आतंकवाद के मामले पर पाकिस्तान का दोहरा रवैया फिर उजागर हो गया है। पाकिस्तान के मौलवियों ने अपने लोगों की हत्या करने वाले आतंकियों के जनाजे पर नमाज नहीं पढ़ी, लेकिन जब पाक आतंकी भारत में हमले करते हैं तो वह हिंदुस्तान के खिलाफ ही जहर उगलते हैं और आतंकियों का बचाव करते हैं।
पाकिस्तान में सोमवार को एक दफ्तर के बाहर हुए शक्तिशाली विस्फोट में 7 लोगों मौत हो गई और नौ अन्य घायल हो गए। जिस जगह यह विस्फोट हुआ, वह इलाका कभी पाकिस्तानी तालिबान का गढ़ था।
भारत के सीनियर डिप्लोमैट आनंद प्रकाश ने काबुल में अफगानिस्तान के विदेश मंत्री मौलवी आमिर खान मुत्ताकी के साथ मुलाकात की। इस बैठक में द्विपक्षीय राजनीतिक संबंधों को मजबूत करने से लेकर कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
पाकिस्तान के सुरक्षा बलों बड़ी सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के आतंकियों को पाकिस्तान की सेना ने निशाना बनाया है। मुठभेड़ में 41 लोगों को मारा गया है।
अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की है। आइए जानते हैं कि तालिबान ने इस बारे में क्या कहा है।
आप में से कई लोग ऐसे होंगे जिन्हें दूसरे देश में घूमने का काफी शौक होगा लेकिन अफगानिस्तान में अगर घूमने का ऑफर किया जाए तो शायद आप मना कर देंगे मगर इसी अफगनिस्तान से एक अनोखी कहानी सामने आई है।
रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने आतंकी संगठन तालिबान पर से 20 साल से अधिक पुराना प्रतिबंध हटाकर भले ही काबुल का करीबी होने का प्रयास किया है, लेकिन इससे भारत यूएन समेत कई देश नाराज हैं। लिहाजा अब मॉस्को भी इस पर सफाई देने को विवश है।
रूस की शीर्ष अदालत ने अफगानिस्तान के आतंकवादी संगठन तालिबान से 20 साल बाद प्रतिबंध को हटा लिया है। वहीं दूसरी तरफ पुतिन ने फिलिस्तीन के आतंकी संगठन हमास का एक मामले में शुक्रिया अदा किया है। इससे हर कोई हैरान है।
सवाल ये है कि क्या मजहबी कट्टरता कानून से ऊपर हो गई है? क्या कट्टरपंथियों को कानून का कोई खौफ नहीं हैं? दरिंदों की इस भीड़ में महिला का पति भी शामिल था। उसी ने मस्जिद के मौलवी से इस महिला के बारे में शिकायत की थी।
पाकिस्तान सरकार ने अफगान शरणार्थियों को लेकर सख्त नजर आ रही है। पाकिस्तान ने इस साल 30 लाख अफगानी नागरिकों को देश से बाहर निकालने की योजना बनाई है।
तालिबानी नेता हिबतुल्ला अखुंदजादा ने कहा है कि अफगानिस्तान में पश्चिमी कानूनों की कोई जरूरत नहीं है। जब तक शरिया कानून लागू हैं, तब तक लोकतंत्र समाप्त हो चुका है।
एक तरफ जहां पाकिस्तान में अवैध रूप से रह रहे अफगान नागरिकों की वापसी प्रक्रिया लगातार जारी है तो वहीं खैबर पख्तूनख्वा के गवर्नर फैसल करीम कुंडी ने बड़ा बयान दिया है। कुंडी ने अफगानिस्तान को लेकर क्या कहा चलिए जानते हैं।
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने पाकिस्तान सरकार को तालिबान से बातचीत करने का सुझाव दिया है। उनका कहना है कि सरकार अगर राज्य में शांति चाहती है तो तालिबान से बातचीत ही एक मात्र रास्ता है।
अफगानिस्तान में लड़कियों की जिंदगी तालिबानी फरमानों की फांस में फंसी है। वह मध्यम और उच्छ शिक्षा हासिल करने के अधिकार से भी वंचित कर दी गई हैं। 2021 से 22 लाख लड़कियों के शिक्षा से वंचित होने पर यूनिसेफ ने गहरी चिंता जाहिर की है।
खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर ने तालिबान के साथ बातचीत को स्थायी शांति का समाधान बताया। उन्होंने इमरान खान की रिहाई को पाकिस्तान की राजनीतिक स्थिरता के लिए आवश्यक बताया।
पाकिस्तान की नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मलाला यूसुफजई 13 साल बाद अपने गृहनगर शांगला लौटीं, लेकिन केवल 3 घंटे ही वहां बिताए। 15 साल की उम्र में तालिबान ने उन्हें गोली मारी थी, जिसके बाद वह ब्रिटेन में बस गई थीं।
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तोरखम बॉर्डर पर तनाव बढ़ता जा रहा है। दोनों देशों के सुरक्षा बलों के बीच सीमा पर झड़प हुई है। तोरखम क्रॉसिंग बीते 11 दिनों से बंद हैं जिससे व्यापार भी ठप पड़ गया है।
पाकिस्तान की प्रवर्तन एजेंसियों ने पंजाब प्रांत से तहरीक-ए-तालिबान के 20 आतंकवादियों को गिराफ्तार किए है। उनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक और हथियार भी बरामद किया गया है।
अमेरिका ने तालिबान को बड़ा सदमा दे दिया है। अमेरिकी निगरानी संस्था ने कहा कि तालिबानी शासन को अफगानिस्तान के अरबों डॉलर के इस्तेमाल करने का कानूनी अधिकार नहीं है, क्योंकि वह वैश्विक आतंकवादी सूची में है।
अफगानिस्तान के एक होटल पर तालिबानियों ने कब्जा कर लिया है। इससे चारों ओर दहशत फैल गई है। होटल के संचालक ने अपना संचालन बंद करने का ऐलान कर दिया है।
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