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Hindi News दिल्ली Delhi News: दिल्ली के यात्रियों के लिए खुशखबरीः मेट्रो स्टेशनों पर मुहैया कराई जाएगी ये सुविधा

Delhi News: दिल्ली के यात्रियों के लिए खुशखबरीः मेट्रो स्टेशनों पर मुहैया कराई जाएगी ये सुविधा

Delhi News: डीएमआरसी ने कहा, ‘पोलियो टीकाकरण अभियान 2022-23 के तहत पल्स पोलियो बूथ वायलट मेट्रो लाइन के चुनिंदा स्टेशनों पर 18 से 20 सितंबर तक पूर्वाह्न नौ बजे से अपराह्न चार बजे तक स्थापित किए जाएंगे।‘

Metro Station- India TV Hindi Image Source : FILE Metro Station

Highlights

  • चुनिंदा स्टेशनों पर 18 से 20 सितंबर तक पल्स पोलियो बूथ की सुविधा
  • दिल्ली मेट्रो रेल निगम ‘डीएमआरसी‘ ने दी जानकारी
  • वायलेट लाइन स्थित कई मेट्रो स्टेशनों पर पोलिया टीकाकरण की सुविधा होगी

Delhi News: मेट्रो ट्रेनें दिल्ली एनसीआर की जान हैं। मेट्रो स्टेशनों से जुड़ी एक खबर सामने आई है।  जानकारी के अनुसार विभिन्न मेट्रो स्टेशनों पर पोलियो बूथ बनाए जाएंगे। दिल्ली मेट्रो की वायलेट लाइन स्थित कई मेट्रो स्टेशनों पर पोलिया टीकाकरण की सुविधा होगी। इन स्टेशनों पर 18 से 20 सितंबर तक पोलियो टीकाकरण बूथ के माध्यम से पोलियो की दवा पिलाई जाएगी।  इसका लाभ लोग उठा सकते हैं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम ‘डीएमआरसी‘ ने शनिवार को यह जानकारी दी। डीएमआरसी द्वारा अपने ट्विटर हैंडल पर साझा किए गए एक पोस्टर के मुताबिक सराय एनएचपीसी चौक, बाटा चौक, पुराना फारीदाबाद, एस्कोर्ट मुजेसर और राजा नाहर सिंह ‘बल्लभगढ़‘ सहित विभिन्न स्टेशनों पर पोलियो टीकाकरण की सुविधा मुहैया कराई जाएगी। 

चुनिंदा स्टेशनों पर 18 से 20 सितंबर तक पल्स पोलियो बूथ की सुविधा

डीएमआरसी ने कहा, ‘पोलियो टीकाकरण अभियान 2022-23 के तहत पल्स पोलियो बूथ वायलट मेट्रो लाइन के चुनिंदा स्टेशनों पर 18 से 20 सितंबर तक पूर्वाह्न नौ बजे से अपराह्न चार बजे तक स्थापित किए जाएंगे।‘ गौरतलब है कि राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस जिसे आम तौर पर पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के नाम से जाना जाता है की भारत में शुरुआत 1995 में की गई थी और इसके तहत हर साल दो बार पांच साल तक के बच्चों को पोलियो की खुराक दी जाती है।

पाकिस्तान में अब भी मौजूद है पोलियो महामारी

बता दें कि दुनियाभर में पाकिस्तान और अफगानिस्तान ऐसे देश हैं, जहां पोलियो महामारी अभी भी मौजूद है। इससे पहले भी टीकाकरण के प्रयासों में आतंकवादी बाधा पहुंचाते रहे है। उनका आरोप है कि टीकाकरण अभियानों से पश्चिमी जासूसों को मदद मिलती है। दरअसल, साल 2011 में अमेरिकी कमांडो ने पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी और अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। बाद में खुलासा हुआ था कि अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने लादेन को पकड़ने के लिये फर्जी हेपेटाइटिस टीकाकरण अभियान चलाया था। इस खुलासे के बाद के वर्षों में पाकिस्तान में टीकाकरण अभियानों पर हमले बढ़ गए थे।