भारत लंबे समय से आईटी आउटसोर्सिंग और इससे जुड़ी सेवाओं का केंद्र रहा है, इसलिए इस बिल ने भारतीय आईटी इंडस्ट्री में चिंता पैदा कर दी है, जो रेवेन्यू के लिए अमेरिकी ग्राहकों पर बहुत ज्यादा निर्भर हैं।
आज, लगातार दूसरे दिन आईटी स्टॉक्स में शानदार तेजी दिखी। एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, टीसीएस, इंफोसिस के शेयर जोरदार तेजी के साथ बंद हुए।
बजाज फाइनेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) और LIC के मार्केट कैप में बढ़ोतरी हुई और इनके निवेशकों के पोर्टफोलियो की वैल्यू भी बढ़ गया।
जुलाई 2025 में, TCS ने अपने इतिहास की सबसे बड़ी छंटनी की घोषणा करते हुए 12,000 मिड और सीनियर लेवल कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। यह कंपनी की कुल 6 लाख ग्लोबल वर्कफोर्स का करीब 2% हिस्सा था।
IT और ITES कर्मचारियों की यूनियन का कहना है कि कंपनी को कर्मचारियों को “फेंकने” के बजाय अपस्किल करने पर जोर देना चाहिए। उधर, टीसीएस ने 30,000 कर्मचारियों की छंटनी की बातों को खारिज कर दिया है।
टीसीएस ने टैलेंट को पुरस्कृत करने और उन्हें बनाए रखने का ये फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब कंपनी अपने कुल वर्कफोर्स से 12,000 से ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकालने जा रही है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाए जाने की घोषणा के बाद से ही भारतीय बाजार में लगातार गिरावट देखी जा रही है।
निखिल कामत के साथ एक पॉडकास्ट में विनोद खोसला ने कहा कि अगले 5 सालों में 80 प्रतिशत नौकरियां खत्म हो जाएंगी।
टीसीएस का मार्केट कैप 47,487.40 करोड़ रुपये घटकर 10,86,547.86 करोड़ रुपये रह गया। भारती एयरटेल का बाजार पूंजीकरण 29,936.06 करोड़ रुपये घटकर 10,74,903.87 करोड़ रुपये रह गया।
जून, 2025 के अंत तक टीसीएस के कर्मचारियों की संख्या 6,13,069 थी। चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी ने 5000 कर्मचारियों को नौकरी पर रखा था।
देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी TCS के छंटनी का ऐलान करते ही देशभर में हड़कंप मच गया है। जिन 12,261 कर्मचारियों की छंटनी होने वाली है, उनमें से ज्यादातर लोग मिड और सीनियर लेवल के होंगे।
काउंटरपॉइंट रिसर्च के रिसर्च डायरेक्टर तरुण पाठक का कहना है कि टीसीएस का ये कदम व्यापक आर्थिक दबाव, ग्राहकों की बदलती अपेक्षाओं और उद्योग के ज्यादा चुस्त, परिणाम-आधारित मॉडल की तरफ रुख करने का नतीजा है।
टीसीएस के कुल कर्मचारियों की संख्या 30 जून, 2025 तक 6,13,069 थी। हाल ही में समाप्त जून तिमाही में इसने अपने कर्मचारियों की संख्या में 5,000 की बढ़ोतरी की थी।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज अपने वैश्विक वर्कफोर्स में लगभग 2% की कटौती करने जा रही है। 30 जून 2025 तक कंपनी के कर्मचारियों की कुल संख्या 6,13,069 थी।
वर्ष 2025 के लिए भारत में शीर्ष 10 सबसे आकर्षक नियोक्ता ब्रांड में सैमसंग इंडिया (चौथा स्थान), जेपी मॉर्गन चेज (5), आईबीएम (6), विप्रो (7), रिलायंस इंडस्ट्रीज (8), डेल टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (9) और भारतीय स्टेट बैंक (10) शामिल हैं।
एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को जून, 2025 तिमाही के लिए अपने एकीकृत शुद्ध लाभ में 1.31 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की है। बैंक का शुद्ध लाभ घटकर 16,258 करोड़ रुपये रह गया है।
सप्ताह के दौरान टीसीएस का बाजार मूल्यांकन 27,334.65 करोड़ रुपये घटकर 11,54,115.65 करोड़ रुपये रह गया।
आज स्टॉक मार्केट के दोनों प्रमुख एक्सचेंजों के ज्यादातर शेयर लाल निशान में ही बंद हुए।
सोमवार को सेंसेक्स की 30 में से सिर्फ 10 कंपनियों के शेयर ही बढ़त के साथ हरे निशान में बंद हुए और बाकी की सभी 20 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ लाल निशान में बंद हुए।
देश की शीर्ष 10 कंपनियों की सूची में रिलायंस इंडस्ट्रीज पहले स्थान पर बनी हुई है।
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