पीयूष गोयल ने बताया कि हमने पिछले तीन वर्षों में कई विकसित देशों के साथ FTA किए हैं। फिलहाल भारतीय सरकारी टीम वॉशिंगटन में है और 17 अक्टूबर तक अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ निर्णायक व्यापार वार्ताओं में हिस्सा ले रही है।
वाणिज्य मंत्रालय ने बताया कि दोनों पक्ष द्विपक्षीय व्यापार प्रदर्शन की समीक्षा करने, व्यापार में मौजूद बाधाओं और गैर-शुल्क मुद्दों को हल करने और व्यापार तथा निवेश के प्रवाह को बढ़ाने के तरीकों पर व्यापक चर्चा करेंगे।
वाणिज्य मंत्रालय ने कहा, "दोनों पक्षों ने समझौते की संभावित रूपरेखा पर विचारों का आदान-प्रदान किया और पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते को शीघ्र पूरा करने के लिए बातचीत जारी रखने का फैसला लिया गया।"
अमेरिका के व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय के अधिकारियों का एक दल 16 सितंबर, 2025 को भारत आया था।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत पहले ही मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और ऑस्ट्रेलिया के साथ व्यापार समझौते कर चुका है।
भारत और अमेरिका के बीच बीटीए पर बातचीत मार्च 2025 से शुरू हुई थी और अब तक पांच दौर पूरे हो चुके हैं। हालांकि, 27 अगस्त से लागू 50% आयात शुल्क के चलते दोनों देशों के बीच दूरियां बढ़ी हैं।
इस कदम से देश में ज्यादा अनुकूल कारोबारी और नागरिक-केंद्रित वातावरण बनाने में मदद मिलेगी। ये कानून देश के कारोबारी माहौल को बेहतर बनाने के सरकार की कोशिशों का हिस्सा है।
अधिकारी ने बताया कि मछली पालन, इंजीनियरिंग, आईटी और फार्मा जैसे क्षेत्रों के एक्सपोर्टर भी इस विचार-विमर्श में हिस्सा लेंगे।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने के बाद देश में सियासी भूचाल मच गया है। विपक्ष लगातार इस मुद्दे पर सवाल पूछ रहा है।
मुक्त व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद, इसे लागू करने से पहले ब्रिटिश संसद और भारत में केंद्रीय मंत्रिमंडल से मंजूरी लेनी होगी।
प्रधानमंत्री मोदी इसी तरह के भारत के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनके शासन ने देश के युवाओं के लिए स्व-रोज़गार और उद्यमिता से लेकर सभी क्षेत्रों में अवसरों के द्वार खोले हैं।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ की सराहना की है। दरअसल उन्होंने यूपी में GeM के माध्यम से सार्वजनिक खरीद को बढ़ावा देने को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा की है।
दुनिया के कई देशों के साथ भारत ने फ्री ट्रेड एग्रीमेंट किए हैं। वहीं कई देशों के साथ अभी बातचीत चल रही है। इसका फायदा भारतीय निर्यातकों को होगा। इस साल निर्यात बढ़ने का अनुमान है।
भारत और अमेरिका के बीच इस बातचीत का मकसद 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को मौजूदा 191 अरब अमेरिकी डॉलर से दोगुना करके 500 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाना है।
Starlink के अधिकारियों के डेलिगेशन ने केंद्रीय कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मंत्री पीयूष गोयल के मुलाकात की है। इस पहले आधिकारिक मीटिंग के बाद भारत में स्टारलिंक सैटेलाइट ब्रॉडबैंड सर्विस का इंतजार जल्द खत्म हो सकता है।
गोयल ने भारत के साथ भूमि सीमा साझा करने वाले देशों पर लगाए गए एफडीआई प्रतिबंधों में ढील देने की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि चीन से अधिक एफडीआई नहीं आ रहा है और सरकार इसे बढ़ावा भी नहीं दे रही है।
पीयूष गोयल ने कहा कि हम बहुत सारे विषयों, बहुत सारे उत्पादों को कवर कर रहे हैं और मैं देश भर के कारोबारियों को आश्वस्त कर सकता हूं कि हम अपनी चर्चाओं में भारत के सर्वोत्तम हितों को सबसे आगे रख रहे हैं।
पड़ोसी देश चीन की ग्रोथ स्टोरी को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चीन के विकास की नींव अनुचित व्यापार प्रथाओं से बनी हुई है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि सरकार का ध्यान फेयर प्ले को वापस लाने, वस्तुओं और सेवाओं की प्राइसिंग को एक उचित मूल्य पर लाने पर है।
पीयूष गोयल ने कहा कि अमेरिकी व्यापार नीति में चल रहे बदलावों से घरेलू विकास पर बहुत ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि भारत निर्यात पर निर्भर अर्थव्यवस्था नहीं है।
गुप्ता ने कहा कि स्टार्टअप फर्मों को फूड डिलीवरी और ऑनलाइन गेमिंग जैसे उपभोक्ता-केंद्रित मॉडल से आगे बढ़ना चाहिए और एआई, रोबोटिक्स और क्वांटम कंप्यूटिंग जैसी टेक्नोलॉजी को प्राथमिकता देनी चाहिए।
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