सैटेलाइट इंटरनेट कंपनी Starlink का कनेक्शन लेने के लिए आपको आने वाले समय में आधार से होकर गुजरना होगा। कंपनी भारत में अपनी सेवाएं शुरू करने की तैयारी में है। Starlink वर्तमान में लगभग 20 लाख भारतीय ग्राहकों को सेवा देने में सक्षम है।
UIDAI ने फर्जी तरीके से आधार कार्ड बनवाने से लेकर अपडेट कराने से रोकने की तैयारी कर ली है। आधार कार्ड में बायोमैट्रिक्स अपडेट कराने से लेकर जन्मतिथि बदलवाना अब आसान नहीं रहेगा।
यूआई़डीएआई अब एक ऐसी तकनीक विकसित कर रहा है, जिसके जरिए माता-पिता की सहमति के साथ बच्चों का बायोमेट्रिक अपडेट स्कूल परिसर में ही किया जाएगा। तय समय में अगर यह अपडेट नहीं किया गया, तो आधार नंबर निष्क्रिय भी किया जा सकता है।
यूआईडीएआई ने कहा, ‘‘परिवार के किसी सदस्य की मृत्यु की सूचना पर, मृतक के परिवार के किसी भी सदस्य को स्वयं को प्रमाणित करने के बाद, पोर्टल पर मृतक व्यक्ति का आधार नंबर और मृत्यु पंजीकरण संख्या के साथ जनसंख्या संबंधी अन्य विवरण देना आवश्यक है।’’
बयान के मुताबिक, ‘‘बच्चों के बायोमेट्रिक डेटा की सटीकता और विश्वसनीयता बनाए रखने के लिए MBU का समय पर पूरा होना एक आवश्यक शर्त है। अगर 7 साल की उम्र के बाद भी एमबीयू को पूरा नहीं किया जाता है, तो मौजूदा नियमों के अनुरूप आधार संख्या निष्क्रिय हो सकती है।’’
UIDAI ने आधार में होने वाले 4 प्रमुख प्रमाण- पहचान, घर का पता, जन्म तिथि का प्रमाण और रिश्ते के प्रमाण के लिए अलग-अलग डॉक्यूमेंट्स तय किए हैं।
अगर आपने किसी वजह से अपना रजिस्टर्ड नंबर खो दिया है या अपना फोन नंबर बदल लिया है, तो आप उसे ऑनलाइन भी अपडेट कर सकते हैं।
आधार के नए मोबाइल ऐप की मदद से आप आधार की हार्ड कॉपी दिए बिना ही एयरपोर्ट, होटल और बाकी जगहों पर अपने आधार डेटा को बेहद सुरक्षित तरीके से शेयर करने के लिए फेशियल ऑथेंटिफिकेशन की सुविधा होगी।
चुनाव आयोग ने वोटर आईडी कार्ड को आधार कार्ड से लिंक करने का फैसला लिया है। अब देश के लोगों को अपनी वोटर आईडी को आधार कार्ड से लिंक करना पड़ेगा।
अगर आप भी हर जगह आईडी प्रूफ के तौर पर आधार कार्ड दे देते हैं तो इससे आप बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं। UIDAI दो तरह के आधार कार्ड की सुविधा देता है। अगर आप अपने नॉर्मल आधार कार्ड की जगह दूसरे आधार का इस्तेमाल करते हैं तो इससे ऑप ऑनलाइन स्कैम और फ्रॉड से बच सकते हैं।
यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया आधार धारकों को कई तरह की सुविधाएं देता है। आप अपने आधार में दर्ज गलत इंफॉर्मेंशन को सही कर सकते हैं। हालांकि अब UIDAI की तरफ से आधार कार्ड में नाम बदलने की प्रक्रिया को पहले से कठिन बना दिया गया है।
आधार कार्ड हर भारतीय के लिए एक विशिष्ट पहचान के तौर पर जाना जाता है। इसके साथ हुई किसी भी तरह की छेड़छाड़ से आपकी डिजिटल आइडेंटिटी खतरे में पड़ सकती है। UIDAI ने आथार कार्ड धारकों के लिए वॉर्निंग जारी की है।
वयस्कों से अलग, बच्चों को कार्ड जारी करने के लिए किसी बायोमेट्रिक डेटा की आवश्यकता नहीं होती है। इसके बजाय, यूआईडी को जनसांख्यिकीय जानकारी और उनके माता-पिता के यूआईडी से जुड़े चेहरे की तस्वीर के आधार पर इसे जारी किया जाता है।
आधार, सबसे ज्यादा इस्तेमाल की जाने वाली डिजिटल पहचान के रूप में, कई सब्सिडी, लाभ और सेवाओं का लाभ उठाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
ईपीएफओ ने इस सर्कुलर में कहा है कि आधार को जन्म प्रमाण पत्र नहीं है, बल्कि यह मुख्य तौर पर एक पहचान सत्यापन उपकरण है। आधार भारत सरकार की ओर से भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा जारी 12 अंकों की व्यक्तिगत पहचान संख्या है।
Aadhaar Card: भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण की ओर से चार तरह के आधार जारी किए जाते हैं। इसमें आधार लेटर, ई-आधार, एमआधार ऐप और पीवीसी आधार ऐप शामिल है।
14th September 2023 तक आप free में अपना Aadhar Card Update करवा सकते हैं। इसके लिए आपको UIDAI की Website पर जाना होगा। Step By Step जानकारी के लिए देखिए Kaam Ki Khabar
एक्स पर हाल ही में एक पोस्ट के जरिए एजेंसी ने कहा कि वह कभी नागरिकों से वॉट्सऐप, ईमेंल या फिर दूसरे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में आईडीप्रूफ, एड्रेस प्रूफ या फिर पर्सनल जानकारी की मांग नहीं करती है।
UIDAI ने इसे हर जगह कैरी करने में आसान बनाने के लिए पीवीसी कार्ड वाला आधार कार्ड लॉन्च किया है। इसे कोई भी आधार कार्ड धारी 50 रुपये के शुल्क में बनवा सकता है।
आधार कार्ड में अक्सर फोटो काफी खराब आती है ऐसे में जब हमें किसी के सामने अपना आधार कार्ड दिखाना होता है तो काफी हिचक होती है और हमे आधार कार्ड निकालने में भी शर्म आती है। आपको बता दें कि आधार की फोटो को आसानी से बदला जा सकता है।
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