Monday, May 20, 2024
Advertisement

गुरपतवंत सिंह मामले में नरम पड़े अमेरिका के तेवर, कहा-"पन्नू भारत द्वारा घोषित आतंकी, हत्या की साजिश पर अभी कुछ नहीं बोलेंगे"

खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के प्रयास की साजिश मामले को लेकर अमेरिका ने बड़ा बयान दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पन्नू अमेरिकी और कनाडाई नागरिक होने के साथ ही साथ भारत द्वारा घोषित आतंकवादी भी है। इसलिए हत्या के प्रयास की साजिश का आरोप साबित नहीं होने तक हम कुछ नहीं कहेंगे।

Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Updated on: May 10, 2024 11:35 IST
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन। (फाइल)- India TV Hindi
Image Source : REUTERS खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन। (फाइल)

वाशिंगटनः अमेरिकी नागरिक और भारत द्वारा घोषित खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू मामले में वाशिंगटन के तेवर अब काफी नरम पड़ गए हैं। अमेरिका ने कहा कि पन्नू भारत द्वारा घोषित आतंकवादी है। हालांकि वह अमेरिकी और कनाडाई नागरिक है। मगर जब तक उसकी हत्या के प्रयास की साजिश का आरोप कोर्ट में साबित नहीं हो जाता, तब तक वह इस मामले पर कुछ भी नहीं बोलेगा। अमेरिका ने कहा कि पन्नू मामले में अब तक भारत की जांच से वह संतुष्ट है। 

भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने कहा कि खालिस्तानी आतंकवादी पन्नू के खिलाफ कथित हत्या की साजिश को लेकर जवाबदेही की दिशा में भारत के कदमों पर हमें संतोष है। अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि मामले की जांच चल रही है और यह एक चालू कानूनी मसला है। इसलिए जब तक जूरी के सामने "आरोप साबित नहीं हो जाते" तब तक वह "कुछ भी नही बोलेगा"। क्योंकि पन्नू भारत द्वारा घोषित आतंकवादी भी है। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने गुरुवार को ब्रीफिंग में कहा, ''मैं इस मामले को यहीं छोड़ दूंगा।''

गार्सेटी ने कहा कि यह अमेरिका के लिए लाल रेखा

आतंकी पन्नू के मामले पर राजदूत गार्सेटी ने कहा कि यह अमेरिका के लिए लाल रेखा है। हालांकि वह इस मामले में भारत की जांच से पूरी तरह संतुष्ट है। मगर अभी भी कई कदम उठाने की जरूरत है। इस मामले को लेकर भारत व अमेरिका के रिश्तों पर प्रभाव के सवाल पर गार्सेटी ने कहा कि "जब मैं एक ऐसे रिश्ते का जिक्र कर हूं ...जिसमें रास्ते में उतार-चढ़ाव आ सकते हैं। यह संभावित रूप से किसी रिश्ते में पहली बड़ी लड़ाई होगी।" गार्सेटी ने कहा कि एक आपराधिक मामला है। 

भारत ने एक जांच आयोग का गठन किया है "और... हम उम्मीद करते हैं कि जब हम अमेरिकी न्याय के बारे में आपराधिक मामला चला रहे हैं, तो इसके परिणाम और साझा जानकारी की आवश्यकता होगी।अब तक... उन्होंने (भारत ने) जो किया है उससे मैं संतुष्ट हूं। यह मुद्दा भारत और अमेरिकी प्रशासन दोनों के लिए बेहद नाजुक है, क्योंकि वे चीन की बढ़ती शक्ति के बारे में साझा चिंताओं के सामने घनिष्ठ संबंध बनाने की कोशिश कर रहे हैं। (रॉयटर्स)

यह भी पढ़ें

भारत के Loksabha Election 2024 में हस्तक्षेप के आरोपों से अमेरिका ने किया इनकार, रूस ने किया था दावा

हरदीप निज्जर मामले में ट्रूडो पर पलटवार, "भारत में संगठित अपराध से जुड़े लोगों को कनाडा ने दी प्रवेश और निवास की अनुमति"

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। US News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement