फ्रांस के इतिहास में इन भीषणतम हमलों में कम से कम 130 लोग मारे गए थे और अब्देस्सलाम इसे अंजाम देने वालों में से एक था।
Afghanistan: इस्लामिक स्टेट्स (ISIS) की एक ग्लोबल रिसर्च बताती है कि ISIS ने बीते दो सालों में 450 से ज्यादा हमले किए हैं। साल 2021 में 365 आतंकी हमले किए। इसमें 2 हजार से ज्यादा लोग मारे गए, जबकि साल 2020 में 82 हमले किए।
ब्रिटेन के एक सांसद की चाकू मार कर हत्या करने के मामले में इस्लामिक स्टेट समर्थित आतंकवादी को बुधवार को ब्रिटेन की एक अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई।
तालिबान ने आठ महीने पहले अफगानिस्तान में सत्ता में आने के बाद आईएस समूह को दबाने का दावा किया है, लेकिन आतंकवादियों ने पड़ोसी पाकिस्तान में अपना विस्तार किया है और वहां हमले बढ़ा दिए है।
एनआईए ने जांच में पाया कि मोहम्मद इकबाल एक इस्लामिक संगठन हिज्ब-उत-तहरीर का सदस्य था जो आईएसआईएस की एक संबद्ध इकाई थी।
यह पहली बार नहीं है जब अमेरिकी बलों ने आतंकवादी संगठनों के प्रमुखों को निशाना बनाया है और यह भी पहली बार नहीं है कि वह इस तरह की कार्रवाई में सफल हुए हैं।
मुंबई की स्पेशल NIA कोर्ट आज साल 2015 में ISIS में शामिल हुए मुंबई के मालवणी इलाके के दो युवकों मोहसिन सैय्यद और रिज़वान अहमद पर सुनवाई करेगी। दोनों को UAPA के तहत गिरफ्तार किया गया था।
अमेरिका द्वारा जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक, कोई विदेशी आतंकवादी लड़ाका (FTF) वर्ष 2020 के दौरान भारत नहीं लौटा।
गुलाम नबी आजाद ने कहा है कि हिंदुत्व की तुलना ISIS तथा बोको हराम जैसे आतंकी संगठनों से करना तथ्यों के आधार पर सही नहीं है।
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के विभिन्न हिस्सों से इस्लामिक स्टेट और तहरीके तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) सहित चार संगठनों के आठ आतंकवादियों को गिरफ्तार किया गया है। यह जानकारी रविवार को यहां पुलिस ने दी।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के वरिष्ठ नेता फारुख अब्दुल्ला ने उम्मीद जताई है कि अफगानिस्तान में तालिबान एक अच्छी हुकूमत चलाएंगे और लोगों से इंसाफ करेंगे। उन्होंने कहा कि तालिबान को सभी के साथ दोस्ताना रिश्ते बनाने की कोशिश करनी चाहिए।
पाकिस्तान के खिलाफ फूटा अफगानियों का गुस्सा, दरअसल पंजशीर में हुए पाकिस्तानी हमले से नाराज लोगों ने पाकिस्तान की एंबेसी के बाहर जबरदस्त नारेबाजी करते पाकिस्तान के खिलाफ अपने गुस्से का इजहार किया
अमेरिका ने काबुल एयरपोर्ट पर IS-K द्वारा किए गए हमले का 'बदला' लिया है। अमेरिका ने इस्लामिक स्टेट के खिलाफ ड्रोन अटैक किया है। इस बात की जानकारी पेंटागन की तरफ से दी गई है। दावा किया गया है हमले में काबुल एयरपोर्ट पर हमले का 'प्लानर' मारा गया है।
इस्लामिक स्टेट के अफगानिस्तान में संबद्ध, जिन्हें इस्लामिक स्टेट खुरासान या आईएसआईएस-के कहा जाता है, ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
जानिए, काबुल हमले को अंजाम देने वाले ISIS (K) का पाकिस्तान कनेक्शन। अमेरिका की गलत प्लानिंग के कारण तालिबान के हाथों में कैसे पड़ गए अरबों डॉलर के हेलिकॉप्टर, प्लेन । देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ।
इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत ने काबुल हवाई अड्डे पर फिदायीन हमलों की जिम्मेदारी ली है। इस संगठन ने दावा किया है कि अब्दुल रहमान अल-लोगरी इस हमले के फिदायीन हमलावरों में से एक है। इन हमलों में 60 अफगान समेत 13 अमेरिकी सुरक्षाबलों के जवान मारे गए हैं।
इस्लामिक स्टेट खुरासान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। इस संगठन ने दावा किया है कि फिदायीन हमलावरों में से एक का नाम अब्दुल रहमान अल-लोगरी है।
बता दें कि ब्रिटिश सरकार ने बृहस्पतिवार को चेतावनी दी थी कि इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) के आतंकवादियों द्वारा अफगानिस्तान में काबुल हवाई अड्डे पर जमा लोगों को निशाना बनाकर हमला किए जाने की बहुत विश्वसनीय खुफिया रिपोर्ट है।
तालिबान को रविवार को भारी हताहतों का सामना करना पड़ा, जब वायु सेना ने शेबर्गन शहर में उनकी सभाओं और ठिकानों को निशाना बनाया, जिसमें आतंकवादी संगठन के 200 सदस्य मारे गए।
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने भारत के खिलाफ हिंसक जिहाद छेड़ने के लिए देश में भोलेभाले युवाओं को कट्टरपंथ का पाठ पढ़ाने और उनकी भर्ती करने की आतंकी संगठन आईएसआईएस की साजिश में कथित तौर पर संलिप्त रहने को लेकर दक्षिण कश्मीर से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
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