जुलाई 2025 में, TCS ने अपने इतिहास की सबसे बड़ी छंटनी की घोषणा करते हुए 12,000 मिड और सीनियर लेवल कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। यह कंपनी की कुल 6 लाख ग्लोबल वर्कफोर्स का करीब 2% हिस्सा था।
IT और ITES कर्मचारियों की यूनियन का कहना है कि कंपनी को कर्मचारियों को “फेंकने” के बजाय अपस्किल करने पर जोर देना चाहिए। उधर, टीसीएस ने 30,000 कर्मचारियों की छंटनी की बातों को खारिज कर दिया है।
टीसीएस ने टैलेंट को पुरस्कृत करने और उन्हें बनाए रखने का ये फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब कंपनी अपने कुल वर्कफोर्स से 12,000 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकालने जा रही है।
जून, 2025 के अंत तक टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या 6,13,069 थी। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी ने 5000 कर्मचारियों को नौकरी पर रखा था।
काउंटरपॉइंट रिसर्च के रिसर्च डायरेक्टर तरुण पाठक का कहना है कि टीसीएस का ये कदम व्यापक आर्थिक दबाव, ग्राहकों की बदलती अपेक्षाओं और उद्योग के ज्यादा चुस्त, परिणाम-आधारित मॉडल की तरफ रुख करने का नतीजा है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज अपने वैश्विक वर्कफोर्स में लगभग 2% की कटौती करने जा रही है। 30 जून 2025 तक कंपनी के कर्मचारियों की कुल संख्या 6,13,069 थी।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने इस तिमाही में 625 कर्मचारियों को जोड़ा, जिससे इसके कुल कर्मचारियों की संख्या 6 लाख से अधिक हो गई।
पिछले तीन दशकों में विघटनकारी प्रौद्योगिकियों - मेनफ्रेम से लेकर इंटरनेट, ई-कॉमर्स, डिजिटल और क्लाउड तक की बार-बार लहरें देखी गई हैं।
मंगलवार को आंध्र प्रदेश मंत्रिमंडल ने इसे मंजूरी दे दी। आईटी हिल नंबर तीन पर स्थित इस जमीन का इस्तेमाल आईटी कैंपस के तौर पर किया जाएगा।
ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस के नतीजों से एक दिन पहले बीते बुधवार को इसके शेयरों की रेटिंग घटाकर 'होल्ड' कर दी है। इससे पहले रेटिंग पहले 'खरीदें' थी।
कंपनी ने निवेशकों को दिए जाने वाले इस 76 रुपये के डिविडेंड के लिए पहले ही रिकॉर्ड डेट फिक्स कर दिया था। टीसीएस ने डिविडेंड की पेमेंट के लिए शुक्रवार, 17 जनवरी को रिकॉर्ड डेट फिक्स किया है।
आज हफ्ते के आखिरी दिन, टीसीएस के शेयर खबर लिखे जाने तक 4236.55 रुपये के इंट्राडे हाई और 4172.15 रुपये के इंट्राडे लो तक पहुंच चुके थे। आज की इस तेजी के साथ, कंपनी के शेयरों का भाव इसके 52 वीक हाई के करीब पहुंच गए हैं।
गुरुवार को बीएसई पर कंपनी का शेयर 65 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ, जबकि बेंचमार्क इंडेक्स में 0.68 फीसदी की गिरावट आई।
बुधवार, 16 अक्टूबर को टीसीएस के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई थी। बुधवार को बीएसई पर टीसीएस के शेयर 22.70 रुपये (0.55%) की गिरावट के साथ 4094.80 रुपये के भाव पर बंद हुए थे।
कंपनी के वित्तीय नतीजे जारी करने के साथ ही टीसीएस ने अपने शेयरहोल्डरों के लिए डिविडेंड की भी घोषणा की है। कंपनी ने शेयर मार्केट एक्सचेंज को बताया कि 1 रुपये की फेस वैल्यू वाले प्रत्येक शेयर पर 10 रुपये का अंतरिम डिविडेंड दिया जाएगा।
बीती तिमाही में कंपनी शुद्ध रूप से 5,452 नए कर्मचारी जोड़ने में सफल रही। इसके साथ कंपनी के कुल कर्मचारियों की संख्या बढ़कर करीब 6.07 लाख हो गई। जून तिमाही में सालाना सैलरी ग्रोथ के सामान्य प्रभाव के बावजूद टीसीएस ने मजबूत ऑपरेशनल मार्जिन हासिल किया है।
जब कोई कर्मचारी अपनी नियमित नौकरी के अलावा स्वतंत्र रूप से कोई अन्य काम भी करता है, तो उसे तकनीकी तौर पर ‘मूनलाइटिंग’ कहा जाता है। प्रौद्योगिकी पेशेवरों के बीच ‘मूनलाइटिंग’ के बढ़ते चलन ने उद्योग में एक नई बहस छेड़ दी है।
टीसीएस का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में 14.1 प्रतिशत बढ़कर 9,624 करोड़ रुपये रहा है। आय 46,867 करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 40,135 करोड़ रुपये थी
कंपनी ने एक अक्टूबर 2020 से अपने कर्मचारियों को प्रदर्शन आधारित वेतन वृद्धि देने की भी घोषणा की है। इस साल कोरोना वायरस महामारी के कारण कंपनी ने अप्रैल में होने वाली नियमित वेतन वृद्धि को टाल दिया था।
2018 में टीसीएस ने 16,000 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों को वापस खरीदा था। उस समय 7.61 करोड़ शेयरों की पुर्नखरीद 2100 रुपए प्रति शेयर के मूल्य पर की गई थी।
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