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Hindi News बिहार डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने उत्तर भारतीयों पर दिया था विवादित बयान, अब तेजस्वी यादव ने कह दी बड़ी बात

डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने उत्तर भारतीयों पर दिया था विवादित बयान, अब तेजस्वी यादव ने कह दी बड़ी बात

डीएमके सांसद दयानिधि मारन ने उत्तर भारतीयों के लिए विवादित बयान दिया था। इस मामले पर अब बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि ऐसी पार्टी के नेता के लिए इस तरह की टिप्पणी करना अशोभनीय है।

DMK MP Dayanidhi Maran had given a controversial statement on North Indians now Tejashwi Yadav said - India TV Hindi Image Source : PTI दयानिधि मारन के बयान पर तेजस्वी यादव का पलटवार

बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने हिंदी पट्टी के लोगों के बारे में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) सांसद दयानिधि मारन के कथित बयान को लेकर उनकी आलोचना की। मारन ने कथित तौर पर कहा था कि हिंदी पट्टी के लोग तमिलनाडु में शौचालय साफ कर रहे हैं और अन्य छोटे-मोटे काम कर रहे हैं। यादव ने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की तरह, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रमुक भी ऐसी पार्टी है जो सामाजिक न्याय में विश्वास करती है और ऐसी पार्टी के नेता के लिए इस तरह की टिप्पणी करना अशोभनीय है। 

मारन के बयान की तेजस्वी यादव ने की आलोचना

राजद नेता ने कहा, ‘‘अगर द्रमुक सांसद ने जातीय अन्याय को उजागर किया होता, अगर उन्होंने बताया होता कि केवल कुछ सामाजिक समूहों के लोग ही ऐसी खतरनाक काम करते हैं, तो इसका कोई मतलब होता।’’ यादव ने कहा, ‘‘लेकिन बिहार और उत्तर प्रदेश की पूरी आबादी के बारे में अपमानजनक बातें करना निंदनीय है। हम इसकी निंदा करते हैं। हमारा मानना है कि लोगों को देश के अन्य हिस्सों से आने वालों के प्रति सम्मानजनक व्यवहार करना चाहिए।’’ माना जाता है कि यादव के स्टालिन के साथ व्यक्तिगत संबंध अच्छे हैं। राजद नेता यादव ने कहा, ‘‘हम द्रमुक को एक ऐसी पार्टी के रूप में देखते हैं जो सामाजिक न्याय के हमारे आदर्श में यकीन करती है। इसके नेताओं को ऐसी बातें कहने से बचना चाहिए जो इस आदर्श के विपरीत हों।’’ मारन के तमिल में दिए हालिया भाषण को लेकर विवाद पैदा हो गया है, जिसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री ने अंग्रेजी शिक्षा के महत्व पर जोर दिया था। 

उत्तर भारतीयों के लिए की थी अभद्र टिप्पणी

मारन ने दावा किया था कि जो लोग अंग्रेजी में दक्षता हासिल कर लेते हैं, उन्हें बिहार और उत्तर प्रदेश के निवासियों के विपरीत सूचना-प्रौद्योगिकी (आईटी) क्षेत्र में सम्मानजनक नौकरियां मिल जाती हैं। उन्होंने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश के लोग केवल हिंदी जानते हैं एवं वे ‘‘शौचालयों और सड़कों की सफाई तथा निर्माण श्रमिक के रूप में’’ काम करने के लिए तमिलनाडु जैसे समृद्ध राज्यों में पहुंच जाते हैं।’’ बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन के सबसे बड़े घटक राजद और तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी द्रमुक विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ का हिस्सा हैं। 

(इनपुट-भाषा)