चीन का अमेरिका को निर्यात लगातार 6 महीनों से घट रहा है। अगस्त में इसमें 33 प्रतिशत की गिरावट आई थी।
अमेरिका और चीन के बीच चल रहे ट्रेड वॉर की वजह से दुनियाभर की टेक कंपनियां टेंशन में आ गई हैं। चीन और अमेरिका द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से स्मार्टफोन, लैपटॉप समेत इलेक्ट्रॉनिक्स डिवाइसेज में इस्तेमाल होने वाली चिप के सप्लाई चेन प्रभावित होंगे।
इस साल अप्रैल में दोनों पक्षों की ओर से नए टैरिफ कुछ समय के लिए 100 प्रतिशत से ऊपर चले गए थे।
बाजार में यह उथल-पुथल तब शुरू हुई जब ट्रम्प ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'ट्रुथ सोशल' पर घोषणा की कि वह चीनी आयातों पर "शुल्कों में भारी वृद्धि" पर विचार कर रहे हैं।
ट्रंप ने चीन पर ऐसा लेटर बम फोड़ा है, जिसने दोनों देशों के बीच फिर से बड़े ट्रेड वार की आशंकाओं को बढ़ा दिया है। ट्रंप ने अपने लेटर में कहा कि चीन दुर्लभ भू-तत्वों पर एकाधिकार चाहते है, लेकिन उसे विश्व को बंधक बनाने की छूट नहीं दी जानी चाहिए।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपने चीनी समकक्ष शी जिनपिंग से फोन पर बातचीत हुई है। चीन के सरकारी मीडिया के अनुसार दोनों नेताओं ने चीनी स्वामित्व वाले टिकटॉक को अमेरिका में जारी रखने के समझौते के साथ-साथ व्यापार तनाव कम करने के प्रयासों पर चर्चा की।
स्पेन में इस हफ्ते प्रस्तावित US-चीन व्यापार वार्ता से पहले राजधानी मैड्रिड की एक इमारत में भीषण विस्फोट हुआ है। इसमें कम से कम 25 लोग घायल हो गए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को फिर से 90 दिनों के लिए टैरिफ से छूट दी है। इतना ही नहीं, ट्रंप ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को खास दोस्त बता दिया है। जानिए ट्रंप चीन पर इतनी मेहरबानी क्यों दिखा रहे हैं?
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और हॉवर्ड लुटनिक दोनों ने ही समझौते के बारे में कोई डिटेल साझा नहीं की है।
यह अनाउंसमेंट लंदन में ट्रम्प के बड़े आर्थिक अधिकारियों की उनके चीनी समकक्षों के साथ बैठक के बाद की गई है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने सोशलमीडिया एकाउंट ट्रुथ सोशल पर चीन के साथ ट्रेड डील होने की बड़ी खबर दी है। उन्होंने लिखा है कि जिनेवा में हम चीन के साथ ट्रेड डील फाइनल होने की घोषणा करते हैं।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि यह बैठक अमेरिकी पक्ष के अनुरोध पर हो रही है, जिसको लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने असहमति जताई और जियान से कहा कि वापस जाकर अपनी फाइलों का अध्ययन करें।
इंपोर्ट पर भारी-भरकम टैरिफ लगाने के ट्रंप के फैसले के बाद चीन ने भी जवाबी कदम उठाए, जिसके बाद दोनों देशों के बीच ट्रेड वॉर जैसी स्थिति बन गई।
RFA रिपोर्ट के अनुसार, मजदूरों ने दावा किया कि फ्लैक्सिबल सर्किट बोर्ड बनाने वाली सिचुआन स्थित कंपनी ने साल की शुरुआत से ही उनके वेतन का मुआवजा नहीं दिया।
ऑफिशियल मैन्यूफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) मार्च में 50.5 से गिरकर 49.0 के 16 महीनों के निचले स्तर पर आ गया।
जानकार कहते हैं कि बोइंग की डिलीवरी को रोकने से चीनी विमानन क्षेत्र और अमेरिकी एयरोस्पेस उद्योग की दिग्गज कंपनी दोनों के लिए महत्वपूर्ण निहितार्थ हो सकते हैं।
बुधवार को जहां ट्रंप ने चीन पर 125 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया, वहीं दूसरी ओर उन्होंने बाकी सभी देशों को नए टैरिफ रेट से 90 दिनों के लिए राहत दे दी।
ट्रम्प ने सोमवार को धमकी दी थी कि अगर बीजिंग मंगलवार तक अमेरिकी वस्तुओं पर अपने प्रतिशोधात्मक शुल्क नहीं हटाता है तो वह बुधवार को चीन पर मौजूदा शुल्क 50% तक बढ़ा देंगे।
US China Trade War : चीन ने कई अमेरिकी उत्पादों पर 10 से 15 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाने की घोषणा की है। यह टैरिफ 10 मार्च से लागू हो जाएगा। इससे पहले अमेरिका ने चीनी उत्पादों पर टैरिफ को दोगुना करने का फैसला लिया था।
जापान की कंपनी मुराता ने तमिलनाडु के वनहब चेन्नई इंडस्ट्रियल पार्क में एक प्लांट किराए पर लिया है। कंपनी अगले वित्त वर्ष में इस प्लांट से सिरेमिक कैपेसिटर की पैकेजिंग और शिपिंग की योजना बना रही है।
संपादक की पसंद