Kanwar Yatra 2025: आज से कांवड़ यात्रा की शुरुआत हो गई है। हर साल की तरह ही इस साल लाखों की संख्यां में कांवड़िये हरिद्वार से अपनी यात्रा निकालेंगे। इसके लिए प्रशासन ने हाई टेक तैयारी की है।
एक ऐसा वीडियो अभी सामने आया जिसे देखने के बाद आप समझ जाएंगे कि अगर दिल में भक्ति हो तो फिर इंसान कुछ भी कर सकता है। आइए आपको बताते हैं कि वीडियो में प्रेरित करने जैसा क्या है।
पैसेंजर्स की बढ़ती संख्या को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम को यह फैसला करना पड़ा। दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ हिस्सों में कांवड़ियों की भारी संख्या होती है।
सावन माह के शुरू होते ही कांवड़ यात्रा का भी आरंभ हो गया है। माना जाता है कि कांवड़ यात्रा सावन में बेहद पुण्यकारी होता है। ऐसे में आइए जानते हैं इसका धार्मिक महत्व...
देशभर में कांवड़ यात्रा की शुरुआत आज से हो चुकी है। इस बीच दिल्ली में कांवड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने ट्रैफिक अलर्ट जारी किया है। बता दें कि कुछ रास्तों पर यात्रियों को कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
सावन के पावन महीने की शुरुआत के साथ कांवड़ यात्रा शुरू हो गई है। करोड़ों शिवभक्त गंगाजल लेकर मंदिरों की ओर बढ़ रहे हैं। प्रशासन ने सुरक्षा, सफाई और धार्मिक मर्यादा बनाए रखने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।
भीम ने इस बार कांवड़ से 121 लीटर जल ले जाने का संकल्प किया था। उसने बताया कि बड़े कलश महंगे पड़ रहे थे। इसी वजह से उसने ड्रम से कांवड़ बनाई। उस समय उसके दिमाग में सौरभ हत्याकांड की बात नहीं आई थी।
उत्तर प्रदेश के संभल में पिछले साल कार्तिकेय महादेव मंदिर को चेकिंग अभियान के बाद खोला गया था। ऐसे में सावन के महीने में 46 साल बाद कांवड़िए कार्तिकेय महादेव मंदिर में जलाभिषेक करेंगे। इसके लिए प्रशासन ने तैयारियां पूरी कर ली है।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में नीलकंठ फैमिली ढाबे का मालिक शराफत हुसैन नाम का शख्स निकला है। प्रशासन ने उसे ढाबे का नाम बदलने का आदेश दिया है।
Sawan 2025: सावन के महीने में भोलेनाथ के भक्त कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं। ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि कांवड़ यात्रा कितने प्रकार की होती है और इसके नियम क्या हैं।
उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा को ध्यान में रखते हुए हिंदू महासभा ने पोस्टर कैंपेन शुरू किया है। दरअसल होटलों, ढाबों, चाय की दुकानों इत्यादि पर 'मैं हिंदू हूं' के पोस्टर लगाए जा रहे हैं।
हर साल की भांति इस वर्ष भी गंगाजल लेने भारी संख्या में कांवड़िये निकलेंगे। इस दौरान उनके खाने पीने में कोई मिलावट न हो इसलिए सरकार रूट के सभी ढाबों पर फूड सेफ्टी कनेक्ट ऐप के स्टीकर लगवा रही है।
यूपी के मुजफ्फरनगर में प्रशासन ने कांवड़ यात्रा से पहले ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की है। कांवड़ियों को किसी भी तरह से समस्या ना हो, इस बात का पूरा ख्याल रखा जा रहा है। ऐसे में कांवड़ यात्रा को लेकर जारी ट्रैफिक एडवाइजरी के बारे में यहां जाने लें।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कांवड़ यात्रा मार्ग का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी प्रकार का व्यवधान उत्पन्न करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश भी दिया।
शामली में कांवड़ यात्रा के मद्देनजर मीट की दुकानें 25 जुलाई तक बंद रहेंगी। इस संबंध में दुकानदारों को नोटिस भेजा गया है।
अक्सर देश में 'थूक जिहाद' शब्द चर्चा में रहता है। अब आगामी कांवड़ यात्रा को देखते हुए उत्तराखंड के CM पुष्कर सिंह धामी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है।
समस्या तब होती है जब कोई ढाबे का नाम वैष्णव भोजनालय या पंडित जी का ढाबा रखे, लेकिन असल में इसे चलाने वाला और खाना बनाने वाला मुस्लिम हो और वो अपनी पहचान को छुपाए। मुजफ्फरनगर के केस में जो कर्मचारी गोपाल होने का दावा कर रहा था, वो तजम्मुल निकला। जब लोग इस तरह से नाम छुपाते हैं, तो दिक्कत होती है।
कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले पहचान को लेकर घमासान छिड़ गया है। इस कड़ी में मुजफ्फरनगर ढाबा विवाद में बड़ा खुलासा हुआ है। जिस कर्मचारी ने अपना असली नाम गोपाल बताया था वो तजम्मुल निकला।
उन्होंने कहा-इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट द्वारा बहुत स्पष्ट दिशा निर्देश दिए गए हैं। इस प्रकार के प्रतिष्ठानों पर प्रॉपराइटर हैं उनका नाम कैसे अंकित किया जाना है या नहीं किया जाना है, इसके बारे में खाद्य सुरक्षा विभाग की ओर से भी क्लियर कट गाइडलाइंस दिए गए हैं।
ढाबा मालिकों से पहले पहचान की पु्ष्टि के लिए आधार कार्ड मांगा गया और जब आधार कार्ड नहीं मिला तो बोला गया कि पैंट उतारो। ओवैसी ने कहा कि ये क्या है? ये कौन लोग हैं? ऐसे लोगों को गिरफ्तार करना चाहिए।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़