पीपीएफ, सुकन्या समृद्धि योजना, एमआईएस, पोस्ट ऑफिस आरडी, केसीसी सहित तमाम छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों को लेकर वित्त मंत्रालय ने नोटिफिकेशन जारी किया है।
रिजर्व बैंक के जून बुलेटिन में छपे एक लेख में जोर दिया गया कि वित्तीय स्थितियां अनुकूल बनी हुई हैं। एसबीआई, बैंक ऑफ बड़ौदा और एचडीएफसी बैंक सहित कई बड़े बैंकों ने दरों में कटौती का ऐलान किया है।
Bank of Maharashtra ने कहा कि ब्याज दरों में कमी का यह लाभ बैंक की अपने सभी ग्राहकों को सर्वोत्तम वित्तपोषण समाधान प्रदान करने और उनके सपनों को पूरा करने में मदद करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
बैंक की तरफ से की गई इस कटौती से नए और मौजूदा खुदरा (होम, ऑटो, पर्सनल लोन आदि) और एमएसएमई उधारकर्ताओं के लिए फायदेमंद होगा। कई बैंकों ने कर्ज की दरों में कटौती की है और बाकी बैंक भी जल्द ही ऐसा करेंगे।
पंजाब नेशनल बैंक ने 9 जून, 2025 से प्रभावी अपने आरएलएलआर में 50 आधार अंकों की कटौती की है। इससे बैंक ग्राहकों को काफी राहत मिलेगी।
जानकारों का कहना है कि ट्रंप के टैरिफ से उपजे व्यापार तनाव की पृष्ठभूमि में आर्थिक वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए RBI ब्याज दरों में कटौती कर सकता है।
बैंक के इस फैसले के बाद यह लोन उन उम्मीदवारों के लिए उपलब्ध है जो भारत भर में 860 चिन्हित गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा संस्थानों (क्यूएचईआई) में मेरिट के आधार पर प्रवेश हासिल करते हैं।
फेड अधिकारियों ने दिसंबर के बाद से उधार लेने की लागत में कटौती नहीं की है और संकेत दिया है कि वे विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था पर ट्रम्प के टैरिफ के प्रभावों का आकलन करते समय इस पर रोक लगाए रखेंगे।
यह दर 15 लाख और उससे ज्यादा के लोन पर लागू होगी और यह उधारकर्ता के क्रेडिट स्कोर से जुड़ी होगी। नई कम होम लोन दरों से घर का स्वामित्व और भी अधिक किफायती हो जाएगा।
बैंक ऑफ इंडिया ने 91 दिनों से 179 दिनों की अवधि वाली एफडी स्कीम पर दिए जाने वाले ब्याज में 25 बेसिस पॉइंट्स की कटौती की है।
बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने कहा कि उनके द्वारा ऑफर किए जाने वाले सभी रिटेल लोन RLLR से जुड़े हैं। इसलिए इस कटौती से होम लोन, कार लोन, एजुकेशन लोन, गोल्ड लोन समेत सभी रिटेल लोन लेने वाले ग्राहकों को फायदा होगा।
बैंक ने भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से रेपो रेट में की गई 0.25% की कटौती का फायदा अपने ग्राहकों तक पहुंचाने का ऐलान किया है। इससे कई तरह के लोन सस्ते हो जाएंगे।
वित्त मंत्री ने कहा कि मंत्रालय कुछ नीतिगत फैसलों के साथ तालमेल बनाए हुए है और बजट में भी विकास को बढ़ावा देने के लिए कई घोषणाएं की गई हैं और अब दर में कटौती पर आना पूरी तरह से स्वागत योग्य है।
आरबीआई द्वारा दिन में अल्पकालिक ऋण दर (रेपो दर) में कटौती के बाद दरों में संशोधन किया गया है। दोनों सरकारी बैंकों के इस ऐलान का फायदा मौजूदा और नए उधारकर्ताओं को मिलेगा।
केंद्रीय बैंक की तरफ से रेपो रेट में कटौती का फायदा सभी बैंक ग्राहक को तुरंत नहीं देते हैं। इससे उनकी समान मासिक किस्तों यानी EMI में कमी नहीं आती है।
आरबीआई के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा कि हम सरकार के साथ मिलकर अपने देश में विकास और मुद्रास्फीति की गतिशीलता को प्रबंधित करने का प्रयास करेंगे। गवर्नर ने यह भी आश्वासन दिया कि केंद्रीय बैंक तेजी से दर कटौती के लिए पर्याप्त तरलता बनाए रखेगा।
बैंक ऑफ बड़ौदा अपने ग्राहकों को 2 साल और 1 दिन से लेकर 3 साल तक की अवधि वाली एफडी पर 7.15 प्रतिशत से लेकर 7.65 प्रतिशत तक का ब्याज दे रहा है।
आरबीआई द्वारा रेपो रेट घटाने जाने से देश में सेवाएं देने वाले सभी बैंक भी लोन की ब्याज दरें घटा देंगे। जिससे आपका लोन सस्ता हो जाएगा और आपको हर महीने कम ईएमआई चुकानी होगी।
जिस तरह आम लोग अपनी जरूरतों के लिए बैंकों से लोन लेते हैं, उसी तरह बैंक भी अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक से लोन लेते हैं। आरबीआई जिस ब्याज दर पर बैंकों को लोन देता है, उसे रेपो रेट के नाम से जाना जाता है।
जब कोई ग्राहक अपने क्रेडिट कार्ड बिल का भुगतान बिलिंग साइकल से बाहर करता है, तो बैंक बकाया राशि पर सालाना 42-46 प्रतिशत का भारी-भरकम ब्याज वसूलता है।
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