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Hindi News Explainers Explainer: इजरायल के डिफेंस की कहानी, ईरान के हमले पर फेर दिया पानी; 99 फीसदी ड्रोन-मिसाइलें जानें कैसे हुए खल्लास

Explainer: इजरायल के डिफेंस की कहानी, ईरान के हमले पर फेर दिया पानी; 99 फीसदी ड्रोन-मिसाइलें जानें कैसे हुए खल्लास

ईरान ने इजरायल पर 300 से अधिक घातक ड्रोन और विध्वंसक मिसाइलों से हमला किया, लेकिन इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आइडीएफ) के एरो डिफेंस तकनीकि ने उनमें से 99 फीसद को हवा में ही ढेर कर दिया। इससे ईरान के साथ दुनिया के बाकी देश भी हैरान हैं।

इजरायल ने ईरानी ड्रोन और मिसाइलों को हवा में ही कर दिया खल्लास। - India TV Hindi Image Source : AP इजरायल ने ईरानी ड्रोन और मिसाइलों को हवा में ही कर दिया खल्लास।

Explainer: इजरायल पर ईरान ने आज तड़के 300 से अधिक घातक ड्रोन और बैलिस्टिक व क्रूज मिसाइलों से भीषण हमला किया था। मगर इजरायली तकनीकि ने उनमें से 99 फीसदी ड्रोन और मिसाइलों को हवा में ही खल्लासस कर दिया। अगर उसके पास इतना शानदार एयर डिफेंस सिस्टम नहीं होता तो इजरायल में तबाही मच चुकी होती। ईरान ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए रविवार तड़के इजरायल पर हमला कर दिया और उसने सैंकड़ों ड्रोन, बैलेस्टिक मिसाइल और क्रूज मिसाइलें दागी। इजरायल के अनुसार उसने 300 से अधिक ड्रोन और मिसाइलों में ले 99 प्रतिशत को हवा में ही नष्ट कर दिया। आखिर इजरायल ने कैसे यह कारनामा किया, आइये आपको बताते हैं। 

ईरान ने इजरायली क्षेत्र पर अपने पहले और सीधे हमले में ड्रोन और मिसाइलों की बौछार शुरू कर दी। इसने के बाद पूरे इजरायल में हवाई हमले के सायरन बजने लगे। इसी तरह के हवाई हमले पिछले साल भी हुए थे जब हमास ने ऑपरेशन 'अल-अक्सा फ्लड' शुरू किया था और इजरायल पर 7 अक्टूबर को ताबड़तोड़ हवाई और जमीनी हमले किए थे। इज़राइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने कहा, "ईरान से सतह से सतह पर मार करने वाली दर्जनों मिसाइलों को इजरायली क्षेत्र की ओर आते हुए पहचाना गया। आईडीएफ एरियल डिफेंस एरे ने इजरायल के स्ट्रैटेजिस्ट के साथ मिलकर एरो एरियल डिफेंस सिस्टम का उपयोग करके अधिकांश लॉन्च को इज़रायली क्षेत्र में प्रवेश करने से पहले ही सफलतापूर्वक रोक दिया। इज़रायली सैन्य प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा, "हमने इज़रायल के क्षेत्र में आने वाले 99% खतरों को रोक दिया। यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण रणनीतिक सफलता है।" सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो में एरो डिफेंस सिस्टम को आयरन डोम सिस्टम के साथ हवाई खतरों को रोकते हुए दिखाया गया है। रात का आसमान पूरे इज़राइल में कई विस्फोटों से जगमगा उठा। 

एरो एरियल डिफेंस सिस्टम क्या है?

इज़रायल के एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज ने अमेरिकी मिसाइल रक्षा एजेंसी के सहयोग से एरो डिफेंस सिस्टम तैयार किया है, जो सतह से सतह पर मार करने वाली घातक मिसाइल प्रणाली है। यह प्रणाली इज़रायल को बहुस्तरीय वायु रक्षा प्रणाली में सबसे ऊपरी स्तर का बनाती है। 1980 के दशक के अंत में इज़रायल और अमेरिका के बीच संयुक्त प्रयास इस प्रणाली को विकसित किया गया। एरो 1 प्रणाली के प्रौद्योगिकी प्रदर्शक को 1990 के दशक में कम से कम सात उड़ान परीक्षणों से गुजरना पड़ा और इसे बाद में एक हल्की मिसाइल बनाने के लिए विकसित किया गया, जिसे एरो 2 के नाम से जाना जाता है। इसको वर्ष 2000 में सेना में शामिल किया गया था।

एरो 2 मतलब हिट एंड किल और सुपर आयरन डोम

वायु रक्षा शस्त्रागार में एरो 2 मिसाइलों को शामिल करने से इज़रायल को ऊपरी वायुमंडल में अपने हिट-एंड-किल दृष्टिकोण के साथ छोटी और मध्यम दूरी की मिसाइलों को रोकने की क्षमता मिल गई। इसका उद्देश्य अपने वायु क्षेत्र में ऊपर से आने वाली दुश्मन की किसी भी मिसाइल को उसके उतरने के चरण से पहले ही निष्क्रिय कर देना है। इसके अलावा इजरायल के आयरन डोम, डेविड स्लिंग और एरो डिफेंस सिस्टम एक स्तरित रक्षा प्रणाली बनाते हैं। अतीत में युद्ध परीक्षण किए जाने के बाद आयरन ड्रोन को कम दूरी के खतरों को रोकने के लिए सक्रिय रूप से तैनात किया गया था।

हजारों रॉकेटों को मार गिरा चुका है आयरन डोम

इजरायल के आयरन डोम ने 2011 के बाद से हजारों रॉकेटों को मार गिराया है, लेकिन इसकी मारक क्षमता छोटी दूरी तक ही सीमित है। इज़रायल के पास मध्यम से लंबी दूरी तक के लिए एक इंटरसेप्टर भी है, जिसे डेविड स्लिंग के नाम से जाना जाता है। यह ड्रोन धीमी गति से चलता है, जो रडार सिस्टम को भ्रमित कर देता है। 

रक्षा प्रणाली कैसे काम करती है?

एरो 2 को 2000 में वायु रक्षा शस्त्रागार में शामिल किया गया था और उन्नत एरो 3 प्रणाली का उद्देश्य वायुमंडल में लंबी दूरी के लक्ष्यों को नष्ट करना है। रॉकेट में दो चरणों वाला ठोस-प्रणोदक बूस्टर है जो इसे मैक 9 (ध्वनि की गति से नौ गुना) की गति तक पहुंचने में सक्षम बनाता है। इस रक्षा प्रणाली में मिसाइल लांचर, ईएल/एम-2080 ग्रीन पाइन फायर कंट्रोल रडार (एफसीआर), एक हेज़लनट ट्री लॉन्च कंट्रोल सेंटर (एलसीसी), और एक सिट्रॉन ट्री बैटल मैनेजमेंट सेंटर शामिल हैं। ग्रीन पाइन रडार लंबी दूरी के लक्ष्य का पता लगाने की क्षमता प्रदान करता है और कई लक्ष्यों को रोक सकता है, जिससे मिसाइल अधिकतम 14 लक्ष्यों को भेद सकती है। एफसीआर सिस्टम की इलेक्ट्रॉनिक जैमिंग का भी मुकाबला कर सकता है। रडार 2,400 किलोमीटर की प्रभावी सीमा प्रदान करता है और 100 किलोमीटर की ऊंचाई पर लक्ष्य पर हमला कर सकता है।

अपनी ओर आने वाले खतरों का पता लगाता है रडार

इजरायली रडार लगातार क्षेत्र की ओर आने वाले खतरों का पता लगाता है। एक बार जब किसी लक्ष्य का पता चल जाता है, तो लक्ष्य के अनुमानित प्रक्षेप पथ, उसकी गति के बारे में वास्तविक समय की जानकारी नियंत्रण केंद्र को भेज दी जाती है और यदि मिसाइल शहरों या सैन्य प्रतिष्ठानों जैसे रणनीतिक लक्ष्य की ओर बढ़ रही है, तो उसे मार गिराने के लिए मिसाइल लॉन्च की जाती है। इसी तकनीकि से इजरायल ने ईरानी मिसाइलों और ड्रोन को मार गिराया। मिसाइल को लंबवत रूप से प्रक्षेपित किया जाता है। साथ ही दो चरणों वाले बूस्टर रॉकेट को मैक 9 तक शक्ति प्रदान करता है। रॉकेट में पंखों वाला मारक वाहन अपने विस्फोट को मिसाइल साधक द्वारा निर्दिष्ट दिशा में केंद्रित कर सकता है। यदि यह लक्ष्य पर हमला करने में विफल रहता है, तो विखंडन हथियार लक्ष्य के 40 मीटर के भीतर विस्फोट कर सकता है। इस प्रकार दुश्मन के मिसाइल और ड्रोन हर हाल में मारे जाते हैं।

हाईपरसोनिक गति से चलता है इजरायल का एरो रॉकेट

इजरायल का एरो रॉकेट गतिज ऊर्जा को विनाश के हथियार के रूप में उपयोग करने के सिद्धांत पर आधारित है। एरो रॉकेट की हाईपरसोनिक गति इसे उपग्रह-रोधी हथियार के रूप में उपयोग करने की अनुमति दे सकती है। एरो रक्षा प्रणाली अमेरिकी पैट्रियट मिसाइल रक्षा प्रणाली के साथ संगत है, जो अंतरसंचालनीयता प्रदान करती है। मिसाइलों को साइलो, कनस्तरों से लॉन्च किया जा सकता है और प्रत्येक लॉन्चर में छह मिसाइलें होती हैं। एरो 3 रक्षा प्रणाली लंबी दूरी के खतरों को रोकने के लिए इज़रायल की वायु रक्षा क्षमताओं में नवीनतम अतिरिक्त है। इसका पहली बार परीक्षण 2015 में किया गया था और इसे पिछले साल नवंबर में उपयोग में लाया गया था। जब इसने यमन में लाल सागर के ऊपर हौथिस द्वारा लॉन्च की गई एक बैलिस्टिक मिसाइल को सफलतापूर्वक रोका और नष्ट कर दिया था। बैलिस्टिक मिसाइल के पुनः प्रवेश चरण में प्रवेश करने से पहले एरो 3 रॉकेट बाहरी वातावरण में लक्ष्य को निष्क्रिय कर देते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वीडियो में एरो सिस्टम को बाहरी वातावरण में ईरानी मिसाइलों को रोकते हुए दिखाया गया है।