अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद विमानन नियामक डीजीसीए की तरफ पूरी सतर्कता बरती जा रही है। इस बीच डीजीसीए द्वारा की गई जांच में देश के कई प्रमुख हवाई अड्डों और विमानों में खामियां पाई गई हैं।
नागर विमानन महानिदेशालय की 8 सदस्यीय टीम ने एयर इंडिया के मुख्य बेस का ऑडिट शुरू कर दिया है। सूत्र ने बताया कि आमतौर पर तीन सदस्यों की टीम सालाना ऑडिट करती है।
एयर इंडिया ने आंतरिक समीक्षा के बाद खुद ही तीन लापरवाह अधिकारियों के बारे में जानकारी दी थी। इसके बाद डीजीसीए ने तीनों को नौकरी से निकालने के आदेश दिए हैं।
अहमदाबाद में हुए विमान हादसे में 297 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों की पहचान डीएनए टेस्ट के जरिए की जा रही है। इस बीच आज डीजीसीए, एयर इंडिया और एयर इंडिया एक्सप्रेस के बीच हुई बैठक खत्म हो चुकी है।
गुजरात के अहमदाबाद में हुए विमान हादसे के बाद डीजीसीए ने बड़ा फैसला लेते हुए बोइंग 787-8/9 विमानों पर सेफ्टी जांच बढ़ाने का निर्देश जारी कर दिया है।
गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया का प्लेन आज क्रैश हो गया। इस विमान में सवार कई यात्रियों की मौत हो चुकी है। इसी विमान में गुजरात के पूर्व सीएम विजय रुपाणी भी सवार थे, जिनकी मौत हो चुकी है। ऐसे में चलिए बताते हैं कि एयरपोर्ट से लेकर रनवे तक विमान के उड़ान भरने से पहले क्या क्या चेक किया जाता है।
इंडिगो के ‘ए321 नियो’ विमान की उड़ान संख्या ‘6ई 2142’ को पठानकोट के निकट ओलावृष्टि और भीषण खराब मौसम का सामना करना पड़ा था। इस संबंध में डीजीसीए की तरफ से बयान जारी किया गया है।
यह आदेश रक्षा मंत्रालय की सिफारिश पर जारी किया गया है। डीजीसीए ने कहा है कि नियमों का उल्लंघन करने पर यात्रियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
पाकिस्तान का एयरस्पेस बंद होने के कारण उत्तर भारत से आने-जाने वाली फ्लाइट्स को लंबी उड़ान भरनी पड़ रही है। ऐसे में डीजीसीए ने सभी एयरलाइंस के लिए एडवाइजरी जारी कर यात्रियों के खाने और समय की सही जानकारी देने के निर्देश दिए हैं।
डीजीसीए ने कहा कि एयरलाइन कंपनियों को इस कठिन समय में अप्रत्याशित परिस्थितियों और चुनौतियों का सामना कर रहे पर्यटकों को सभी जरूरी मदद प्रदान करने के लिए भी कहा गया है।
डीजीसीए यह भी जांच करेगा कि क्या चालक दल के सदस्य के अस्वस्थ महसूस करने पर विमान में मौजूद बाकी चालक दल ने कोई कार्रवाई की थी।
डीजीसीए की जांच में विमान के पहुंचने के समय चालक दल की तकनीक, हवा की स्थिति और फ्लैप सेटिंग सहित अन्य पहलुओं पर गौर किया जाएगा।
एयर इंडिया के खिलाफ जुर्माना लगाने का आदेश तब आया जब 13 दिसंबर 2024 को एयर इंडिया के ऑपरेशन हेड और रोस्टरिंग चीफ सहित अन्य अधिकारियों को जारी किए गए कारण बताओ नोटिस का जवाब ‘असंतोषजनक’ पाया गया।
दो साल से अधिक समय से उड़ान भर रही आकाश एयर, हाल के महीनों में कुछ खामियों के कारण नियामकीय जांच के दायरे में आ गई है। कभी जुर्माना लगा तो कभी नियामकीय निर्देशों के उल्लंघन के बदले नागरिक उड्डयन महानिदेशालय की तरफ से एक्शन हुए।
6 जनवरी को जारी एक आदेश में, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने पिछले साल अक्टूबर में अकासा एयर के ऑडिट में पाया कि पायलट ने हार्ड लैंडिंग की थी, जिसका मतलब है कि विमान रनवे से असामान्य रूप से टकराया था।
अकासा एयर ने एक बयान में कहा कि अकासा एयर को 27 दिसंबर 2024 को डीजीसीए से एक आदेश हासिल हुआ है। हम डीजीसीए के साथ काम करना जारी रखेंगे और उसके मुताबिक, अनुपालन करेंगे। सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है और हम सुरक्षा के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास करते हैं।
अकासा एयर के पास 26 विमानों का बेड़ा है और यह पांच विदेशी शहरों सहित 27 गंतव्यों के लिए उड़ान भरता है।
स्टेकहोल्डर्स के साथ कंसल्टेशन के बाद डीजीसीए ‘वेट-लीजिंग’ के नियमों को सुव्यवस्थित करने पर काम कर रहा है। मौजूदा नियमों के तहत ‘वेट-लीज’ वाले प्लेन पर डीजीसीए का पूरा कंट्रोल नहीं होता है।
नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने कहा कि इन आंकड़ों से पता चलता है कि हवाई यात्रा अब ज्यादा लोगों की पहुंच में है। उन्होंने कहा कि ये उपलब्धि उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) जैसी योजनाओं की वजह से हासिल हो पाई है।
नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) के संयुक्त महानिदेशक मनीष कुमार ने कहा कि सुरक्षा के साथ वृद्धि सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने विमानन क्षेत्र में मानव संसाधनों के महत्व पर भी जोर दिया।
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