रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आरोप लगाया कि पश्चिमी देश रूस में अलगाववाद और आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे हैं। यूक्रेन संकट और नाटो विस्तार पर नाराज़गी जताते हुए उन्होंने रूस की सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाने की चेतावनी दी।
सोशल मीडिया पर जॉर्जिया मेलोनी का एक वीडियो इन दिनों जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वे प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कैमरे के सामने अजीबोगरीब एक्सप्रेशन देते हुए नजर आईं, जिसके बाद ये घटना अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गई है।
नीदरलैंड में हाल ही में संपन्न हुए नाटो शिखर सम्मेलन के दौरान डच की महारानी मैक्सिमा द्वारा अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हाव-भावों की नकल करके उनका मजाक उड़ाए जाने का वीडियो वायरल हो रहा है।
नाटो शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के प्रेसिडेंट जेलेंस्की के बीच अहम मुलाकात हुई है। इस दौरान ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर चर्चा की और साथ ही इसे शीघ्र हल करने की उम्मीद जताई।
यूक्रेन को जहां युद्ध के मैदान में तत्काल सहायता की आवश्यकता है, वहीं नाटो और पश्चिमी दुनिया के भीतर राजनीतिक प्राथमिकताओं और दृष्टिकोण में भिन्नता स्पष्ट रूप से दिखाई दे रही है। इसके बावजूद जेलेंस्की की मुख्य बैठक में अनुपस्थिति और अलग द्विपक्षीय चर्चाएं विभाजन का प्रतीक बन गई हैं।
नाटो ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर 30 देशों के रक्षामंत्रियों की बड़ी बैठक बुलाई है। इस बैठक में अमेरिका को छोड़कर कुल 50 देश शामिल होंगे, जिनमें 30 देशों के रक्षामंत्री भी होंगे।
यूरोपी संघ ने अपने नागरिकों को"72 घंटे के लिए रखें पूरा स्टॉक रखने और आपदा व हमले को तैयार रहने की चेतावनी देकर हड़कंप मचा दिया है। यूरोपीय संघ ने यह चेतावनी ऐसे वक्त में दी है, जब रूस और यूक्रेम में भीषण जंग जारी है।
नाटो ने रूस को बड़ी चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर मॉस्को ने पोलैंड पर हमला किया तो इसके परिणाम बहुत घातक होंगे। नाटो महासचिव मार्क रूट ने कहा कि ऐसी स्थिति में हम विनाशकारी प्रतिक्रिया देंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की के बीच तीखी बहस के तमाम वीडियो सोशल मीडिया पर देखने को मिले। इसी दौरान वहां मौजूद यूक्रेनी राजदूत का भी एक वीडियो वायरल हुआ। जिसमें वे काफी परेशान होती दिख रही हैं।
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को लेकर नाटो महासचिव ने बड़ा बयान दिया है। नाटो महासचिव मार्क रूट ने कहा है कि यूक्रेन के पश्चिमी समर्थकों को समर्थन बढ़ाना चाहिए, इसे कम नहीं करना चाहिए।
पाकिस्तान का प्रमुख गैर-नाटो सहयोगी देश का दर्जा खत्म करने के लिए अमेरिकी संसद एक विधेयक पेश किया गया है। इससे पाकिस्तान चिंता में पड़ गया है। एक रिपब्लिकन सांसद ने यह विधेयक प्रस्तुत किया है।
यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमिर जेलेंस्की को रूस से युद्ध की तीसरी बरसी से हमले का खतरा सता रहा है। जेलेंस्की ने इसके लिए अपने सहयोगी देशों से हवाई सुरक्षा बढ़ाने की मांग करने वाले हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध में अब सीज फायर की संभावनाएं तेज हो गई हैं। द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की पहली बार रूस के कब्जे वाले यूक्रेनी क्षेत्रों को नाटो की छत्रछाया में मॉस्को के लिए छोड़ने को तैयार हो गए हैं।
यूक्रेन से जंग के बीच रूसी रक्षामंत्री आंद्रेई बेलौसोव शुक्रवार को उत्तर कोरिया पहुंच गए हैं, जहां उनका ग्रैंड वेलकम किया गया। रूसी रक्षामंत्री के उत्तर कोरिया पहुंचते ही अमेरिका से NATO तक अलर्ट मोड में आ गए हैं। किसी भी तरह की सैन्य डील पर वह नजर बनाए हुए हैं।
ट्रंप ने NATO और कनाडा के लिए नए अमेरिकी राजदूत के नाम का ऐलान कर दिया है। इससे यूरोपीय यूनियन और ट्रूडो की टेंशन बढ़नी शुरू हो गई है। ट्रंप 20 जनवरी को अपने शपथ ग्रहण से पहले कैबिनेट मंत्रियों का भी नाम लगभग तय कर चुके हैं।
रूस से युद्ध के ढाई वर्ष गुजर जाने के बाद भी कोई नतीजा नहीं निकलने से यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की अब हताश होने लगे हैं। उन्होंने अपने सहयोगियों से मिलकर अब यूक्रेन युद्ध में शांति खोजने के प्रयासों पर काम शुरू कर दिया है।
व्लादिमीर पुतिन ने रूस की परमाणु नीति को बदल दिया है। नई नीति के अनुसार अब रूस पर हमले का समर्थन करने वाली परमाणु शक्ति को आक्रमणकारी माना जा सकता है।
यूक्रेन को रूस पर पश्चिमी हथियारों के इस्तेमाल की अनुमति दिए जाने की चर्चाओं के बीच पुतिन ने परमाणु जंग की असली तैयारी शुरू कर दी है। नाटो की सीमा पर रेडियोएक्टिव स्पाइक की मौजूदगी से नाटो से लेकर अमेरिका तक हड़कंप मच गया है।
अगर अमेरिका और ब्रिटेन यूक्रेन को रूस पर हमला करने के लिए पश्चिमी मिसाइलों और हथियारों के इस्तेमाल की अनुमति देते हैं तो यह जंग खतरनाक हो सकती है। ऐसे में पुतिन एक नया परमाणु परीक्षण कर सकते हैं। कई विशेषज्ञों ने इस बात का दावा किया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के लंबा खिंचने पर अब परमाणु युद्ध की आशंका फिर से तेज हो रही है। अगर भारत, ब्राजील और चीन की ओर से युद्ध में शांति के किए जा रहे प्रयास सफल नहीं होते तो दुनिया के लिए खतरे की घंटी बज सकती है। क्योंकि परमाणु युद्ध का असर किसी न किसी रूप में पूरे विश्व पर होगा।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़