रामनगरी अयोध्या जाने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। आनंदविहार से लखनऊ चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस 8 जुलाई से 16 की जगह 20 बोगियों के साथ चलाई जाएगी।
राम मंदिर का निर्माण कार्य अक्टूबर 2025 तक पूरा हो जाएगा। श्रद्धालु परिसर में बने सभी 16 मंदिरों के दर्शन कर सकेंगे। परकोटा, राम दरबार, स्वर्ण शिखर और अन्य निर्माण कार्य तेजी से चल रहे हैं।
अयोध्या में राम की पैड़ी की तर्ज पर अब वृन्दावन में श्री कृष्ण की पैड़ी का निर्माण किया जाएगा। पर्यटन विभाग को इसके लिए धनराशि तय कर उसी के अनुसार प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये गये हैं।
अयोध्या प्रशासन ने खानपुर मसोधा इलाके में दादा मिया मजार पर हर साल आयोजित होने वाले दादा मिया उर्स की अनुमति रद्द कर दी है। सूत्रों के अनुसार, स्थानीय विहिप सदस्य लालजी शर्मा और सूर्यकांत पांडे ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है जिसमें आरोप लगाया गया कि खानपुर मसोधा में “गाजी बाबा” के नाम पर एक सभा आयोजित की जा रही है।
अयोध्या के भव्य राम मंदिर में देश-विदेश से भक्तजन रामलला के दर्शन करने के लिए आते हैं। ऐसे में अब मंदिर परिसर में राम दरबार को भी भक्तों के लिए खोल दिया गया है। मंदिर परिसर में भक्तों की एंट्री कैसे होगी? राम दरबार के दर्शन करने की टाइमिंग क्या है? ये सारी जानकारी सामने आ गई है।
अयोध्या में राम मंदिर के आसपास ऊंची इमारतों के निर्माण पर रोक लगा दी गई है। अयोध्या विकास प्राधिकरण ने इस संबंध में नोटिस जारी करना शुरू कर दिया है। आइये जानते हैं कि राम मंदिर से कितनी दूरी पर कितनी ऊंची इमारत बनाई जा सकती है।
सर्किल दरों में 200 प्रतिशत तक की वृद्धि होने के चलते अयोध्या में जमीन की कीमतें आसमान छू रही हैं। रकाबगंज, देवकाली और अवध विहार आवासीय योजनाएं अब जिले में सबसे महंगी हैं।
राम मंदिर के मुख्य ढांचे का निर्माण पूरा हो चुका है, लेकिन संग्रहालय, सभागार और अतिथि गृह समेत मंदिर परिसर के दूसरे हिस्से में अभी काम चल रहा है। मंदिर को भारी मात्रा में सोने का दान मिला है, जिसका इस्तेमाल निर्माण में किया गया है।
राम सीता की मूर्ति एक ही पत्थर में है। भगवान राम और सीता की मूर्ति 4.5 फुट की है। लक्ष्मण और शत्रुघ्न 4.5 फुट के हैं। वहीं, भरत और हनुमान तीन-तीन फुट के हैं।
करीब डेढ़ साल पहले 22 जनवरी 2024 को रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी और आज 5 जून को राम मंदिर के फर्स्ट फ्लोर पर राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हुई। आज वो क्षण आ गया जिसका करोड़ों रामभक्तों को इंतजार था।
प्राण प्रतिष्ठा समारोह सुबह 11 बजे से शुरू होगा और विशेष पूजा-अर्चना, हवन और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच देव विग्रहों की स्थापना होगी। सीएम योगी इस समारोह के मुख्य अतिथि होंगे।
एलन मस्क के पिता एरोल मस्क आज रामलला का दर्शन करने अयोध्या पहुंचे। अयोध्या यात्रा के दौरान एरोल मस्क के साथ उनकी बेटी एलेक्जेंड्रा भी थीं।
अयोध्या फिर सज धज कर तैयार है। रामलला तो आ चुके हैं, दिव्य और भव्य मंदिर में उनकी प्राण प्रतिष्ठा हो चुकी है। अब मर्यादा पुरुषोत्तम राम का आगमन हो रहा है। पूरे विधि विधान के साथ 5 जून को राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा होगी।
एलन मस्क के पिता एरोल मस्क ने भारत को स्लीपिंग जायंट कहते हुए वैश्विक महाशक्ति बताया है। इसके अलावा उन्होंने भारत के वेदों की भी बात की। उन्होंने कहा कि वह राम मंदिर जाने के इच्छुक हैं।
रामनगरी अयोध्या में दूसरे प्राण-प्रतिष्ठा उत्सव की शुरुआत आज से हो रही है। अब दूसरी प्राण प्रतिष्ठा में भगवान राम राजा के रूप में स्थापित किए जाएंगे। राम मंदिर के पहले तल पर राजा राम का दरबार होगा। 22 जनवरी 2024 को भगवान श्रीराम बालक राम के रूप में स्थापित किए गए थे।
गंगा दशहरा के त्योहार के साथ तीन से पांच जून तक होने वाले इस कार्यक्रम की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं। देश भर के धार्मिक नेताओं और संतों को निमंत्रण पत्र भेजे जा चुके हैं।
3 जून से 5 जून तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इसके लिए अतिथियों को निमंत्रण पत्र बांटे जा रहे हैं। ट्रस्ट के निमंत्रण में आयोजन के आध्यात्मिक महत्व पर जोर दिया गया है।
दुनिया के सबसे अमीर शख्स एलन मस्क के पिता एरोल मस्क श्री रामलला से आशीर्वाद लेने के लिए राम जन्मभूमि मंदिर, अयोध्या आएंगे। उनका यह दौरा भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत के साथ उनके जुड़ाव को दर्शाता है।
राम मंदिर में गर्भगृह से लेकर सभी मंडपों के फर्श तक का काम पूरा हो गया है। अब भगवान श्रीरामलला के भव्य मंदिर के शिखरों पर सोने की परत चढ़ाने का काम शुरू हो गया है।
पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह अयोध्या पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत हुआ। उन्होंने कहा कि सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं, जो खोया उसका गम नहीं जो पाया वह कम नहीं।
संपादक की पसंद