोर्स कमांड के प्रमुख मेजर जनरल टॉम ड्रू ने समझाया कि यह गलती इसलिए हुई क्योंकि ह्यूमन रिसोर्सेज कमांड ने पायलटों की फाइलों में अतिरिक्त तीन साल की सेवा को शामिल किए बिना गलत तारीख डाल दी थी। अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि सेना युद्ध की तैयारी बनाए रखते हुए गलतियों को ठीक करने और सैनिकों को स्थिरता प्रदान करने के लिए काम कर रही है। वहीं दूसरी ओर वायुसेना के कई पायलेटों ने सामूहिक रूप से शिकायती खत भेजकर सेना के अधिकारियों पर आरोप लगाया है कि वे गुमराह कर रहे हैं।
अमेरिकी सेना पर लगाए गंभीर आरोप
पत्र में एक अधिकारी ने कहा कि उनका परिवार अमेरिकी सेना की इस गलती से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है, क्योंकि वे नागरिक जीवन में खुद को ढालने की कोशिश कर रहे थे। अन्य पायलटों ने बताया कि वे अपने बिजनेस को शुरू करने और दूसरी आकर्षक नौकरियों को ज्वाइन करने की पूरी तैयारी कर चुके थे।
अमेरिकी सेना का ये है बयान
अमेरिकी सेना में भर्ती हुए पायलटों को एक स्पेशल बॉन्ड भरना होता है। इसमें उनकी सर्विस के कार्यकाल का उल्लेख होता है।इस बीच जनरल टॉम ड्रू ने कहा कि वे ऐसे हर एक मामले पर गंभीरता से ध्यान दे रहे हैं और जल्द ही इसका हल निकाल लिया जाएगा।