संसद में सोमवार को जोरदार हंगामा हुआ। विपक्ष के नेताओं ने महाकुंभ में हाल ही में हुई भगदड़ जैसे मुद्दों को उठाने की योजना बनाई। वहीं, अब लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार को रोजगार समेत कई मुद्दों पर घेरा है।
वक्फ बिल में संसोधन को लेकर विपक्ष के नेताओं ने असहमति जाहिर की है। यह रिपोर्ट सोमवार को संसद में पेश होनी थी, लेकिन अब इसे टाल दिया गया है।
वक्फ संशोधन विधेयक मामले में जेपीसी की रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को सौंप दी गई है। बता दें कि जेपीसी की अध्यक्षता जगदंबिका पाल कर रहे थे। उन्होंने यह रिपोर्ट लोकसभा अध्यक्ष को दी।
वक्फ को लेकर हुई बैठक खत्म हो गई है। इसको लेकर अससुद्दीन ओवैसी का बयान भी सामने आया है, जिसमें उन्होने कहा है कि सरकार के पास बहुमत है तो उन्होंने इस अमेंडमेंट को पास करवा लिया। अब ये संसद में जाएगा लेकिन हम संसद में लड़ाई लड़ेंगे।
वक्फ बिल पर आज जेपीसी की बैठक में हंगामा देखने को मिला। दरअसल दोनों गुटों के सांसदों के बीच बहस तेज हो गई। इस कारण 10 सांसदों को एक दिन के लिए सस्पेंड कर दिया गया है।
वन नेशन, वन इलेक्शन पर विचार के लिए गठित जेपीसी की बुधवार को पहली बैठक हुई। इस समिति में लोकसभा से 27 और राज्यसभा से 12 सदस्य हैं।
शिवसेना (यूबीटी) एक नेता ने इस बात पर आपत्ति जताई थी कि एक देश एक चुनाव के मुद्दे पर बनी संयुक्त संसदीय समिति में उनकी पार्टी का कोई सदस्य नहीं है। इसके बाद अनिल विज को जेपीसी में शामिल कर लिया गया है।
वन नेशन, वन इलेक्शन बिल को लेकर जेपीसी का गठन कर दिया गया है। जेपीसी की अध्यक्षता बीजेपी सांसद को मिली है। प्रियंका गांधी, सुप्रिया सुले समेत कई सांसदों को इसका सदस्य बनाया गया है।
वन नेशन वन इलेक्शन बिल मंगलवार को सदन में पेश किया गया। अब यह बिल संयुक्त संसदीय समिति यानी जेपीसी के पास भेजा जाएगा। उसके बाद क्या होगा जानिए इस एक्सप्लेनर में...
वक्फ बिल को लेकर जेपीसी द्वारा आज बैठक का आयोजन किया गया था। इस बैठक में दारुल उलूम देवबंद की तरफ से प्रतिनिधिमंडल ने भाग लिया। इस प्रतिनिधिमंडल ने वक्फ बिल को खारिज कर दिया। इसे लेकर मौलान अरशद मदनी ने कहा कि इसको लाने के पीछे की नीयत ठीक नहीं है।
वक्फ बिल पर बनी जेपीसी की बैठक में भाजपा और टीएमसी के बीच जोरदार झड़प हुई है जिसमें कल्याण बनर्जी घायल हो गए हैं। देखें वीडियो-
वक्फ संशोधन बिल को संसद में पेश किया गया था, लेकिन विरोध के बाद इसे जेपीसी के पास भेज दिया गया है। संसद की संयुक्त समिति इस पर चर्चा कर रही है। इस बीच लोगों से इस बिल को लेकर सुझाव और राय मांगी गई है।
मुस्लिम संगठनों ने एक खास QR कोड बनाया गया है, जिसकी मदद से सीधे उस पेज पर जाया जा सकता है, जहां इस बिल के खिलाफ अपनी राय दर्ज की जा सके। आल इंडिया मिल्ली काउंसिल ने बीते शुक्रवार को बेंगलुरू में इस सिलसिले में एक मीटिंग का आयोजन किया।
संसद की संयुक्त समिति के सुझाव मांगने के बाद दिल्ली से एक वीडियो सामने आया है, जिसमें युवकों को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि अगर यह कानून आया तो आपसे आपकी मस्जिदें, ईदगाह और कब्रिस्तान छीन लिए जाएंगे।
वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर विचार विमर्श के लिए JPC की दूसरी बैठक में भी जमकर हंगामा हुआ और मुस्लिम संगठनों ने इस बिल का जोरदार विरोध किया।
वक्फ बिल को लेकर हाल ही में जेपीसी का गठन किया गया है। इस जेपीसी में कुल 31 सदस्य हैं। JPC में लोकसभा के 21 सांसद और राज्यसभा के 10 सांसदों के नाम हैं।
वक्फ बिल पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने JPC का गठन किया है। इस JPC में 31 सांसद रहेंगे। JPC में लोकसभा के 21 सांसद और राज्यसभा के 10 सांसद रहेंगे।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बिल को जेपीसी में भेजा गया है, वहां क्या होगा, क्या मालूम। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा कि वक्फ अमेंडमेंट बिल, 2024 मुल्क को बांटने के लिए लाया गया है, जोड़ने के लिए नहीं, आप मुसलमानों के दुश्मन हैं, यह बिल इस बात का सबूत है। उन्होंने लोकसभा में अपने भाषण की एक क्लिप भी सोशल मीडिया पर शेयर की।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि पवार और उनकी पार्टी सावरकर हो, ईवीएम हो या मोदी की डिग्री हो, उस पर अलग राय रख रही है।
Gautam Adani Row: अपना मार्च रोके जाने के बाद विपक्षी दलों ने ED को खत भेजा है, जिसमें Adani Group पर लगे आरोपों की जांच करने की मांग की गई है। Delhi Police ने धारा 144 लगने के कारण विपक्ष को मार्च की इजाजत नहीं दी।#gautamadani #ed #indiatv
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