ईरान ने कतर स्थित अमेरिकी एयरबेस पर अटैक किया था। अब सैटेलाइट तस्वीरों से खुलासा हुआ है कि ईरान के मिसाइल हमले में अमेरिका को नुकसान हुआ था। ईरान ने अमेरिकी अटैक पर पलटवार करते हुए जवाबी हमला किया था।
ईरान में एक फ्रांसीसी-जर्मन नागरिक साइकिल चालक को हिरासत में लिया गया है। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची का कहना है कि नियमों का उल्लंघन करने की वजह से साइकिल चालक को हिरासत में लिया गया है।
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को मौत का पंथ कहा है। उन्होंने कहा कि यह अमेरिकी की मौत की बात करता है। अमेरिका को ईरान नष्ट करना चाहता है। मगर उसकी राह में इजरायल रोड़ा है। इस दौरान उन्होंने गाजा और हमास को लेकर कई बड़े दावे किए।
ब्रिटेन की एक खुफिया समिति ने ईरान को लेकर बड़ा खुलासा किया है। खुफिया समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि खतरा रूस से उत्पन्न खतरे के बराबर है।
ईरान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चेतवानी देते हुए बड़ी बात कही है। ईरानी अधिकारी ने कहा है कि ट्रंप को उनके घर में निशाना बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ट्रंप अपने आवास में सुरक्षित नहीं हैं।
इजरायल और ईरान के बीच जंग थम चुकी है। दोनों ही देश सीजफायर का पालन कर रहे हैं। इस बीच ईरान ने इस बात का खुलासा कर दिया है कि इजरायल के हमलों में उसके कितने नागरिकों की मौत हुई है।
ईरान के सर्वोच्च नेता खामेनेई शनिवार को सार्वजनिक तौर पर दिखे। उन्हें देखने के लिए भारी लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। दरअसल इजरायल से जंग के बाद खामेनेई अंडरग्राउंड हो गए थे।
मुहर्रम जुलूस की कई तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें ईरान और फिलिस्तीन के झंडे देखे जा सकते हैं। जुलूस में शामिल लोगों के हाथ में ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई और हिजबुल्लाह के कई कमांडरों की तस्वीरें भी थीं। हालांकि, इस जुलूस में किसी तरह कि हिंसा नहीं हुई।
ईरान के फोर्डो, नतांज और इस्फहान परमाणु ठिकानों पर हमला करने गए अमेरिकी बी-2 बॉम्बर्स के समूह का एक विमान अब तक अपने एयरबेस नहीं लौटा है। इसे लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। आखिर क्या ये विमान अभी ईरान पर कोई और गुप्त हमला करेगा या इसे कहीं छुपा कर रखा गया गया है।
ईरान ने अमेरिका-इजरायल हमलों के बाद IAEA के साथ सहयोग निलंबित कर दिया है। इस कदम से मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने और वैश्विक प्रतिक्रियाएं तेज होने की आशंका है।
जिस हैकर्स के समूह ने ये धमकी दी है, उसने अपना नाम रॉबर्ट बताया है। अगर ये ईमेल सामने आए तो अमरेकी राष्ट्रपति के सहयोगियों की कई गुप्त बातें सामने आ सकती हैं। जिसका नुकसान ट्रंप को भी हो सकता है।
अमेरिका और इज़राइल के हमलों के 8 दिनों के भीतर ही ईरान ने अपना ऐटमी प्रोग्राम फिर से शुरू कर दिया है। इस बीच, ईरान के ग्रैंड आयतुल्लाह नासिर मकारिम शिराज़ी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजराइल के पीएम बेन्जामिन नेतन्याहू के खिलाफ फतवा जारी किया है।
डोनाल्ड ट्रंप और बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ ईरान के शीर्ष शिया धर्मगुरु ग्रैंड अयातुल्ला नासर मकरम शिराज़ी ने फतवा जारी किया है। आइए जानते हैं कि फतवा होता क्या है और इसे कौन जारी करता है।
ईरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर इजरायल और अमेरिका ने हमला किया था। हमलों के बाद दावा किया जा रहा था ईरान के न्यूक्लियर प्रोग्राम को भारी क्षति हुई है। लेकिन, अब अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) के प्रमुख राफेल ग्रॉसी ने बड़ी बात कही है।
ईरान के शीर्ष मौलवी ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ फतवा जारी किया है और कहा है कि अल्लाह के दुश्मनों को नेस्तनाबूद कर देंगे। जानिए फतवा में और क्या कहा गया है?
ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई को अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप ने खूब खरीखोटी सुनाई है। खामेनेई के बड़बोलेपन पर ट्रंप ने हमला बोलते हुए कहा, "तुम बुरी तरह पीटे गए हो।"
इजरायल के साथ जंग में मारे गए लोगों के लिए ईरानी राष्ट्रपति का खुद सामने आकर अंतिम यात्रा में शामिल होना यह संकेत देता है कि सरकार पीछे हटने को तैयार नहीं है। लेकिन सुरक्षा को लेकर चिंता बनी हुई है, और आने वाले दिनों में यह स्थिति और संवेदनशील हो सकती है।
ईरान और इजरायल युद्ध समाप्त होने के बाद बयानबाजी तेज है। ईरानी विदेश मंत्री सैयय्द अब्बास अराघची ने इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू पर निशाना साधा है। ईरान ने नेतन्याहू पर ट्रंप के पास (अमेरिका) भागने का आरोप लगाया है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ईरान के विदेश मंत्री से बात की। इस दौरान उन्होंने युद्ध के बाद की स्थिति पर चर्चा की। इसके अलावा उन्होंने भारतीय नागरिकों के रेस्क्यू के लिए ईरान का धन्यवाद भी किया।
तेहरान के न्यूक्लियर ठिकानों पर अमेरिका के बी-2 बॉम्बरों से हमले के बाद ईरान और अमेरिका के बीच परमाणु वार्ता का भविष्य अब अंधकारमय हो गया है। ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि अब यह वार्ता बेहद जटिल हो चुकी है।
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