Heavy Rainfall: देश के कई राज्यों में जमकर बारिश हो रही है। कई राज्यों में नदियां उफान पर हैं। मौसम विभाग ने अभी और बारिश का अलर्ट जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर आपदा की मार झेल रहे मंडी जिले का दौरा कर रहे थे। हालांकि, यहां पर अचानक से लैंडस्लाइड हो गया और वह बाल-बाल बच गए।
हिमाचल प्रदेश सरकार के मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा है कि मंडी लोकसभा सीट से सांसद कंगना रनौत को सांसदी से इस्तीफा दे देना चाहिए। आइए जानते हैं कि उन्होंने और क्या कहा।
हिमाचल प्रदेश में मॉनसून ने हाहाकार मचा दिया है। राज्य में मॉनसून की शुरुआत के बाद से मौसम संबंधी घटनाओं में अब तक 78 लोगों की मौत हो गई है।
कुल्लू में रोहतांग दर्रे के राहनीनाला के पास एक कार सड़क से फिसलकर गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई।
देश के अधिकतर राज्यों में जमकर बारिश हो रही है। पहाड़ी राज्यों में हो रही बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। हिमाचल और उत्तराखंड में भूस्खलन हुए हैं। पहाड़ी नदियां उफान पर हैं। मौसम विभाग ने बारिश को लेकर अलर्ट भी जारी किया है।
हिमाचल में भारी बारिश और बादल फटने से अब तक 69 मौतें हो चुकी हैं जबकि 37 लापता और 110 घायल हुए हैं। सूबे के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया कि करीब ₹700 करोड़ का नुकसान हुआ है।
हिमाचल प्रदेश में इन दिनों भीषण बारिश देखने को मिल रही है। इस कारण हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग जिलों में बाढ़ और भूस्खलन जैसी घटनाएं देखने को मिल रही है। बता दें कि इससे सबसे ज्यादा मंडी जिला प्रभावित हुआ है।
हिमाचल प्रदेश में इन दिनों मॉनसून कहर ढा रहा है। इस बीच बादल फटने की अलग-अलग घटनाओं में अबतक 10 लोगों की मौत हो चुकी है। बता दें कि इसे लेकर अलर्ट भी जारी कर दिया गया है।
हिमाचल प्रदेश सरकार के मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने बीते दिनों NHAI के दो अधिकारियों संग मारपीट की थी। इस मामले में अनिरुद्ध सिंह के खिलाफ केस दर्ज हो चुका है। लेकिन इस बीच एक तीसरे शख्स ने पीड़ित अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज कराया है।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार रात तेज बारिश के बाद सैलाब से भारी तबाही की खबरें आ रही हैं। सबसे ज्यादा नुकसान मंडी जिले में हुआ है।
हिमाचल प्रदेश के मंडी में हो रही रिकॉर्ड तोड़ बारिश काल बनकर बरस रही है। नदियों का जलस्तर बढ़ गया है और लैंडस्लाइड की वजह से कई सड़कें बंद हैं। प्रशासन ने आगाह किया है कि अगले कुछ घंटों में बारिश और तेज हो सकती है।
हिमाचल और उत्तराखंड के कई जिलों में मूसलाधार बारिश हो रही है। यहां जाने वाले पर्यटकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मानसूनी सीजन में पहाड़ों के हालात कैसे हैं? इस खास रिपोर्ट में जानिए...
मानसून अब पूरे देश में दस्तक दे चुका है और पहाड़ी राज्यों में जमकर बारिश हो रही है। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी करते हुए सतर्क रहने को कहा है।
सीएम सुक्खू ने बताया कि राज्य में तीन स्थानों पर बादल फटने और नौ स्थानों पर अचानक आई बाढ़ की घटना हुई है, जिसमें पांच लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में एक हाइड्रल प्रोजेक्ट में तेज बहाव के कारण कई मजदूर बह गए हैं। इस हादसे के बाद अब तक केवल 2 लोगों के शवों को बरामद किया जा सका है।
हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में बादल फटने की घटना सामने आई है। बादल फटने के बाद जीवा नाले में उफान आ गया है। इस कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। इसे लेकर प्रशासन ने अलर्ट भी जारी किया है।
इस घटना के बाद इलाके के लोगों में रोष का माहौल है। परिजन अब स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ने के लिए भेजने में भी डर रहे हैं। आरोपी टीचर को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
मॉनसून की पहली ही बारिश ने हिमाचल प्रदेश को शुक्रवार सुबह सुबह जमकर भिगोया। प्रदेश के कई हिस्सों में हुई बारिश के कारण शुक्रवार को कई स्थानों पर लैंडस्लाइड की घटनाएं सामने आईं।
पांवटा साहिब इलाके के गांवों में धारा 163 के प्रतिबंध 7 दिनों के लिए बढ़ा दिए गए हैं। 13 जून को पथराव की घटना के बाद 19 जून तक निषेधाज्ञा लागू कर दी गई थी। इस दौरान किसी तरह का जुलूस निकालने और सार्वजनिक स्थान पर मीटिंग करने पर प्रतिबंध रहेगा।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़