कांग्रेस नेता जमीर खान और दलित संत नारायण स्वामी जी डॉ. अंबेडकर जयंती और ईद मिलन समारोह में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इस दौरान भाषण देते समय जमीर खान भावुक हो गए। इससे पहले कि लोग कुछ समझ पाते, उन्होंने अपने उदाहरण से सभी को चौंका दिया।
गुजरात के बनासकांठा जिले में एक दलित दूल्हे को घोड़ी पर बैठने से रोका गया तथा उसकी बारात पर पथराव किया गया। इस घटना के बाद पुलिस ने एक गांव के सरपंच समेत 28 लोगों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया है।
बसपा सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधते हुए मौर्य ने कहा, मैं जिसका साथ छोड़ता हूं, उसका कहीं अता-पता नहीं रहता है।
भारतीय जनता पार्टी सोशल मीडिया के जरिए विपक्षी पार्टी पर हमला करने का कोई कसर नहीं छोड़ रही है। बीजेपी यूपी के ट्वीटर हैंडल से एक पुराना वीडियो शेयर करके सपा पर निशाना साधा है।
निर्देश में लिखा गया है कि उक्त प्रकार की घटनाओं के सम्बन्ध में शिकायत प्राप्त होने पर तत्परता से FIR दर्ज की जाए।
यह घटना टीवी चैनलों द्वारा उस व्यक्ति पर उसकी पत्नी के भाई द्वारा हिंसक हमले के CCTV दृश्यों को प्रसारित करने के बाद प्रकाश में आई, जब कथित तौर पर उन्हें चिरायिनकीझु में स्थित निवास पर आमंत्रित किया गया।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जोर देकर कहा, कांग्रेस पार्टी दलित भाई-बहनों पर हो रहे हमले को रोकेगी।
लहरी सिंह ने बताया कि गुरमीत ने मारपीट की शिकायत पुलिस से की जिसके बाद आरोपी युवकों के परिजन गांव के कुछ लोगों के साथ मोहल्ले में आए और धमकी दी तथा गुरमीत से मामला वापस लेने को कहा।
मायावती ने अपने ट्वीट में पंजाब के मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी और गुजरात के नेता जिग्नेश मेवाणी पर भी इशारों में निशाना साधा।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि राजस्थान के इस हत्याकाण्ड के सम्बंध में 3 दिन बाद प्राथमिकी दर्ज की गई है।
राजस्थान के जालौर में दलित युवक की पिटाई हुई है। पीड़ित का आरोप है कि वो मंदिर गया था तभी कुछ दबंगों ने उसकी बेरहमी से पिटाई की और गाली-गलौज की।
गौरव भाटिया ने सवाल उठाया कि क्या अब कांग्रेस के शीर्ष नेता अपने मुख्यमंत्रियों के साथ राजस्थान जाएंगे।
कौर ने एक बयान में कहा कि इसके अलावा, भारत के केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने पहले ही सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों को इस बारे में निर्देश दिया है।
मायावती ने चरणजीत सिंह चन्नी को बधाई देते हुए कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी इनको पहले ही 5 सालों के लिए सीएम बना देती तो अच्छा होता। इन्हें कुछ समय के लिए मुख्यमंत्री बनना तो ये लगता है कि ये महज चुनावी हथकंडा है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कई वरिष्ठ नेताओं ने इस पर आपत्ति जताते हुए कहा है कि प्रदेश अध्यक्ष के चयन में सिर्फ जाति नहीं, बल्कि संगठन एवं नेतृत्व की क्षमता तथा वोटबैंक के मुख्य आधार को महत्व दिया जाना चाहिए।
सतीश चंद्र मिश्रा ने दावा किया कि आगामी विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण व अनुसूचित जाति का गठजोड़ बीजेपी को सत्ता से बाहर करेगा।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने बुधवार को कहा कि जब पैसे कमाने की बात आती है तो दलितों को ‘मारवाड़ियों’ की तरह सोचना चाहिए।
अरविंद केजरीवाल ने नांगलगांव से वापस आकर एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने पीड़िता के परिवार को 10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता तथा मामले की मेजिस्ट्रेट जांच कराने की बात कही है।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनाव अगले साल की शुरुआत में हो सकते हैं, लेकिन राजनीतिक परिदृश्य को फिर से तैयार करने के प्रयास शुरू हो चुके हैं। और जाति अंकगणित से प्रभावित राज्य में, यह छोटे खिलाड़ी हैं, राजनीति के अतिरिक्त, जो मुख्यधारा की पार्टियों के लिए “बनाने या तोड़ने” का कारक हो सकते हैं।
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (RPI) के अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने शनिवार को कहा कि उत्तर प्रदेश का दलित वोट अब बहुजन समाज पार्टी के साथ नहीं, बल्कि भारतीय जनता पार्टी के साथ है।
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