एमसीएक्स पर सोने की कीमतों में लगभग 3 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है, जो 27 जून को 94,951 रुपये प्रति 10 ग्राम से बढ़कर 11 जुलाई को 97,830 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई। एक्सपर्ट का यह भी कहना है कि कमजोर रुपया सोने की कीमतों में तेजी को और बढ़ावा दे सकता है।
आज 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी 600 रुपये बढ़कर 98,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। गुरुवार को ये 200 रुपये की तेजी के साथ 98,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के बीच आज चांदी का भाव 1,04,000 रुपये प्रति किलो पर बिना किसी बदलाव के स्थिर रहा।
जुलाई में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें कम होने और अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने के कारण बुधवार को सोने की कीमतों में बिकवाली का दबाव देखा गया।
सोने ने मंगलवार को सोमवार के नुकसान की भरपाई की और मज़बूती दिखाई। इसकी वजह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा जापान और दक्षिण कोरिया से आयातित वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाने की योजना है।
सर्राफा कारोबारियों ने कहा कि सोने की कीमतों में गिरावट सुस्त वैश्विक रुझान और उच्च स्तर पर निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली के अनुरूप थी।
हफ्ते के आखिरी दिन, शुक्रवार को 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत भी 500 रुपये घटकर 98,500 रुपये प्रति 10 ग्राम रही।
सोने के साथ ही आज चांदी की कीमत भी 1000 रुपये बढ़कर 1,05,800 रुपये प्रति किलो हो गई।
आज 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी 450 रुपये बढ़कर 98,600 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
सात दिन की गिरावट के सिलसिले को तोड़ते हुए सोने की कीमतों में 1 जुलाई को उछाल आया। अमेरिकी डॉलर में गिरावट ने सोने को और अधिक आकर्षक बना दिया है।
भू-राजनीतिक और आर्थिक अनिश्चितताओं के कम होने के चलते सोने पर दबाव बना हुआ है। मध्य पूर्व में तनाव कम होने और अमेरिका के साथ व्यापार समझौतों पर प्रगति के चलते सुरक्षित पनाहगाह परिसंपत्तियों की तत्काल जरूरत कम हो रही है।
जानकारों का कहना है कि इजरायल-ईरान के बीच सीजफायर के बाद तनाव कम होने और अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड डील की अनुकूल रिपोर्टों के बीच व्यापारियों द्वारा बिकवाली करने से सोने की कीमत में गिरावट देखी गई।
वायदा कारोबार में सोने की कीमत 144 रुपये गिरकर 97,213 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई, जबकि चांदी की कीमत 261 रुपये बढ़कर 1,06,241 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।
अमेरिका द्वारा ईरान और इजरायल के बीच पूर्ण युद्ध विराम की पुष्टि के बाद सुरक्षित निवेश की मांग में कमी आने से सोना दबाव में आ गया। आगे तनाव बढ़ने की आशंका कम होने के साथ ही निवेशक मुनाफावसूली भी कर रहे हैं और सोने से हाथ खींच रहे हैं।
सोने के साथ ही आज चांदी की कीमत में भारी गिरावट देखने को मिली। शुक्रवार को चांदी की कीमत 2000 रुपये लुढ़क कर 1,05,200 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई।
सोने के अलावा, आज चांदी की कीमत भी रिकॉर्ड स्तर से 1000 रुपये की गिरावट के साथ 1,07,200 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई।
चांदी की कीमतों में तेजी जारी रही और फरवरी, 2012 के बाद पहली बार अंतरराष्ट्रीय बाजार में ये 37 डॉलर प्रति औंस के स्तर को पार कर गई।
मंगलवार को चांदी की कीमतें 100 रुपये बढ़कर 1,07,200 रुपये प्रति किलो हो गईं। पिछले कारोबारी सत्र में चांदी 1,07,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
सोमवार को सोने के साथ ही चांदी की कीमतों में भी गिरावट देखने को मिली। आज चांदी की कीमत 1000 रुपये की गिरावट के साथ 1,07,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।
ईरान-इजरायल संघर्ष के चलते संयुक्त राजनीतिक जोखिम प्रीमियम बढ़ रहा है, जिसने सोने की सुरक्षित-हेवन मांग को बढ़ावा दिया है। ग्लोबल मार्केट में सोना 3500 डॉलर से ऊपर जा सकता है।
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