मध्य प्रदेश के इंदौर में एक पुस्तक विमोचन के कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि इंग्लैंड बंटने की स्थिति में आ रहा है, हम नहीं बटेंगे, हम आगे बढ़ेंगे और कभी बंट गए थे, वो भी फिर से मिला लेंगे।
RSS प्रमुख मोहन भागवत ने अमेरिका द्वारा भारत पर लगाए गए 50% टैरिफ को स्वार्थ की सोच का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि वैश्विक समस्याओं का समाधान "हम-हमारा" की भावना से संभव है। भारत को आत्मज्ञान हो चुका है और उसका उद्देश्य केवल समृद्धि नहीं, बल्कि दुनिया को राहत देना है।
11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने RSS प्रमुख मोहन भागवत के 75वें जन्मदिन पर एक ब्लॉग लिखा है। ब्लॉग में उन्होंने भागवत के जीवन को समता, बंधुत्व और राष्ट्रसेवा का प्रतीक बताया। उन्होंने लिखा है कि संघ की 100 वर्षों की यात्रा में भागवत का कार्यकाल बदलाव, समर्पण और दूरदर्शी नेतृत्व का कालखंड रहा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि भारत आज की महाशक्तियों जैसा नहीं बनेगा बल्कि सेवा और वैश्विक कल्याण के भाव के साथ आगे बढ़ेगा। आइए जानते हैं कि मोहन भागवत ने ऐसी बात क्यों कही है?
मोहन भागवत ने नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि हम विश्व को नया रास्ता दिखाएंगे। विश्व हमको गुरु कहेगा, लेकिन हम विश्व को मित्र कहेंगे।
भारत के नए उपराष्ट्रपति सीपी राधाकृष्णन ने शानदार जीत दर्ज की है लेकिन उनकी आगे की राह आसान नहीं होगी। राज्यसभा में शांति बनाए रखना, राजनीतिक निष्पक्षता दिखाना और सत्तापक्ष-विपक्ष के बीच संतुलन बनाना उनकी प्रमुख चुनौतियां होंगी।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक रविवार को संपन्न हो गई। बैठक के अंतिम दिन राष्ट्रीय प्रचार प्रमुख सुनील आम्बेकर ने एक पत्रकार वार्ता को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने बैठक में हुई चर्चाओं का सार प्रस्तुत किया।
आरएसएस के 27 स्वयंसेवकों पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। बीजेपी ने इस मामले में आपत्ति जताई है। बीजेपी ने कहा कि अगर केस वापस नहीं लिया गया तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय समन्वय बैठक इस बार राजस्थान में होने जा रही है। इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत संघ के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहेंगे।
महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान ने कहा है कि मोहन भागवत का बयान मुस्लिम समाज के लिए गिफ्ट है।
मौलाना अरशद मदनी ने जमीयत की बैठक में RSS के प्रस्ताव की तारीफ की और मोहन भागवत से हुई मुलाकात को याद किया। उन्होंने सांप्रदायिकता, सरकारी नीतियों और NRC जैसे मुद्दों पर चिंता जताई।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने गुरुवार को बड़ा बयान जारी किया है। भागवत ने साफ कर दिया है कि RSS काशी और मथुरा को लेकर आंदोलन को समर्थन नहीं देगा।
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भारत के लोगों को कम से कम 3 संतान पैदा करने की सलाह दी है। मोहन भागवत ने इस बारे में भी बात की है कि हिन्दू-मुस्लिम संघर्ष कैसे खत्म होगा।
भाजपा और संघ के संबंधों पर RSS प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान सामने आया है। मोहन भागवत ने साफ तौर पर कह दिया है कि भाजपा और संघ के बीच मतभेद हो सकते हैं लेकिन मनभेद कभी नहीं।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि संघ के प्रति अनुकूलता है, समाज की मान्यता है, विरोध बहुत कम हो गया है। जो विरोध है उसकी धार कम हो गई है।
मोहन भागवत ने कहा कि संघ को लेकर कोई भी चर्चा परसेप्शन पर नहीं, बल्कि फैक्ट्स पर आधारित होनी चाहिए।
कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार के प्रति अपनी वफादारी दोहराते हुए शिवकुमार ने कहा, कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार के प्रति मेरी वफादारी पर कोई सवाल नहीं उठा सकता। विधानसभा में RSS का गीत गाने से अगर किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो वह माफी मांगते हैं।
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने विधानसभा के अंदर आरएसएस की प्रार्थना गाई है। इस दौरान विपक्षी नेता यानी बीजेपी के विधायक मेजें थपथपाईं। कांग्रेस के विधायक सन्नाटे में रहे।
स्वतंत्रता दिवस पर PM मोदी ने लाल किले से RSS की तारीफ की, जिसे विपक्ष ने तीखे हमलों के साथ लपक लिया। कांग्रेस, AIMIM, RJD और सपा ने मोदी पर संघ की विचारधारा को संविधान विरोधी बताकर निशाना साधा, जबकि BJP और RSS ने राष्ट्रसेवा और ऐतिहासिक योगदान को सामने रखा।
उन्होंने कहा कि भारत को दुनिया को मार्ग भी दिखाना होगा। भागवत ने कहा कि भारत विश्व में शांति और प्रसन्नता लाता है और दूसरों के साथ अपने धर्म को साझा करता है।
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